सीएबी प्रदर्शन: अमेरिका, ब्रिटेन समेत कई देशों ने अपने नागरिकों के लिए जारी की यात्रा चेतावनी

पूर्वोत्तर में नागरिकता संशोधन क़ानून को लेकर बड़े पैमाने पर हो रहे विरोध प्रदर्शनों में अब तक तीन लोगों की जान जा चुकी है. कई इलाकों में कर्फ्यू है, साथ ही इंटरनेट और मोबाइल सेवाओं पर पाबंदी है. कई देशों ने अपने नागरिकों को हिदायत दी है कि वे इन राज्यों की यात्रा के दौरान एहतियात बरतें.

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(फोटो: रॉयटर्स)

पूर्वोत्तर में नागरिकता संशोधन क़ानून को लेकर बड़े पैमाने पर हो रहे विरोध प्रदर्शनों में अब तक तीन लोगों की जान जा चुकी है. कई इलाकों में कर्फ्यू है, साथ ही इंटरनेट और मोबाइल सेवाओं पर पाबंदी है. कई देशों ने अपने नागरिकों को हिदायत दी है कि वे इन राज्यों की यात्रा के दौरान एहतियात बरतें.

(फोटो: रॉयटर्स)
(फोटो: रॉयटर्स)

नई दिल्ली: नागरिकता संशोधन कानून को लेकर पूर्वोत्तर में बिगड़े हालात को देखते हुए अमेरिका, फ्रांस, ब्रिटेन, इजरायल, सिंगापुर और कनाडा समेत कई देशों ने अपने नागरिकों के लिए यात्रा परामर्श जारी किया है. इन देशों ने कहा है कि अगर उन्हें जाना बहुत जरूरी है तो ही इन राज्यों में जाएं और सावधानी बरतें.

पूर्वोत्तर में बड़े पैमाने पर हो रहे विरोध प्रदर्शनों में अब तक तीन लोगों की जान जा चुकी है जबकि कई लोग घायल हुए हैं. कई इलाकों में कर्फ्यू लगाने के साथ इंटरनेट और मोबाइल सेवाओं पर पाबंदी लगा दी गई है.

प्रदर्शनकारी नागरिकता (संशोधन) कानून को वापस लेने की मांग कर रहे हैं. इस कानून के तहत 31 दिसंबर, 2014 तक पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से आए हिंदू, सिख, जैन, पारसी, ईसाई और बौद्ध समुदाय के लोगों को भारतीय नागरिकता देने का प्रावधान है.

अमेरिका ने अपने नागरिकों को हिदायत दी है कि पूर्वोत्तर की यात्रा के दौरान वे एहतियात बरतें. परामर्श में यह भी कहा गया है कि अमेरिकी सरकार ने प्रदर्शन के मुख्य केंद्र असम के लिए आधिकारिक यात्राएं अस्थायी रूप से रद्द कर दी है.

परामर्श के अनुसार, ‘भारत के पूर्वोत्तर राज्यों में मौजूद अमेरिकी नागरिकों को नागरिकता (संशोधन) विधेयक को मंजूरी मिलने के बाद वहां हो रहे प्रदर्शन और हिंसा के बारे में मीडिया में आ रही खबरों पर नजर रखते हुए सावधानी बरतनी चाहिए. कुछ इलाकों में प्रशासन ने कर्फ्यू लगाया है. इंटरनेट एवं मोबाइल सेवाएं भी बाधित हो सकती हैं. कई हिस्सों में परिवहन प्रभावित हो सकता है.’

अमेरिकी दूतावास ने पूर्वोत्तर राज्यों में रह रहे अपने नागरिकों के लिए सावधानियों को सूचीबद्ध किया है और उनसे ‘प्रदर्शनों एवं जन अशांति’ वाले इलाकों में जाने से बचने, अपने आस-पास की स्थिति से अवगत रहने तथा अन्य लोगों के बीच ‘सामान्य बने रहने’ का निर्देश दिया है.

प्रशासन की ओर से कहा गया है कि अमेरिकी नागरिक विदेश यात्रा के दौरान अमेरिकी विदेश विभाग की वेबसाइट चेक करते रहें. वेबसाइट पर विश्‍व के वर्तमान हालात, यात्रा संबंधी चेतावनी, यात्रा अलर्ट और देश विशेष के बारे में जानकारी होती है.

इंडिया टुडे के अनुसार, ब्रिटेन ने अपने नागरिकों को कहा है कि जब तक भारत में हालात सामान्य नहीं हो जाते हैं तब तक वह भारत की यात्रा करने से बचें. परामर्श में कहा गया है कि अगर उन्हें भारत की यात्रा करनी है और पूर्वोत्तर राज्यों में जाना बेहद जरूरी है तो मीडिया में आ रही खबरों पर नजर रखें और स्थानीय अधिकारियों द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन करें.

इजरायल ने अपने नागरिकों के लिए परामर्श जारी करते हुए उन्हें असम और पूर्वोत्तर भारत के अन्य राज्यों में यात्रा न करने को कहा है. वहीं, फ्रांस ने परामर्श जारी करते हुए कहा कि असम के लिए हवाई यात्रा पर पाबंदी और यात्री किसी भी तरह की भीड़ से दूर रहें, खबरों को देखते रहें और भारतीय प्रशासन के आदेशों (खासकर कर्फ्यू की स्थिति में) का पालन करें.

कनाडा ने अपने नागरिकों को विरोध के कारण अरुणाचल प्रदेश, असम, मणिपुर, मेघालय, मिजोरम और नागालैंड की गैर-आवश्यक यात्रा से बचने की सलाह दी है. वहीं, सिंगापुर के विदेश मंत्रालय ने पूर्वोत्तर भारत के लिए एक यात्रा नोटिस जारी किया, जिसमें सिंगापुर के लोगों को सतर्कता और सावधानी बरतने की सलाह दी गई है.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)

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