आर्थिक अपराध कर देश छोड़कर भागने वालों ने 17,900 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी की: केंद्र

सरकार ने राज्यसभा में बताया कि अभी तक 66 मामलों में 51 फरार और घोषित अपराधी अन्य देशों में भाग गए हैं. सीबीआई मामले की जांच कर रही है.

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विजय माल्या और नीरव मोदी. (फोटो: पीटीआई/फेसबुक)

सरकार ने राज्यसभा में बताया कि अभी तक 66 मामलों में 51 फरार और घोषित अपराधी अन्य देशों में भाग गए हैं. सीबीआई मामले की जांच कर रही है.

विजय माल्या और नीरव मोदी. (फोटो: पीटीआई/फेसबुक)
भगोड़े अरबपति विजय माल्या और नीरव मोदी. (फोटो: पीटीआई/फेसबुक)

नई दिल्ली: आर्थिक अपराध कर देश छोड़कर भागने वाले 51 लोगों ने कुल मिलाकर 17,900 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी की है. केंद्र सरकार ने बीते मंगलवार को संसद को यह जानकारी दी.

वित्त राज्य मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने राज्यसभा में ‘भगोड़े आर्थिक अपराधियों’ पर एक प्रश्न के लिखित उत्तर में यह जानकारी दी.

मंत्री ने कहा, ‘केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने बताया है कि आज तक, 66 मामलों में 51 फरार और घोषित अपराधी अन्य देशों में भाग गए हैं. उन्होंने कहा, ‘सीबीआई ने रिपोर्ट दी है कि इन मामलों में आरोपी व्यक्तियों द्वारा दी गई कुल लगभग 17,947.11 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी की गई है.’

उनसे पूछा गया था कि इन घटनाओं में कितनी रियायतें दी गई थीं या ऋण माफ किए गए थे.

उन्होंने कहा कि ईडी और सीबीआई ने सक्षम न्यायालयों में इन मामलों के संबंध में आवेदन दायर किए और जांच अथवा दूसरी कार्रवाई जारी है.

ठाकुर ने कहा कि सीबीआई, घोषित अपराधियों और फरार लोगों के संबंध में 51 प्रत्यर्पण अनुरोधों पर काम कर रही है जो विभिन्न चरणों में लंबित हैं.

अन्य केंद्रीय एजेंसियों के बारे में बात करते हुए, उन्होंने कहा कि केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर बोर्ड और सीमा शुल्क विभाग (सीबीआईसी) ने छह भगोड़े आर्थिक अपराधियों के बारे में रिपोर्ट की है जो अवैध रूप से देश छोड़ गए हैं.

ठाकुर ने कहा, ‘प्रवर्तन निदेशालय ने भगोड़े आर्थिक अपराधी अधिनियम, 2018 के तहत सक्षम अदालत में 10 व्यक्तियों के खिलाफ आवेदन दायर किए हैं.’

मंत्री ने कहा, ‘आठ व्यक्तियों के लिए प्रवर्तन निदेशालय द्वारा भेजे गए प्रत्यर्पण अनुरोधों के संबंध में, इंटरपोल द्वारा रेड-कॉर्नर नोटिस भी प्रकाशित किए गए हैं.’

मालूम हो कि पिछले कुछ सालों में विजय माल्या, मेहुल चोकसी, नीरव मोदी जैसे कई उद्योगपतियों ने बैंक धोखाधड़ी कर देश छोड़ दिया और अन्य जगह पर शरण ले ली.

सीबीआई ने पीएनबी घोटाले में भगोड़ा हीरा व्यापारी नीरव मोदी और चोकसी दोनों के खिलाफ अलग-अलग आरोप पत्र दाखिल किए हैं.

सीबीआई ने आरोप लगाया है कि पीएनबी के 13,000 करोड़ रुपये के घोटाले में से चोकसी ने 7.080.86 करोड़ रुपये की और नीरव मोदी ने 6,000 करोड़ रुपये की हेराफेरी की है. पीएनबी फर्जीवाड़े की जांच सीबीआई एवं ईडी कर रही है.

जनवरी, 2018 में अपने भांजे और पीएनबी घोटाले में आरोपी हीरा कारोबारी नीरव मोदी के साथ देश छोड़कर भागने वाले गीतांजलि जेम्स लिमिटेड के प्रबंध निदेशक मेहुल चोकसी (59), उसकी पत्नी अमी मोदी और भाई निशाल मोदी ने एंटीगुआ की नागरिकता ले ली थी.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)