केरलः लॉकडाउन के बीच भोजन की व्यवस्था नहीं होने पर मज़दूर धरने पर

यह धरना एर्नाकुलम ज़िले के पेरम्बवूर में एक श्रमिक कैंप के पास रविवार से शुरू हुआ. आरोप है कि कैंप में रह रहे 2,000 मज़दूरों को पर्याप्त रूप से भोजन मुहैया नहीं कराया जा रहा है.

(फोटोः पीटीआई)

यह धरना एर्नाकुलम ज़िले के पेरम्बवूर में एक श्रमिक कैंप के पास रविवार से शुरू हुआ. आरोप है कि कैंप में रह रहे 2,000 मज़दूरों को पर्याप्त रूप से भोजन मुहैया नहीं कराया जा रहा है.

A migrant worker carries her daughter as she walks on a highway with others looking out for a transport to return to their villages, after India ordered a 21-day nationwide lockdown to limit the spreading of coronavirus disease (COVID-19), in Ghaziabad, on the outskirts of New Delhi, March 26, 2020. REUTERS/Adnan Abidi
(फोटोः पीटीआई)

तिरुवनंतपुरमः देशभर में लागू लॉकडाउन के बीच केरल के एर्नाकुलम जिले के एक केंद्र पर भोजन न मिलने की वजह से श्रमिक पिछले दो दिनों से धरना दे रहे हैं.

यह धरना एर्नाकुलम जिले के पेरम्बवूर स्थित एक श्रमिक कैंप के पास रविवार से शुरू हुआ. पेरम्बवूर मध्य केरल में प्रवासी मजदूरों का एक बड़ा केंद्र है.

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, पेरम्बवूर की बाई कॉलोनी में स्थित इस केंद्र रविवार को उस समय तनाव फैल गया, जब इस इमारत में रह रहे लगभग 2,000 मजदूरों को इमारत मालिक पर्याप्त भोजन आपूर्ति नहीं करा पाए.

जिला प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों ने मजदूरों को भोजन की आपूर्ति का आश्वासन दिया है. सरकार के निर्देशों के अनुसार, प्रवासी मजदूरों के खाने-पीने की व्यवस्था या तो इमारत के मालिकों या ठेकेदारों को करनी है.

बाई कॉलोनी की जिस इमारत में ये मजदूर रह रहे थे, उस इमारत के मालिकों ने मजदूरों के भोजन की व्यवस्था के लिए एक होटल को जिम्मा सौंपा था.

पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद के एक मजदूर कबील ने कहा, ‘कॉलोनी में हम लगभग 2,000 लोग हैं. एक होटल मालिक कैसे हम सभी के लिए खाना तैयार कर सकता है? कई लोगों को कल खाना नहीं मिला. सोमवार दोपहर भी हमें पर्याप्त भोजन नहीं मिला.’

बाई कॉलोनी का दौरा करने के बाद जिला कलक्टर एस. सुहास ने कहा, ‘लॉकडाउन जारी है, ऐसे में किसी को भी कॉलोनी से बाहर नहीं आना चाहिए. हम आप सभी को आपके राज्य वापस ले जाने की व्यवस्था नहीं कर सकते. सभी के लिए भोजन की व्यवस्था की जाएगी.’