नागरिकता कानून: सारा भारत एक साथ, इस सरकार की विश्वसनीयता नहीं बची- अरुंधति रॉय

देशभर में 19 दिसंबर को नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं. इन प्रदर्शनों को रोकने के लिए दिल्ली सहित कई शहरों में धारा 144 लागू करने के साथ इंटरनेट सेवाओं पर भी पाबंदी लगाई गई है.

New Delhi: Author and activist Arundhati Roy addresses a protest organised by the activists of Campaign against State Repression on Rights over various issues, at Jantar Mantar in New Delhi on Friday, Aug 3, 2018. (PTI Photo/Atul Yadav) (PTI8_3_2018_000071B)
अरुंधति रॉय. (फोटो: पीटीआई)

देशभर में 19 दिसंबर को नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं. इन प्रदर्शनों को रोकने के लिए दिल्ली सहित कई शहरों में धारा 144 लागू करने के साथ इंटरनेट सेवाओं पर भी पाबंदी लगाई गई है.

New Delhi: Author and activist Arundhati Roy addresses a protest organised by the activists of Campaign against State Repression on Rights over various issues, at Jantar Mantar in New Delhi on Friday, Aug 3, 2018. (PTI Photo/Atul Yadav) (PTI8_3_2018_000071B)
अरुंधति रॉय. (फोटो: पीटीआई)

नई दिल्ली: दिल्ली समेत देश के विभिन्न हिस्सों में नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ चल रहे विरोध प्रदर्शनों के बीच लेखिका अरुंधति रॉय ने कहा कि भारत एक साथ खड़ा है. उन्होंने सरकार को चुनौती देते हुए कहा कि इस बार आप हमें नहीं रोक पाएंगे.

एक बयान जारी करते हुए रॉय ने कहा, ‘भारत एक साथ खड़ा है. यह सरकार पूरी तरह से बेनकाब हो चुकी है और इसकी कोई विश्वसनीयता नहीं बची है. यह एक ऐसा दिन है जब प्रेम और एकजुटता मिलकर कट्टरता और फासीवाद को हराएंगे. हर कोई असंवैधानिक नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी के खिलाफ विरोध में साथ आ रहा है.’

उन्होंने कहा, ‘हम दलित, मुस्लिम, हिदू, ईसाई, सिख, आदिवासी, मार्क्सवादी, आम्बेडकरवादी, किसान, मजदूर, शिक्षक, लेखक, कवि, चित्रकार और सबसे अधिक छात्र हैं जो कि देश का भविष्य हैं. इस बार आप हमें नहीं रोक पाएंगे.’

बता दें कि, देशभर में हो रहे नागरिकता संशोधन कानून के विरोध प्रदर्शन को रोकने के लिए दिल्ली सहित देश के अलग-अलग हिस्सों में धारा 144 लागू कर दी गई है.

हालांकि, धारा 144 का उल्लंघन करते हुए लोग सड़कों पर उतरकर नागरिकता संशोधन कानून का विरोध कर रहे हैं और उसे वापस लेने की मांग कर रहे हैं.

इस दौरान जहां बेंगलुरु में इतिहासकार रामचंद्र गुहा सहित 30 से अधिक लोगों को हिरासत में ले लिया गया तो वहीं दिल्ली में स्वराज इंडिया के अध्यक्ष योगेंद्र यादव, पूर्व सांसद धर्मवीर गांधी, छात्र नेता उमर खालिद, कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित, स्वराज इंडिया के दिल्ली अध्यक्ष कर्नल जयवीर, आईसा अध्यक्ष सुचेता दे, यूनाइटेड अगेंस्ट हेट के नेता नदीम खान समेत कई लोगों को दिल्ली पुलिस ने हिरासत में लिया है.

इस दौरान एयरटेल और वोडाफोन ने सरकार के निर्देश पर दिल्ली के कई इलाकों में मोबाइल सेवाओं को बंद कर दिया है.