कोरोना: भोपाल में 85 संक्रमितों में से 40 स्वास्थ्यकर्मी, राज्य मानवाधिकार आयोग ने मांगा जवाब

मध्य प्रदेश में पिछले 24 घंटों में कोरोना वायरस संक्रमण के 57 नए मामले सामने आने के बाद प्रदेश में इस बीमारी की चपेट में आने वालों की तादाद बढ़कर 313 पर पहुंच गई है. मध्य प्रदेश में अब तक 23 लोगों की मौत कोरोना वायरस के संक्रमण से हो चुकी है.

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शिवराज सिंह चौहान. (फोटो: पीटीआई)

मध्य प्रदेश में पिछले 24 घंटों में कोरोना वायरस संक्रमण के 57 नए मामले सामने आने के बाद प्रदेश में इस बीमारी की चपेट में आने वालों की तादाद बढ़कर 313 पर पहुंच गई है. मध्य प्रदेश में अब तक 23 लोगों की मौत कोरोना वायरस के संक्रमण से हो चुकी है.

मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान. (फोटो: पीटीआई)
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान. (फोटो: पीटीआई)

भोपाल/इंदौर/श्योपुर/होशंगाबाद: कोरोना वायरस महामारी के खिलाफ लड़ाई जीतने की जिम्मेदारी जिन स्वास्थ्यकर्मियों पर मध्य प्रदेश में वहीं बड़ी संख्या में इससे संक्रमित पाए गए हैं. इनमें कई शीर्ष आईएएस अधिकारी भी शामिल हैं.

एनडीटीवी के अनुसार, मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में कोरोना से संक्रमित 85 मरीज़ों में से 40 स्वास्थ्य विभाग के हैं जिनमें दो आईएएस अधिकारी- प्रमुख सचिव स्वास्थ्य, पल्लवी जैन-गोविल, और स्वास्थ्य निगम के एमडी जे. विजय कुमार भी हैं. इनके अलावा विभाग की अतिरिक्त निदेशक डॉ वीना सिन्हा भी संक्रमित हैं.

हाल ही में प्रदेश की सत्ता में वापसी करने वाले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा था कि कोरोना वायरस से संक्रमण को छिपाने वाले लोगों को माफ नहीं किया जा सकता और उन पर ग़ैर इरादतन हत्या का मामला चलाया जा सकता है.

हालांकि, इस मामले में सरकार ने अफसरों पर कार्रवाई नहीं की. यहां तक की मुख्यमंत्री ने प्रधान सचिव की प्रशंसा करते हुए कहा था कि आप जैसे अधिकारियों से सहायता के साथ हम जल्द ही राज्य से संक्रमण से छुटकारा पा लेंगे.’

अब कांग्रेस सांसद विवेक तन्खा के ट्वीट और मीडिया रिपोर्ट्स पर संज्ञान लेते हुए मध्य प्रदेश मानवाधिकार आयोग ने सरकार से जवाब मांगा है कि क्यों कुछ कोरोना संक्रमित आईएएस अधिकारियों और स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों ने अस्पताल में भर्ती होने में देरी की.

नोटिस के बाद तन्खा ने ट्वीट किया, “कोरोना वायरस के दिशानिर्देश सभी अमीर या छोटे-शक्तिशाली या कमजोर के लिए बाध्यकारी हैं. मध्य प्रदेश मानवाधिकार आयोग ने मुख्य सचिव को सख्त नोटिस दिया है.

आयोग ने मुख्य सचिव से पूछा है कि अधिकारियों के रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद उन्हें फौरन अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में क्यों नहीं रखा गया था.

गौरतलब है कि मध्यप्रदेश में स्वास्थ्य महकमे में आईएएस अधिकारियों के अलावा, उप निदेशक, अतिरिक्त निदेशक, व्यक्तिगत सहायक और चपरासी भी संक्रमित हैं.

मध्य प्रदेश में 57 नए मामले सामने आने के बाद कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़कर हुई 313

मध्य प्रदेश में पिछले 24 घंटों में कोरोना वायरस संक्रमण के 57 नए मामले सामने आने के बाद प्रदेश में इस बीमारी की चपेट में आने वालों की तादाद बढ़कर 313 पर पहुंच गई है.

अधिकारियों ने बताया कि प्रदेश की राजधानी भोपाल में पिछले 24 घंटों में सबसे ज्यादा 24 मामले सामने आये हैं. इसी के साथ भोपाल में ऐसे मरीजों की संख्या बढ़कर 85 हो गई है, जिनमें चिकित्सकों सहित स्वास्थ्य विभाग के 40 कर्मचारी और एक नगर पुलिस अधीक्षक (सीएसपी) सहित 12 पुलिसकर्मी शामिल हैं.

