महाराष्ट्र के गृहमंत्री ने सीबीआई से वधावन बंधुओं को हिरासत में लेने का किया अनुरोध

यस बैंक के प्रोमोटर राणा कपूर और अन्य द्वारा रुपयों की कथित हेराफेरी से जुड़ी सीबीआई की प्राथमिकी में डीएचएफएल प्रोमोटर्स वधावन भाई बतौर आरोपी नामजद हैं.

(फोटो साभार: विकिपीडिया)

यस बैंक के प्रोमोटर राणा कपूर और अन्य द्वारा रुपयों की कथित हेराफेरी से जुड़ी सीबीआई की प्राथमिकी में डीएचएफएल प्रोमोटर्स वधावन भाई बतौर आरोपी नामजद हैं.

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वधावन भाई डीएचएफएल के प्रमोटर हैं. (फोटो साभार: विकिपीडिया)

मुंबई: महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख ने बुधवार को कहा कि राज्य सरकार ने डीएचएफएल प्रोमोटर्स वधावन बंधुओं को हिरासत में लेने का सीबीआई से अनुरोध किया है, जिन्होंने इस महीने की शुरुआत में लॉकडाउन नियमों का उल्लंघन कर महाबलेश्वर की यात्रा की थी.

डीएचएफएल प्रोमोटर्स कपिल वधावन और धीरज वधावन तथा उनके परिवार के सदस्यों समेत 21 अन्य को पृथक रखा गया था. लॉकडाउन की अवधि के दौरान उनके इस महीने महाबलेश्वर पर्वतीय शहर पहुंचने के बाद उन्हें पृथक किया गया था.

देशमुख ने अपने ट्विटर संबोधन में कहा कि उन्होंने केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) से वधावन बंधुओं के पृथक वास की अवधि बुधवार को दोपहर दो बजे खत्म होने के बाद उन्हें हिरासत में लेने का अनुरोध किया है.

यस बैंक के प्रोमोटर राणा कपूर और अन्य द्वारा रुपयों की कथित हेराफेरी से जुड़ी सीबीआई की प्राथमिकी में वधावन भाई बतौर आरोपी नामजद हैं.

दोनों भाइयों के खिलाफ सात मार्च को मामला दर्ज होने के बाद से ही वे फरार हैं जिसके बाद सीबीआई को एक विशेष अदालत से उनके खिलाफ गैर जमानती वारंट लेने पड़े.

देशमुख ने किसी अधिकारी का नाम लिए बगैर कहा, ‘हमारे एक वरिष्ठ अधिकारी की गलती के कारण वधावन परिवार को लॉकडाउन अवधि के दौरान महाबलेश्वर जाने की अनुमति मिली. वधावन परिवार के पृथक वास की अवधि आज दोपहर दो बजे खत्म हो रही है.’

उन्होंने कहा, ‘इसलिए हमने मंगलवार को ईडी निदेशक तथा सीबीआई को पत्र लिखा कि आप आज उनकी पृथक वास की अवधि समाप्त होने के बाद उन्हें हिरासत में ले सकते हैं. जब तक सीबीआई उन्हें हिरासत में नहीं लेती तब तक वधावन परिवार हमारी हिरासत में रहेंगे.’’

गृह विभाग में विशेष प्रधान सचिव अमिताभ गुप्ता ने वधावन को यात्रा करने की कथित तौर पर अनुमति दी थी. इस घटना से पैदा हुए विवाद के बाद गुप्ता को अनिवार्य अवकाश पर भेजा गया था.

भगोड़ा हीरा कारोबारी नीरव मोदी और शराब कारोबारी विजय माल्या का नाम लिए बगैर देशमुख ने कहा कि हाल फिलहाल में कुछ लोग लंदन भाग गए लेकिन महाराष्ट्र सरकार वधावन बंधुओं को ऐसा नहीं करने देगी.

देशमुख ने कहा, ‘वे हमारी हिरासत में हैं और हम उन्हें आगे की कार्रवाई के लिए सीबीआई को सौंप देंगे.’

सातारा की पुलिस अधीक्षक तेजस्वी सत्पुते ने 17 अप्रैल को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) और सीबीआई को बुधवार को खत्म हो रही वधावन बंधुओं की पृथक वास की अवधि के बारे में सूचित किया था और एजेंसियों से उन्हें हिरासत में लेने की व्यवस्था करने का अनुरोध किया था.

एजेंसियों को लिखे पत्र में सत्पुते ने आश्वस्त दिया कि पुलिस इस प्रक्रिया में सभी आवश्यक मदद मुहैया कराएगी.

वधावन बंधुओं और उनके परिवार के अन्य सदस्यों को पुणे में खंडाला से महाबलेश्वर की यात्रा करने के बाद नौ अप्रैल को पृथक रखा गया था.

चूंकि दोनों भाई ईडी और सीबीआई के मामलों में आरोपी हैं तो दोनों एजेंसियों के अधिकारी अगले दिन महाबलेश्वर पहुंचे थे.