कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि भाजपा और मोदी सरकार कोरोना वायरस व चीन की चुनौतियों से निपटने के बजाय केवल सत्ता लूटने का काम कर रही हैं. पार्टी ने भाजपा नेता और केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत के ख़िलाफ़ राजस्थान में विधायकों को रिश्वत देने के आरोप में केस दर्ज करने की मांग की है.

राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के साथ कांग्रेस नेता सचिन पायलट. (फोटो: रॉयटर्स)
जयपुर: राजस्थान में मचे सियासी घमासान के बीच शुक्रवार को कांग्रेस ने अपने दो विधायकों भंवरलाल शर्मा और विश्वेंद्र सिंह को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से हटा दिया है. दोनों पर अशोक गहलोत सरकार को गिराने के लिए षड्यंत्र रचने का आरोप है.
यह जानकारी कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रणदीप सुरजेवाला ने दी है.
इसके अलावा पार्टी ने भाजपा नेता और केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत के खिलाफ राजस्थान में विधायकों को रिश्वत देने के आरोप में केस दर्ज करने की मांग की है.
कांग्रेस ने आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी व केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार कोरोना वायरस व चीन की चुनौतियों से निपटने के बजाय केवल सत्ता लूटने का काम कर रही हैं.
राजस्थान में शुक्रवार को वायरल हुए दो कथित ऑडियो क्लिप का हवाला देते हुए कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने जयपुर में केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत पर हमला बोला और कहा कि राजस्थान की सरकार गिराने के षड्यंत्र में कथित रूप से शामिल शेखावत व अन्य लोगों के खिलाफ पुलिस के विशेष कार्यबल (एसओजी) में मामला दर्ज होना चाहिए.
इस ऑडियो क्लिप में कथित तौर पर कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक भंवर लाल शर्मा व भाजपा के एक नेता संजय जैन की आवाज है.
सुरजेवाला ने संवाददाता सम्मेलन में इस क्लिप में हुई कथित बातचीत को पढ़कर सुनाया. उन्होंने कहा, ‘इस तथाकथित बातचीत से पैसों की सौदेबाजी व विधायकों की निष्ठा बदलवाकर राजस्थान की कांग्रेस सरकार गिराने की मंशा व साजिश साफ है. यह लोकतंत्र के इतिहास का काला अध्याय है.’
#WATCH The tapes that have surfaced between yesterday evening & today morning show that BJP has, prima facie, conspired to topple Congress govt & buy MLAs' loyalty. BJP dwara janmat ka apaharan aur prajatantra ke cheerharan ki koshish ki ja rahi hai: Randeep Surjewala, Congress pic.twitter.com/zguy8xQUIa
— ANI (@ANI) July 17, 2020
उन्होंने कहा, ‘प्रथमदृष्टया राजस्थान कांग्रेस सरकार गिराने की साजिश में शामिल केंद्रीय कैबिनेट मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत के खिलाफ एसओजी द्वारा प्राथमिकी दर्ज की जाए, पूरी जांच हो और अगर पद का दुरुपयोग कर जांच प्रभावित करने का अंदेशा हो (जैसा प्रथम दृष्टि में प्रतीत होता है), तो वॉरंट लेकर शेखावत की फौरन गिरफ्तारी की जाए.’
उन्होंने कहा, ‘सचिन पायलट भी आगे आकर ‘विधायकों की सूची’ भाजपा को देने के बारे में अपनी स्थिति स्पष्ट करें.’
उन्होंने कहा कि पार्टी ने पूर्व मंत्री व विधायक विश्वेंद्र सिंह तथा विधायक भंवरलाल शर्मा को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निलंबित कर दिया है और उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया है.
कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि अगर भाजपा में नैतिकता बची है तो वह गजेंद्र सिंह शेखावत को बर्खास्त करे.
इस बीच राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी द्वारा सचिन पायलट सहित कांग्रेस पार्टी के 19 बागी विधायकों को अयोग्यता नोटिस जारी किए जाने के खिलाफ पायलट और उनके समर्थक विधायकों ने गुरुवार को हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया है, जिसकी सुनवाई आज होनी है.
बता दें कि राजस्थान में पिछले कुछ दिनों से जारी सियासी घमासान के बीच 14 जुलाई को दूसरी बार बुलाई गई कांग्रेस विधायक दल की बैठक में सचिन पायलट और उनके समर्थक विधायकों के शामिल नहीं होने के बाद पार्टी ने उन्हें उपमुख्यमंत्री और प्रदेश अध्यक्ष पद से हटा दिया था. हालांकि, वे अभी भी पार्टी के सदस्य बने हुए हैं.
पायलट के साथ ही उनके दो समर्थकों विश्वेंदर सिंह और रमेश मीणा को भी राजस्थान कैबिनेट से हटा दिया गया था.
इसके बाद सचिन पायलट ने बुधवार को कहा था कि वे भाजपा में नहीं शामिल हो रहे हैं और अभी भी कांग्रेस पार्टी के सदस्य हैं.
वहीं, इसके बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा था कि जयपुर में विधायकों की खरीद-फरोख्त की जा रही थी, हमारे पास सबूत हैं.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)
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