प्रख्यात अभिनेता इरफ़ान ख़ान का निधन

साल 2018 में न्यूरोएंडोक्राइन कैंसर होने के बाद इरफ़ान ख़ान के स्वास्थ्य में सुधार नहीं हो सका था. इरफ़ान की 95 वर्षीय मां का चार दिन पहले ही जयपुर में इंतकाल हो गया था. लॉकडाउन के कारण वह उनके अंतिम संस्कार में शामिल नहीं हो सके थे.

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इरफ़ान ख़ान. (फोटो साभार: फेसबुक/Irrfan)

साल 2018 में न्यूरोएंडोक्राइन कैंसर होने के बाद इरफ़ान ख़ान के स्वास्थ्य में सुधार नहीं हो सका था. इरफ़ान की 95 वर्षीय मां का चार दिन पहले ही जयपुर में इंतकाल हो गया था. लॉकडाउन के कारण वह उनके अंतिम संस्कार में शामिल नहीं हो सके थे.

इरफ़ान ख़ान. (फोटो साभार: फेसबुक/Irrfan)
इरफ़ान ख़ान. (फोटो साभार: फेसबुक/Irrfan)

मुंबई/जयपुर: हिंदी सिनेमा के साथ अंतरराष्ट्रीय फिल्मों में भी अपनी पहचान बनाने वाले मशहूर अभिनेता इरफ़ान ख़ान का बुधवार को मुंबई के कोकिलाबेन धीरुभाई अंबानी अस्पताल में निधन हो गया. वह 54 वर्ष के थे.

बीते 28 अप्रैल को तबीयत बिगड़ने के बाद उन्हें आईसीयू में भर्ती कराया गया था, लेकिन उनके स्वास्थ्य में सुधार नहीं हो पाया.

साल 2018 में न्यूरोएंडोक्राइन कैंसर होने के बाद इरफ़ान ख़ान का स्वास्थ्य लगातार बिगड़ता चला जा रहा था. वह इलाज के लिए अक्सर लंदर आया-जाया करते थे. खराब स्वास्थ्य की वजह से वह अपनी आखिरी फिल्म अंग्रेजी मीडियम का प्रमोशन भी नहीं कर सके थे.

परिवार को एक हफ्ते में लगा यह दूसरा झटका है. दरअसल इरफ़ान की 95 वर्षीय मां सईदा बेगम का चार दिन पहले ही जयपुर में इंतकाल हुआ था. अभिनेता कोरोना वायरस से निपटने के लिए लगाए गए लॉकडाउन के कारण अपनी मां के अंतिम संस्कार में शामिल नहीं हो पाए थे.

उनके निधन के संबंध में जारी एक बयान में कहा गया है, ‘यह काफी दुखद है कि आज हमें उनके निधन की खबर बतानी पड़ रही है. इरफान एक मज़बूत इंसान थे, जिन्होंने अंत तक लड़ाई लड़ी और अपने संपर्क में आने वाले हर शख्स को प्रेरित किया. 2018 में एक दुर्लभ किस्म का कैंसर होने के बाद उन्होंने उससे लड़ाई लड़ी और जीवन के हर मोर्चे पर उन्होंने संघर्ष किया.’

बयान के अनुसार, ‘अपने प्रियजनों, अपने परिवार के बीच उन्होंने अंतिम सांस ली और अपने पीछे एक महान विरासत छोड़ गए. हम दुआ करते हैं कि उन्हें शांति मिले. और हम उनके द्वारा कहे शब्दों को दोहराएंगे कि ‘ये इतना जादुई था, जैसे कि मैं पहली बार जिंदगी का स्वाद चख रहा था.’

शूजित सरकार ने ट्वीट कर कहा है, ‘मेरे प्रिय दोस्त इरफान, तुम लड़े और खूब लड़े. मुझे हमेशा तुम पर गर्व रहेगा. हम फिर मिलेंगे. सुतापा और बाबिल के प्रति संवेदना. तुम लोग भी लड़े, सुतापा आपने इस लड़ाई में अपना सब कुछ लगा दिया. शांति और ओम शांति. इरफ़ान को सलाम.’

https://twitter.com/ShoojitSircar/status/1255377784773410818

इरफ़ान ख़ान के परिवार में उनकी पत्नी सुतापा सिकदर और दो बच्चे बाबिल और अयान हैं.