प्रदेश की आर्थिक राजधानी माने जाने वाले शहर इन्दौर में अब तक सर्वाधिक 173 संक्रमित मरीज मिले हैं. पिछले 24 घंटों में इन्दौर में कोरोना वायरस के 22 नए मरीजों का पता चला है.

स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया कि प्रदेश में अब तक 23 लोगों की मौत कोरोना वायरस के संक्रमण से हो चुकी है, जिनमें से इंदौर में 16, उज्जैन में पांच एवं भोपाल, खरगोन एवं छिंदवाड़ा में एक-एक मौत शामिल हैं.

मध्य प्रदेश के दो जिलों श्योपुर एवं होशंगाबाद में मंगलवार को पहली बार एक एक कोविड-19 संक्रमित मरीज पाये जाने के बाद प्रदेश के 52 जिलों में से 14 में इस महामारी ने दस्तक दे दी है. भुवनेश्वर का एक व्यक्ति भी भोपाल में संक्रमित पाया गया है.

अधिकारियों ने बताया, ‘मंगलवार रात तक मध्य प्रदेश में कुल 313 कोरोना वायरस संक्रमित पाये गये हैं. प्रदेश में सबसे अधिक 173 कोरोना मरीज इन्दौर में मिले हैं, जबकि 85 मरीज भोपाल में, 13 उज्जैन में, 12 मुरैना में, आठ जबलपुर में, छह ग्वालियर में, चार खरगोन में, तीन बड़वानी में, दो-दो मरीज छिंदवाड़ा एवं शिवपुरी में और एक-एक मरीज बैतूल, श्योपुर, होशंगाबाद एवं विदिशा में मिले हैं.

उन्होंने बताया कि इनमें से 21 मरीज अब स्वस्थ हो गये हैं और उन्हें अस्पतालों से छुट्टी दे दी गयी है. वहीं, 228 मरीजों की हालत स्थिर है जबकि 20 मरीजों की स्थिति गंभीर बनी हुई है.

पिछले एक सप्ताह में प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग की प्रमुख सचिव सहित दो आईएएस अधिकारी इससे संक्रमित हो चुके हैं.

इंदौर से मिली रिपोर्ट के अनुसार नगर में कोरोना वायरस से संक्रमित तीन और मरीजों की मौत का मंगलवार को खुलासा किया गया. इनमें 30 वर्षीय एक व्यक्ति शामिल है जिसे शराब की लत थी.

शासकीय महात्मा गांधी स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय के एक अधिकारी ने बताया कि 30 वर्षीय पुरुष को खांसी, कमजोरी और हल्के बुखार की शिकायत के साथ दो अप्रैल को एक स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया था. इलाज के दौरान उसकी अगले ही दिन यानी तीन अप्रैल को मौत हो गयी.

उन्होंने बताया कि 84 वर्षीय वृद्ध ने पांच अप्रैल को एक स्थानीय अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ा था. उसकी मौत के बाद आयी जांच रिपोर्ट में पुष्टि हुई है कि वह भी कोरोना वायरस से संक्रमित था.

शासकीय महात्मा गांधी स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय के एक अधिकारी ने बताया कि 49 वर्षीय पुरुष ने शहर के एक निजी अस्पताल में इलाज के दौरान कल मंगलवार शाम आखिरी सांस ली. वह 24 मार्च को कोरोना वायरस से संक्रमित पाया गया था.

इन तीन नए मामलों के बाद शहर में कोरोना वायरस संक्रमण के बाद दम तोड़ने वाले मरीजों की तादाद बढ़कर 16 पर पहुंच गयी है.

होशंगाबाद से मिली रिपोर्ट के अनुसार इटारसी में रहने वाले एक चिकित्‍सक भी कोरोना वायरस से संक्रमित हैं. वह अभी भोपाल एम्‍स में भर्ती है. उनके संपर्क में आए लोगों की पृथकवास करने के निर्देश दिए गये हैं. साथ ही उसके घर के आसपास के क्षेत्र को सील करने के निर्देश दिए गये हैं.

इसी बीच, श्योपुर जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) डॉ एके करोरिया ने बताया कि श्योपुर शहर में मंगलवार को 53 वर्षीय एक व्यक्ति कोरोना वायरस से संक्रमित पाया गया .

इसके बाद कलेक्टर प्रतिभा पाल ने श्योपुर जिले में रात 12 बजे से कर्फ्यू लगाए जाने का आदेश जारी कर दिया है.

प्रतिभा ने बताया कि इस व्यक्ति के परिवार में 10 अन्य लोग भी हैं. इन सभी के नमूने भी कोरोना जांच के लिए लिए गये हैं.

उन्होंने कहा कि प्रशासन ने मामले की गंभीरता को देखते हुए इस व्यक्ति के मकान से लेकर तीन किलोमीटर तक के एरिया को सील कर दिया है.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)