वरिष्ठ पत्रकार विनोद दुआ को रेडइंक लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार

विनोद दुआ भारत के पहले चुनाव विश्लेषकों में से एक हैं और वर्तमान में 'द वायर' पर 'जन गण मन की बात' कार्यक्रम के प्रस्तोता हैं.

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विनोद दुआ भारत के पहले चुनाव विश्लेषकों में से एक हैं और वर्तमान में ‘द वायर’ पर ‘जन गण मन की बात’ कार्यक्रम के प्रस्तोता हैं.

EP 63
वरिष्ठ पत्रकार विनोद दुआ.

 

वरिष्ठ पत्रकार विनोद दुआ को पत्रकारिता के क्षेत्र में साल 2017 के रेडइंक अवॉर्ड फॉर लाइफटाइम अचीवमेंट के लिए चुना गया है.

मुंबई प्रेस क्लब की ओर से दिया जाना वाला यह प्रतिष्ठित सम्मान पत्रकारिता के क्षेत्र में उत्कृष्ट काम के लिए दिए जाने वाले नेशनल रेडइंक अवॉर्ड का हिस्सा है.

द वायर हिंदी के सलाहकार संपादक विनोद दुआ अभी ‘जन गण मन की बात’ कार्यक्रम के प्रस्तोता हैं. इस कार्यक्रम में वह देश के सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक मुद्दों पर चर्चा करते हैं.

वरिष्ठ पत्रकार विनोद दुआ ने पत्रकारिता के अलग-अलग क्षेत्रों में सराहनीय योगदान दिया है. वह भारत के पहले चुनाव विश्लेषकों में से एक हैं और प्रणय रॉय के साथ दूरदर्शन पर चुनाव विश्लेषण कर चुके हैं.

वह टीवी पर अलग-अलग कार्यक्रमों में चुनाव विश्लेषण कर चुके हैं. वह ‘जनवाणी’ नाम के कार्यक्रम के प्रस्तोता भी रह चुके हैं. यह अपनी तरह का अनूठा कार्यक्रम था जिसमें सामान्य लोगों को मौका दिया जाता था कि वे आगे आएं और मंत्रियों से उनकी नीतियों को लेकर सवाल पूछ सकें.

विनोद दुआ दूरदर्शन के लिए समसामयिक मुद्दों पर आधारित कार्यक्रम ‘परख’ भी पेश कर चुके हैं. साथ ही ‘तस्वीर-ए-हिंद’, ‘चुनाव चुनौती’, ‘प्रतिदिन’ और ‘कौन बनेगा मुख्यमंत्री’ जैसे शो भी प्रस्तुत कर चुके हैं.

वह इंडिया टूडे समूह की ओर से बनाए गए पहली वीडियो मैगज़ीन ‘न्यूज़ट्रैक’ को भी संपादित कर चुके हैं. बतौर चीफ प्रोड्यूसर वह टीवी टुडे में काम कर चुके हैं. इसके अलावा एनडीटीवी इंडिया के संपादक भी रह चुके हैं और अब भी पत्रकारिता के क्षेत्र में सक्रिय हैं.

पत्रकारिता के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए रेडइंक का लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार दिया जाता है. इससे पहले विनोद मेहता, कुलदीप नैयर, एन. राम, मृणाल पांडे और प्रणय रॉय जैसे वरिष्ठ पत्रकारों को इस सम्मान से नवाज़ा जा चुका है. पिछले साल टीएन निनान को यह सम्मान दिया गया.

इस अलावा इंडियन एक्सप्रेस के मुख्य संपादक राजकमल झा को साल 2017 का जर्नलिस्ट आॅफ द ईयर सम्मान दिया जाएगा. पिछल दो सालों में अख़बार के अनुकरणीय प्रबंधन के लिए उन्हें यह सम्मान दिया जाएगा.

राजकमल झा साल 1996 से एक्सप्रेस समूह से जुड़े हैं और शेखर गुप्ता के बाद इस पद को संभाला है. मुंबई प्रेस क्लब की ओर से जारी एक विज्ञप्ति के अनुसार, झा ने अपने नेतृत्व में इंडियन एक्सप्रेस अख़बार में रिपोर्टिंग ख़ासकर इंवेस्टिगेटिव जर्नलिज़्म को फिर से स्थापित किया है.


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उनके ही नेतृत्व में इंडियन एक्सप्रेस अख़बार उस अंतर्राष्ट्रीय अन्वेषण टीम का हिस्सा रहा जिसने वैश्विक स्तर के मनी लॉन्ड्रिंग घोटाले ‘पनामा पेपर्स’ का खुलासा किया. झा कोलकाता में स्टेट्समैन और नई दिल्ली में इंडिया टुडे समूह के साथ काम कर चुके हैं.

विनोद दुआ और राजकमल झा को मुंबई प्रेस क्लब की प्रबंधकीय कमेटी ने इस सम्मान के लिए चुना है. महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस सात जून को मुंबई में आयोजित एक समारोह में इन्हें सम्मानित करेंगे.

पत्रकारिता के क्षेत्र में दिया जाने वाला रेडइंक पुरस्कार किसी पेशेवर समूह की ओर से दिया जाने वाला यह राष्ट्रीय स्तर का एकमात्र सम्मान है. द वायर वेबसाइट को साल 2016 में बेस्ट मीडिया स्टार्ट अप के लिए रेड इंक सम्मान से नवाज़ा जा चुका है.

पत्रकारिता के टीवी, प्रिंट और डिजिटल प्लेटफॉर्म में उत्कृष्ट योगदान देने के लिए हर साल रेडइंक पुरस्कार दिया जाता है. यह पुरस्कार राजनीति, अपराध, स्वास्थ्य, व्यापार, पर्यावरण, मानवाधिकार, फोटोग्राफी, विज्ञान और नवाचार, मनोरंजन और खेल पत्रकारिता के क्षेत्र में दिया जाता है.