अभिनेता 2018 में बीमार होने के बाद इलाज के लिए ब्रिटेन चले गए थे और दुनिया से खुद को एकदम दूर कर लिया था. 2020 में उन्होंने ‘अंग्रेजी मीडियम’ से बड़े पर्दे पर वापसी की, जो कि उनकी आखिरी फिल्म भी साबित हुई.

सात जनवरी, 1967 में जयपुर में जन्मे इरफ़ान ख़ान को हिंदी सिनेमा में उनकी बेहतरीन अदाकारी के साथ ही ब्रिटिश और हॉलीवुड फिल्मों में काम करने के लिए भी जाना जाता है.

30 साल के अपने फिल्मी करिअर में इरफ़ान ने 50 से अधिक फिल्में कीं और तमाम अवॉर्ड अपने नाम किए. कला के क्षेत्र में बेहतरीन योगदान देने के लिए उन्हें साल 2011 में चौथे सर्वश्रेष्ठ नागरिक सम्मान पद्मश्री से नवाज़ा गया था.

इरफ़ान को बिल्लू (2009), पान सिंह तोमर (2011), ये साली ज़िंदगी (2011), सात ख़ून माफ़ (2012), लंच बॉक्स (2013), हैदर (2014), पीकू (2015), तलवार (2015) और हिंदी मीडियम (2017), क़रीब क़रीब सिंगल (2018) जैसी फिल्मों के लिए जाना जाता है.

पान सिंह तोमर को लिए उन्हें सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का राष्ट्रीय पुरस्कार मिल चुका है. इसके अलावा हासिल (2003) और मक़बूल (2004) में उनके द्वारा निभाए गए नकारात्मक किरदारों को आज भी याद किया जाता है.

इरफ़ान ने कई अंतरराष्ट्रीय फिल्मों- द वॉरियर (2001), द नेमसेक (2006), द दार्जिलिंग लिमिटेड (2007), अ माइटी हार्ट (2007), ऑस्कर पुरस्कार प्राप्त स्लमडॉग मिलेनियर (2008), न्यूयॉर्क: आई लव यू (2009), द अमेज़िंग स्पाइडर मैन (2012), लाइफ ऑफ पाई (2012), जुरासिक वर्ल्ड (2015) और इन्फर्नो (2016) में भी काम किया है.

इससे पहले इरफ़ान ने दूरदर्शन पर प्रसासित होने वाले धारावाहिकों- चाणक्य, भारत एक खोज, सारा जहां हमारा, बनेगी अपनी बात, चंद्रकांता, श्रीकांत, अनुगूंज आदि में भी काम कर चुके हैं.

90 के दशक में वह ‘एक डॉक्टर की मौत’ और ‘सच अ लॉन्ग जर्नी’ जैसी प्रशंसित फिल्मों में भी नज़र आ चुके हैं.

इरफान का परिवार मूल रूप से राजस्थान के टोंक से है, लेकिन इरफान का बचपन जयपुर के परकोटे वाले सुभाष चौक में बीता जहां उनके परिवार की टायरों की दुकान हुआ करती थी. इरफान का बाकी परिवार आज भी जयपुर में ही रहता है.

थियेटर की जानी मानी हस्ती और इरफान के शुरुआती गुरु रहे डॉ. रवि चतुर्वेदी कहते हैं, ‘इरफान जो भी हुआ अपनी मेहनत से, अपनी लगन से हुआ. वह जमीन से जुड़ा था और जुड़ा रहा.’

बाद में वह जयपुर से दिल्ली के नेशनल स्कूल आफ ड्रामा चले गए. फिर बॉम्बे और फिर पूरी दुनिया उनको जानने लगी.

राजनीति, सिनेमा और अन्य क्षेत्र की हस्तियों ने शोक जताया

पीकू में इरफान के साथ काम करने वाले अमिताभ बच्चन ने लिखा, ‘एक अविश्वसनीय प्रतिभा… एक बेहतरीन सहयोगी… सिनेमा की दुनिया में शानदार योगदान देने वाले… बेहद जल्दी अलविदा कह गए… उनके जाने से एक खालीपन आ गया है… प्रार्थना और दुआ.’

