भाजपा ने वेंकैया नायडू को बनाया उपराष्ट्रपति पद का उम्मीदवार

भाजपा के संसदीय बोर्ड की बैठक के बाद पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में दी जानकारी, विपक्ष के उम्मीदवार गोपालकृष्ण गांधी से होगा मुक़ाबला.

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भाजपा के संसदीय बोर्ड की बैठक के बाद पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में दी जानकारी, विपक्ष के उम्मीदवार गोपालकृष्ण गांधी से होगा मुक़ाबला.

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एम वेंकैया नायडू. (फोटो: रॉयटर्स)

भाजपा के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय मंत्री एम वेंकैया नायडू भाजपा के अगुआई वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के उपराष्ट्रपति के उम्मीदवार होंगे. भाजपा की संसदीय बोर्ड की बैठक के बाद भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह जानकारी दी.

भाजपा की संसदीय बोर्ड की बैठक में उनके नाम पर मुहर लगा दी गई है. बता दें कि कांग्रेस समेत 18 विपक्षी दलों के गठबंधन ने उपराष्ट्रपति पद के लिए गोपालकृष्ण गांधी को अपना उम्मीदवार घोषित किया है. उपराष्ट्रपति पद के लिए मतदान 5 अगस्त को होगा.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, मैं वेंकैया नायडू को वर्षों से जानता हूं. उनकी कड़ी मेहनत और तपस्या के कारण उनका प्रशंसक रहा हूं. उपराष्ट्रपति पद के लिए वे उपयुक्त हैं. एक किसान के बेटे वेंकैया नायडू के पास सार्वजनिक जीवन का वर्षों का अनुभव है और समूचे राजनीतिक जगत में सराहे जाते हैं.

एम वेंकैया नायडू भाजपा के वरिष्ठ नेता हैं, उनका लंबा राजनीतिक अनुभव है. वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बेहद करीबी और भरोसेमंद माने जाते हैं. इसके अलावा आंध्र प्रदेश से आने वाले वेंकैया नायडू की उम्मीदवारी दक्षिणी राज्यों में भाजपा के लिए फायदेमंद हो सकती है.

नायडू अगर राजग की ओर से उपराष्ट्रपति पद के चुने जाते हैं तो राज्यसभा में भाजपा की राह आसान हो जाएगी. फिलहाल भाजपा का राज्यसभा में अल्पमत है. पार्टी के वरिष्ठ और अनुभवी नेता का इस पद पर चुनाव भाजपा की राह आसान करेगा.

चार बार राज्यसभा सांसद रह चुके वेंकैया वर्तमान में राजस्थान से सांसद हैं. वे 1998 में पहली बार राज्यसभा के लिए चुने गए थे. इसके बाद 2004, 2010 और 2016 में भी राज्यसभा के लिए चुने गए.

छात्रसंघ के रास्ते राजनीति में आए वेंकैया नायडू 1977 में भाजपा यूथ विंग के अध्यक्ष बने थे. इसके पहले इमरजेंसी के दौरान वेंकैया जेल भी गए थे. यूथ विंग के अध्यक्ष रहने के दौरान 1978 में वे विधायक चुने गए थे. आंध्र प्रदेश विधानसभा में 1980 से 85 तक नेता प्रतिपक्ष रह चुके वेंकैया 1988 से 1993 के बीच आंध्र प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष भी रहे हैं.

वेंकैया पार्टी के उन महत्वपूर्ण नेताओं में हैं जो एक से ज्यादा बार अध्यक्ष रह चुके हैं. वे 1993 से 2000 तक पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव रहे. 2002 में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चुने गए और 2004 में दोबारा चुने गए.

अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में वेंकैया ग्रामीण विकास मंत्री रह चुके हैं. मौजूदा नरेंद्र मोदी सरकार में उनके पास तीन मंत्रालय थे. शहरी विकास मंत्रालय, संसदीय कार्यमंत्रालय और सूचना प्रसारण मंत्रालय. वे पार्टी के संसदीय बोर्ड के अलावा कई महत्वपूर्ण समितियों और पैनलों में रह चुके हैं.