लॉकडाउन: ​पुलिस ने बताया, दिल्ली में 15 मार्च के बाद से अपराध दर में आई 42 फीसदी कमी

दिल्ली पुलिस ने बताया ​है कि पिछले साल की इसी अवधि के दौरान 3,416 मामलों की तुलना में इस साल 15 से 31 मार्च तक कुल 1,990 मामले दर्ज किए गए हैं.

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दिल्ली पुलिस (फोटो: रायटर्स)

दिल्ली पुलिस ने बताया है कि पिछले साल की इसी अवधि के दौरान 3,416 मामलों की तुलना में इस साल 15 से 31 मार्च तक कुल 1,990 मामले दर्ज किए गए हैं.

दिल्ली पुलिस (फोटो: रायटर्स)
(फोटो: रायटर्स)

नई दिल्ली: लॉकडाउन की वजह से दिल्ली में अपराध दर में खासी कमी आई है. दिल्ली पुलिस ने 15 मार्च के बाद से लूटपाट, वाहन चोरी और अन्य अपराधों से जुड़े मामले समेत करीब 2,000 मामले दर्ज किए हैं, जो पिछले साल की इसी अवधि की तुलना में 42 प्रतिशत कम है.

पुलिस ने शुक्रवार को यह जानकारी दी. पुलिस द्वारा साझा किए गए आंकड़ों के अनुसार, पिछले साल की इसी अवधि के दौरान 3,416 मामलों की तुलना में इस साल 15 से 31 मार्च तक कुल 1,990 मामले दर्ज किए गए हैं.

देशव्यापी बंद के लागू होने से पहले ही दिल्ली सरकार ने राष्ट्रीय राजधानी में 50 से ज्यादा लोगों वाले धार्मिक, सामाजिक, सांस्कृतिक और राजनीतिक कार्यक्रमों पर रोक लगा दी थी.

आंकड़ों के मुताबिक, महिलाओं से जुड़े मामलों में 50 फीसद की कमी आई है जबकि पिछले साल इसी अवधि के दौरान अपहरण के मामलों में 42 फीसदी की कमी दर्ज की गई है.

हालांकि राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू) ने कोरोना वायरस के मद्देनजर लॉकडाउन के दौरान घरेलू हिंसा और प्रताड़ना की घटनाएं बढ़ने पर चिंता जताई है.

आयोग के अनुसार, मार्च के पहले सप्ताह में देशभर में महिलाओं के खिलाफ अपराध की 116 शिकायतें मिली थीं. लॉकडाउन के दौरान 23 से 31 मार्च के दौरान घरेलू हिंसा की शिकायतें बढ़कर 257 हो गईं.

आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने बताया था, ‘एनसीडब्ल्यू तो 24 मार्च से एक अप्रैल तक घरेलू हिंसा की 69 शिकायतें मिलीं और इसमें लगातार इजाफा होता रहा. मुझे सीधे ईमेल मिल रहे हैं. मुझे हर रोज एक या दो ईमेल मिल रहे हैं.

बहरहाल पुलिस के अनुसार, राजधानी दिल्ली में अगवा करने के मामलों में 64 प्रतिशत तथा जबरन वसूली के मामलों में 77 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई है. वहीं डकैती के मामलों में 51 प्रतिशत तो गंभीर दुर्घटनाओं में 60 प्रतिशत की कमी आई है.

कुल 1990 मामलों में डकैती के 53 मामले, छीना-झपटी के 181 मामले, गंभीर रूप से घायल करने के 27 मामले, सेंधमारी के 55 मामले, मोटर वाहन चोरी के 1,243 मामले, घर में चोरी के 66 मामले, महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार करने के 72 मामले, अपहरण के 150 मामले, जबकि दुर्घटना के 112 मामले शामिल हैं जिनमें किसी की जान नहीं गई.

कोरोना वायरस का संक्रमण फैलने से रोकने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 24 मार्च को देशभर में 21 दिन के बंद की घोषणा की थी.

बता दें कि देश में कोराना वायरस (कोविड-19) से मृतकों की संख्या बढ़कर शनिवार को 68 हो गई और कुल संक्रमित लोगों की संख्या 2,902 हो चुकी है. वहीं दिल्ली में संक्रमित लोगों की संख्या 386 हो गई और छह लोगों की मौत हुई है.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)