बीएचयूः फ़िरोज़ ख़ान की नियुक्ति का समर्थन करने वाले दलित प्रोफेसर से मारपीट की कोशिश

बीएचयू के कुछ छात्र संस्कृत विभाग में डॉ. फ़िरोज़ ख़ान की नियुक्ति का विरोध उनके मुस्लिम होने की वजह से कर रहे हैं. डॉ. ख़ान की नियुक्ति का संस्कृत विभाग के दलित प्रोफेसर ने समर्थन किया था.

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बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी. (फोटो: पीटीआई)

बीएचयू के कुछ छात्र संस्कृत विभाग में डॉ. फ़िरोज़ ख़ान की नियुक्ति का विरोध उनके मुस्लिम होने की वजह से कर रहे हैं. डॉ. ख़ान की नियुक्ति का संस्कृत विभाग के दलित प्रोफेसर ने समर्थन किया था.

बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी (फोटो: पीटीआई)
बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी. (फोटो: पीटीआई)

लखनऊः बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) के छात्रों के एक समूह ने डॉ. फ़िरोज़ ख़ान की नियुक्ति का समर्थन करने वाले संस्कृत धर्म विज्ञान (एसवीडीवी) संकाय के एक दलित प्रोफेसर का पीछा किया और उनके साथ मारपीट करने की कोशिश की.

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, यूनिवर्सिटी के एसवीडीवी फैकल्टी के छात्र मुस्लिम होने की वजह से फ़िरोज़ ख़ान की नियुक्ति का विरोध कर रहे हैं.

प्रोफेसर शांति लाल साल्वी ने बताया कि वह अपने फैकल्टी ऑफिस से बाहर आ रहे थे कि तभी छात्रों के एक समूह ने उन्हें जातिसूचक शब्द कहने शुरू किए और हमला करने के इरादे से उनके पीछे भागे.

साल्वी ने चीफ प्रॉक्टर ओपी राय को लिखे पत्र में छात्रों को उकसाने के लिए फैकल्टी के ही एक वरिष्ठ प्रोफेसर पर आरोप लगाया है.

साल्वी ने प्रॉक्टर को लिखे पत्र में कहा, ‘मैं एसवीडीवी फैकल्टी में अपने ऑफिस में बैठा था कि कुछ छात्र मेरे पास आए और मुझे जाने को कहा क्योंकि वे फैकल्टी बंद कर रहे थे. जैसे ही मैं एक सहकर्मी के साथ बाहर आया, मुनीश मिश्रा नाम के एक बाहरी शख्स ने शुभम तिवारी नाम के एक छात्र और अन्य के साथ मिलकर मेरे खिलाफ नारेबाजी करनी शुरू कर दी.’

प्रोफेसर ने आगे लिखा, ‘उन्होंने मुझे और विभाग के एचओडी को चोर कहा. जल्द ही और भी छात्र आ गए और मुझ पर जातिसूचक टिप्पणी करने लगे. वे सब मुझे पीटने के इरादे से मेरे पीछे भागे. यह जानकर कि मुझे खतरा है, मैंने भागना शुरू किया और लगभग आधा किलोमीटर भागा. सेंट्रल ऑफिस पहुंचने के लिए मैंने एक बाइक सवार से लिफ्ट ली. एक छात्र ने मुझ पर ईंट फेंकी लेकिन वह मुझे लग नहीं पाई.’

इस घटना का कारण पूछने पर साल्वी ने कहा कि यह पूरा मामला फ़िरोज़ ख़ान की नियुक्ति से जुड़ा हुआ है. उन्होंने कहा कि यूनिवर्सिटी का ही एक प्रोफेसर छात्रों को उनके खिलाफ भड़का रहा है.

साल्वी ने कहा, ‘मेरे विभाग में एक प्रोफेसर हैं, जो पहले एचओडी हुआ करते थे. बीते कई वर्षों से वह मेरा उत्पीड़न कर रहे हैं. उन्होंने अफवाह भी फैलाई है कि बीएचयू से ही पीएचडी करने वाली मेरी पत्नी मुस्लिम है और फ़िरोज़ ख़ान की बहन है. उन्होंने छात्रों को बताया कि मैं ही फ़िरोज़ ख़ान को लेकर आया और इसलिए आज छात्रों ने मुझ पर हमला किया. मैंने प्रॉक्टर को पत्र सौंप दिया है और मैं उन लोगों के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज कराऊंगा, जिन्होंने मेरा उत्पीड़न किया.’

यूनिवर्सिटी के लगभग 20 प्रोफेसर ने साल्वी के साथ मिलकर बीते सोमवार शाम को वाइस चांसलर राकेश भटनागर और चीफ प्रॉक्टर राय से चर्चा की. प्रशासन ने मामले की जांच के लिए जांच समिति के गठन का वादा किया है.

यूनिवर्सिटी के एक अधिकारी ने कहा, ‘समिति के निष्कर्षों के आधार पर इस घटना के जिम्मेदार लोगों के खिलाफ यूनिवर्सिटी के नियमों के अनुरूप ही कार्रवाई की जाएगी. इस संबंध में वाराणसी के लंका पुलिस थाने में एक एफआईआर दर्ज की गई है.’