फिल्म ‘रोग’ में अभिनेता के साथ काम करने वाले निर्देशक महेश भट्ट ने उनकी बीमारी का पता चलने के बाद उनसे मुलाकात की थी.

उन्होंने लिखा, ‘मैंने दिल से कहा, ढूंढ लाना खुशी, नासमझ लाया ग़म तो ये ग़म ही सही… जब उनकी बीमारी का पता चला तो मैं उनसे मिला था उनका हाथ पकड़े ये गाना गाना याद है.तुम्हारी वह मुस्कुराहट हमेशा याद रहेगी.’

फिल्म ‘सात खून माफ’ में खान के साथ काम करने वाली प्रियंका चोपड़ा ने कहा, ‘हर चीज को जो आप निखार देते थे वह एक जादू था. आपकी प्रतिभा ने कई लोगों को कई रास्ते दिखाए. आपने हम में से कई को प्रेरित किया. इरफान खान आपकी बहुत याद आएगी. परिवार को संवेदनाए.’

अभिनेता अजय देवगन और उनकी पत्नी एवं अदाकारा काजोल, अक्षय कुमार, फिल्मकार करण जौहर ने भी खान के निधन पर शोक जताया और परिवार के प्रति संवेदनाएं जाहिर की.

फरहान अख्तर, निम्रत कौर, तापसी पन्नू, शबाना आजमी, अनुष्का शर्मा , अनिल कपूर ने भी उनके निधन पर शोक जताते हुए भारतीय सिनेमा में उनके योगदान को याद किया.

वहीं हॉलीवुड निर्देशक अवा डुवरने ने भी इरफान को याद करते हुए खुद को उनका एक बड़ा प्रशंसक बताया.

उन्होंने ट्वीट किया ‘बेहद जल्दी अलविदा कह गए. जब वह पर्दे पर होते हैं तो आप पलक भी नहीं झपका सकते. वह अपनी फिल्मों में हमेशा जिंदा रहेंगे.’

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को अभिनेता इरफान खान के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि उन्हें विभिन्न माध्यमों में उनकी बहुमुखी भूमिकाओं के लिए याद किया जाएगा.

प्रधानमंत्री मोदी ने ट्विटर पर कहा, ‘उन्हें विभिन्न माध्यमों में उनकी बहुमुखी भूमिकाओं के लिए याद किया जाएगा. मेरी संवेदनाएं उनके परिवार, मित्रों और प्रशंसकों के साथ हैं. उनकी आत्मा को शांति मिले.’

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने उन्हें असाधारण प्रतिभा के धनी अभिनेताओं में से एक बताया.

केजरीवाल ने ट्वीट किया, ‘हमारे दौर के सबसे असाधारण प्रतिभा के धनी अभिनेताओं में से एक इरफान खान के निधन के बारे में जानकर स्तब्ध हूं. उनका काम हमेशा याद रखा जाएगा . ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दे.’

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ट्वीट किया, ‘इरफान खान के निधन के बारे में सुनकर बहुत दुख हुआ. वह एक बहुमुखी प्रतिभा वाले अभिनेता थे. वह वैश्विक सिनेमा एवं टीवी के स्तर पर एक लोकप्रिय भारतीय अंबेसडर थे.’

गांधी ने कहा, ‘इरफान की कमी बहुत महसूस की जाएगी. दुख की इस घड़ी में उनके परिवार, मित्रों और प्रशंसकों के प्रति मेरी संवेदना है.’

अभिनेता एवं राजनेता कमल हासन ने बुधवार को इरफान खान के निधन पर शोक जताते हुए उन्हें बेहतरीन अभिनेताओं में से एक बताया.

उन्होंने कहा, ‘आप बहुत जल्दी अलविदा कह गए इरफान जी. आपके काम ने हमेशा मेरा दिल जीता. आप उन बेहतरीन अभिनेताओं में से एक थे, जिन्हें मैं जानता हूं… काश! आप थोड़ा और रुक जाते. आप यकीनन अधिक समय के हकदार थे. इस घड़ी में आपके परिवार को हिम्मत मिले.’

 (समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)