कोई भी दंगाई, चाहे वह किसी भी पार्टी से हो, बख्शा नहीं जाना चाहिए: अरविंद केजरीवाल

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दंगों में मारे गए लोगों के परिजनों को दस-दस लाख और गंभीर रूप से घायल लोगों को पांच-पांच लाख रुपये का मुआवजा देने का ऐलान किया. इसके साथ ही नाबालिगों की मौत के मामले में भी पांच लाख रुपये दिए जाएंगे.

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दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन. (फोटो: ट्विटर/@AamAadmiParty)

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दंगों में मारे गए लोगों के परिजनों को दस-दस लाख और गंभीर रूप से घायल लोगों को पांच-पांच लाख रुपये का मुआवजा देने का ऐलान किया.

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन. (फोटो: ट्विटर/@AamAadmiParty)
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन. (फोटो: ट्विटर/@AamAadmiParty)

नई दिल्ली: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने गुरुवार को एक प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए कहा, ‘देश में सुरक्षा की स्थिति का राजनीतिकरण नहीं किया जाना चाहिए.’

मुख्यमंत्री केजरीवाल ने कहा, ‘हम हिंसा के अपराधियों को सजा सुनिश्चित करेंगे और चाहे कोई भी पार्टी हो, किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा। एसडीएम अधिकारी प्रभावित क्षेत्रों के लोगों के लिए उपलब्ध होंगे.’

उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार दंगों में मारे गए लोगों के परिजनों को दस-दस लाख और गंभीर रूप से घायल लोगों को पांच-पांच लाख रुपये का मुआवजा देगी. 10 लाख रुपये में 1 लाख रुपये अनुग्रह राशि शामिल होगी.

इसके साथ ही उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय राजधानी में हुए दंगों में घायल और निजी अस्पतालों में भर्ती लोगों के इलाज का खर्च दिल्ली सरकार उठाएगी.

केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली सरकार आगजनी, हिंसा के दौरान जले कागजात फिर से हासिल करने के वास्ते लोगों के लिए विशेष शिविर लगाएगी.

दिल्ली हिंसा के मामले में आम आदमी पार्टी के पार्षद ताहिर हुसैन की भूमिका पर उठ रहे सवालों पर जवाब देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, ‘कोई भी दंगाई, चाहे वह किसी भी पार्टी से हो, बख्शा नहीं जाना चाहिए. दंगा में संलिप्त लोग अगर आम आदमी पार्टी के मिले तो उन्हें दोगुनी सजा मिलनी चाहिए.’

बता दें कि, आज हिंसा की कोई भी ताजा घटना सामने नहीं आई है, लेकिन मरने वालों की संख्या 37 हो गई और कम से कम 200 लोग घायल हो गए हैं.

इससे पहले कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के नेतृत्व में कांग्रेस नेताओं के एक प्रतिनिधिमंडल ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात कर हिंसाग्रस्त दिल्ली में हालात सामान्य करने की मांग की और गृहमंत्री अमित शाह को हटाने की मांग की.

वहीं, केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने मीडिया को संबोधित किया और आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस और आप इस मुद्दे का राजनीतिकरण कर रहे हैं.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)