लॉकडाउन: मुंबई में मज़दूरों की भीड़ के जुटने के मामले में टीवी पत्रकार हिरासत में

ट्रेन सेवा बहाल किए जाने की कथित ख़बर को लेकर बीते मंगलवार को मुंबई के बांद्रा बस डिपो पर घर जाने के लिए प्रवासी मज़दूर जुट गए थे. इस संबंध में मुंबई पुलिस ने दो अन्य एफआईआर भी दर्ज की है और एक युवक को गिरफ़्तार किया है.

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मुंबई के बांद्रा रेलवे स्टेशन के बाहर मंगलवार को जुटी भीड़ को पुलिस द्वारा तितर-बितर किए जाने के बाद वहां छूटीं लोगों की चप्पलें. (फोटो: पीटीआई)

ट्रेन सेवा बहाल किए जाने की कथित ख़बर को लेकर बीते मंगलवार को मुंबई के बांद्रा बस डिपो पर घर जाने के लिए प्रवासी मज़दूर जुट गए थे. इस संबंध में मुंबई पुलिस ने दो अन्य एफआईआर भी दर्ज की है और एक युवक को गिरफ़्तार किया है.

मुंबई के बांद्रा रेलवे स्टेशन के बाहर मंगलवार को जुटी भीड़ को पुलिस द्वारा तितर-बितर किए जाने के बाद वहां छूटीं लोगों की चप्पलें. (फोटो: पीटीआई)
मुंबई के बांद्रा रेलवे स्टेशन के बाहर मंगलवार को जुटी भीड़ को पुलिस द्वारा तितर-बितर किए जाने के बाद वहां छूटीं लोगों की चप्पलें. (फोटो: पीटीआई)

मुंबई: महाराष्ट्र में न्यूज चैनल एबीपी माझा के पत्रकार के खिलाफ उस खबर को लेकर प्राथमिकी दर्ज की गई जिसमें कहा गया था कि ट्रेन सेवाएं बहाल होंगी, जिसके कारण उपनगर बांद्रा में मंगलवार को प्रवासी कामगार उमड़ पड़े.

एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि महाराष्ट्र के उस्मानाबाद जिले के आरोपी पत्रकार राहुल कुलकर्णी को हिरासत में ले लिया गया है और पुलिस उन्हें मुंबई ला रही है.

उन्होंने बताया कि हाल ही में एक खबर में कुलकर्णी ने कहा था कि लॉकडाउन के कारण फंसे हुए लोगों के लिए जन साधारण विशेष ट्रेनें बहाल होंगी.

अधिकारी ने बताया कि उस पर आईपीसी की धारा 188, 269, 270 और 117 के तहत मामला दर्ज किया गया है.

वहीं, मंगलवार को बांद्रा उपनगर में प्रवासी कामगारों की भीड़ जुटने के मामले में मुंबई पुलिस ने दो अन्य एफआईआर दर्ज की है.

दूसरा एफआईआर बांद्रा स्टेशन के पास जुटी भीड़ के खिलाफ दर्ज किया गया है. वहीं एक अन्य एफआईआर विनय दुबे नाम के एक शख्स के खिलाफ दर्ज किया गया है, जिसने सोशल मीडिया पर एक वीडियो डालकर प्रवासियों को सड़क पर उतरने के लिए कहा था. दुबे को गिरफ्तार कर लिया गया है.

गौरतलब है कि मंगलवार दोपहर को यहां बांद्रा रेलवे स्टेशन के समीप 1,000 से अधिक प्रवासी कामगार उमड़ पड़े थे जिनमें से अधिकतर बिहार, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल के थे.

वे मांग कर रहे थे कि राज्य सरकार उनके लिए यातायात का प्रबंध करें ताकि वे अपने-अपने शहर और गांव लौट सकें.

इस मामले पर महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देखमुख का कहना था कि मंगलवार को शहर के बांद्रा स्टेशन के बाहर एकत्र हुए सैकड़ों प्रवासी मजदूरों/कामगारों को संभवत: आशा रही होगी कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राज्य की सीमाओं को खोलने का आदेश देंगे.

उन्होंने कहा था कि पुलिस ने उन्हें (प्रवासियों का) बता दिया है कि सीमाएं नहीं खुलेंगी और स्थिति अब नियंत्रण में है.

मंत्री ने कहा था कि प्रवासियों को यह आश्वासन दिए जाने के बाद कि उनके रहने-खाने की व्यवस्था राज्य करेगा, भीड़ अपने-आप हट गई.

 

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)