त्रिपुरा के मतदाताओं के नाम मिज़ोरम की मतदाता सूची में शामिल करने के मामले की जांच के आदेश

उत्तरी त्रिपुरा और मिज़ोरम की सीमा पर स्थित फूलदुंगसी गांव के 130 मतदाताओं के नाम दोनों राज्यों की मतदाता सूची में शामिल हैं. जाम्पुई पहाड़ियों पर स्थित फूलदुंगसी उत्तर त्रिपुरा के कंचनपुर उपसंभाग का हिस्सा है, लेकिन मिज़ोरम ने यहां के मतदाताओं के नाम अपने यहां के हाचेक निर्वाचन क्षेत्र में शामिल कर लिया है.

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(फोटो साभार: wikimapia.org)

उत्तरी त्रिपुरा और मिज़ोरम की सीमा पर स्थित फूलदुंगसी गांव के 130 मतदाताओं के नाम दोनों राज्यों की मतदाता सूची में शामिल हैं. जाम्पुई पहाड़ियों पर स्थित फूलदुंगसी उत्तर त्रिपुरा के कंचनपुर उपसंभाग का हिस्सा है, लेकिन मिज़ोरम ने यहां के मतदाताओं के नाम अपने यहां के हाचेक निर्वाचन क्षेत्र में शामिल कर लिया है.

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अगरतलाः त्रिपुरा सरकार ने मिजोरम की सीमा से सटे एक गांव के 130 मतदाताओं के नाम पड़ोसी राज्य की मतदाता सूची में शामिल होने के मामले की जांच के आदेश दिए हैं.

त्रिपुरा के कंचनपुर उपसंभाग का फूलदुंगसी गांव त्रिपुरा-मिजोरम सीमा पर जाम्पुई की पहाड़ियों पर स्थित है और इस गांव में 640 लोग रहते हैं.

उत्तर त्रिपुरा के इस गांव के 130 मतदाताओं के नाम मिजोरम की मतदाता सूची में भी शामिल हैं.

उत्तर त्रिपुरा के जिलाधिकारी को लिखे पत्र में कंचनपुर की उपसंभागीय मजिस्ट्रेट (एसडीएम) चांदनी चंद्रन ने कहा, ‘मिजोरम के हाचेक एसटी निर्वाचन क्षेत्र के भाग 37 का सावधानीपूर्वक निरीक्षण करने पर यह पाया गया कि फूलदुंगसी गांव के 130 लोगों के नाम मिजोरम के हाचेक एसटी निर्वाचन क्षेत्र में जोड़ दिए गए हैं.’

एसडीएम ने 17 अगस्त को लिखे पत्र में कहा कि फूलदुंगसी ग्रामीण परिषद को जाम्पुई फूलदुंगसी के रूप में मिजोरम के हाचेक निर्वाचन क्षेत्र में शामिल कर दिया गया.

मीडिया को मिले इस पत्र में कहा गया कि 130 मतदाता, जिनके नाम मिजोरम की मतदाता सूची में शामिल हैं, वे असल में त्रिपुरा के निवासी हैं और उनके नाम त्रिपुरा की मतदाता सूची में भी शामिल हैं.

इसके साथ ही उनके नाम फूलदुंगसी ग्राम परिषद के रेजिडेंसी (आरओआर) के रजिस्टर में भी शामिल है और वे कंचनपुर उपसंभाग के तहत फूलदुंगसी राशन की दुकान से राशन लेते हैं.

एसडीएम ने पत्र में कहा कि मिजोरम और त्रिपुरा के बीच सीमा का सटीक सीमांकन करने की तत्काल आवश्यकता है, जिसमें त्रिपुरा का पूरा फूलदुंगसी ग्रामीण परिषद शामिल है.

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, इस पर त्रिपुरा के राजस्व मंत्री नरेंद्र देबबर्मा का कहना है, ‘हमने उच्च अधिकारियों से जांच करने और रिपोर्ट पेश करने को कहा है.’

देबबर्मा ने कहा, ‘हमने अधिकारियों को समग्र तरीके से जांच करने और जाम्पुई पहाड़ियों पर त्रिपुरा और मिजोरम के बीच सीमा पर सभी अतिक्रमणों को लेकर रिपोर्ट पेश करने को कहा है.’

त्रिपुरा के मुख्य निर्वाचन अधिकारी श्रीराम तारणिकांती का कहना है कि अगर त्रिपुरा और मिजोरम की मतदाता सूची में मतदाताओं के नाम का दोहराव है तो यह मामला उनके कार्यालय और मिजोरम में उनके समकक्ष के कार्यालय के बीच उठाया जाएगा.

उन्होंने कहा, ‘फिलहाल मतदाता सूची में संशोधन की प्रक्रिया चल रही है. अगर इसमें किसी तरह के विसंगति सामने आती है तो इसे यकीनन सुलझाया जाएगा.’

सूत्रों के मुताबिक, हालांकि यह मामला लगभग एक दशक पुराना है और इन दोनों की सीमाओं का सीमांकन करने के लिए दो सर्वेक्षण कराने के प्रयास किए गए थे, जो बेनतीजा रहे.

बता दें कि 27 अगस्त को मिजोरम के ग्राम परिषद चुनाव होने हैं.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)