2015 से 2017 के दौरान पूर्वोत्तर राज्यों से क़रीब 28 हज़ार लोग लापता हुए: गृह मंत्रालय

गृह राज्यमंत्री जी. किशन रेड्डी ने बुधवार को राज्यसभा में बताया कि साल 2015-17 के दौरान आठ पूर्वोत्तर राज्यों से लापता हुए 27, 967 लोगों में बच्चे और महिलाएं भी शामिल हैं. सर्वाधिक 19,344 लोग असम से लापता हुए हैं.

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फोटो: रॉयटर्स

गृह राज्यमंत्री जी. किशन रेड्डी ने बुधवार को राज्यसभा में बताया कि साल 2015-17 के दौरान आठ पूर्वोत्तर राज्यों से लापता हुए 27, 967 लोगों में बच्चे और महिलाएं भी शामिल हैं. सर्वाधिक 19,344 लोग असम से लापता हुए हैं.

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नई दिल्ली: साल 2015-17 के दौरान देश के आठ पूर्वोत्तर राज्यों से बच्चों और महिलाओं सहित करीब 28,000 लोग लापता हुए. यह जानकारी बुधवार को राज्यसभा में गृह राज्य मंत्री ने दी.

गृह राज्यमंत्री जी. किशन रेड्डी ने एक प्रश्न के लिखित उत्तर में बताया कि पूर्वोत्तर राज्यों में लापता हुए कुल 27,967 लोगों में से 19,344 लोग असम से, 4,455 लोग त्रिपुरा से, 1,385 लोग मेघालय से, 999 लोग मणिपुर से, 974 लोग सिक्किम से, 457 लोग अरुणाचल प्रदेश से, 343 लोग नगालैंड से और 10 लोग मिजोरम से लापता हुए हैं.

साथ ही रेड्डी ने बताया कि साल 2018 और 2019 के आंकड़े अब तक उपलब्ध नहीं हुए हैं.

गृह राज्यमंत्री ने बताया कि असम में साल 2015 के दौरान 2,169 बच्चे, 2,613 महिलाएं और 1,528 पुरुष लापता हुए जबकि 2016 में 2,413 बच्चे, 3,439 महिलाएं और 2,130 पुरुषों के लापता होने की खबर है. साल 2017 में 1,651 बच्चे, 2,453 महिलाएं और 948 पुरुष लापता हुए.

त्रिपुरा में साल 2017 में 166 बच्चे, 933 महिलाएं और 642 पुरुष लापता हुए. वर्ष 2016 के दौरान 197 बच्चे, 814 महिलाएं और 540 पुरुष लापता हुए जबकि 2015 में 179 बच्चे, 583 महिलाएं और 410 पुरुषों के लापता होने की खबर है

मेघालय में 2017 में 148 बच्चे, 136 महिलाएं और 160 पुरुष लापता हुए. 2016 में 184 बच्चे, 159 महिलाएं और 155 पुरुष तथा 2015 में 179 बच्चे, 138 महिलाएं एवं 126 पुरुष लापता हुए.

उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार, मणिपुर में 2017 में 97 बच्चे, 131 महिलाएं और 109 पुरुष लापता हुए, 2016 में 186 बच्चे, 154 महिलाएं और 154 पुरुष तथा 2015 में 70 बच्चे, 46 महिलाएं तथा 52 पुरुष लापता हुए.

सिक्किम में 2017 में 88 बच्चे, 225 महिलाएं और 156 पुरुष, 2016 में 150 बच्चे, 66 महिलाएं, 37 पुरूष तथा 2015 में 119 बच्चे, 77 महिलाएं एवं 56 पुरुष लापता हुए.

अरुणाचल प्रदेश में 2017 में 74 बच्चे, 112 महिलाएं और आठ पुरुष, 2016 में 61 बच्चे, 34 महिलाएं, 13 पुरूष तथा 2015 में 105 बच्चे, 32 महिलाएं एवं 18 पुरुष लापता हुए.

नगालैंड में 2017 में 103 बच्चे, 40 महिलाएं और 22 पुरुष, 2016 में 77 बच्चे, 20 महिलाएं, 19 पुरूष तथा 2015 में 34 बच्चे, 17 महिलाएं एवं 11 पुरुष लापता हुए.

मिजोरम में 2017 में केवल एक बच्चे के लापता होने की खबर मिली. राज्य में 2016 में किसी के भी लापता होने की खबर नहीं मिली. 2015 में तीन बच्चे, एक महिला और पांच पुरुष लापता हुए.

मंत्री ने यह भी बताया कि 2015-17 के दौरान कुल 5,130 बच्चों का पता लगाया गया.

असम के 3,376 बच्चों का, त्रिपुरा के 472 बच्चों का, मेघालय के 377 बच्चों का, मणिपुर के 277 बच्चों का, सिक्किम के 269 बच्चों का, नगालैंड के 192 बच्चों का, अरुणाचल प्रदेश के 163 बच्चों और मिजोरम के चार बच्चों का पता लगा लिया गया. इन बच्चों को उनके परिवारों के पास भेज दिया गया.