गूगल प्लेस्टोर से हटाए जाने के कुछ घंटों के भीतर ही पेटीएम की वापसी

गूगल ने देश के सबसे बड़े डिजिटल पेमेंट और फाइनेंशियल सर्विस ऐप पेटीएम को प्लेस्टोर से हटा दिया था. गूगल का कहना था कि उन्होंने यह फैसला पेटीएम द्वारा लगातार कंपनी की नीतियों के उल्लंघन की वजह से लिया है.

(फोटो: रॉयटर्स)

गूगल ने देश के सबसे बड़े डिजिटल पेमेंट और फाइनेंशियल सर्विस ऐप पेटीएम को प्लेस्टोर से हटा दिया था. गूगल का कहना था कि उन्होंने यह फैसला पेटीएम द्वारा लगातार कंपनी की नीतियों के उल्लंघन की वजह से लिया है.

(फोटो: रॉयटर्स)

(फोटो: रॉयटर्स)

नई दिल्लीः देश के सबसे बड़े डिजिटल पेमेंट और फाइनेंशियल सर्विस ऐप पेटीएम को गूगल से हटाए जाने के कुछ ही घंटों के भीतर प्लेस्टोर पर इसकी वापसी हो गई है.

पेटीएम ने खुद ट्वीट कर इसकी जानकारी दी.

पेटीएम ने ट्वीट कर कहा, अपडेटः हम वापस आ गए हैं.

वहीं, पेटीएम के संस्‍थापक विजय शेखर शर्मा ने ट्वीट कर कहा, ‘समर्थन के लिए सभी का धन्‍यवाद. पेटीएम एप  वापस आ गया है, यह प्‍लेस्‍टोर पर लाइव है. हमने आज सुबह यूपीआई कैशबैक कैंपेन लॉन्च किया था इसलिए गूगल ने हमारे ऐप को सस्‍पेंड कर दिया था. भारत आप फैसला करें क्या कैशबैक देना गैबलिंग हैं.’

बता दें कि इससे पहले गूगल ने पेटीएम और पेटीएम फर्स्ट गेम फैंटेसी ऐप को अपने प्लेस्टोर से हटा दिया था.

गूगल प्लेस्टोर पर पेटीएम ऐप सर्च करने पर खेद जताते हुए कहा जा रहा था, ‘हमें खेद हैं. यह यूआरएल इस सर्वर पर मौजूद नहीं है.’

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, गूगल ने अपने ब्लॉग में बताया था कि गूगल ऑनलाइन कैसिनो या किसी भी तरह के अनियमित जुआ ऐप की मंजूरी नहीं देता और न ही इसका समर्थन करता है, जो सट्टेबाजी को बढ़ावा दे.

बताया गया था कि इसके विपरीत पेटीएम अपने ऐप के जरिये पैसे जीतने के लिए फैंटेसी क्रिकेट फीचर मुहैया करा रहा था. इसी वजह से पेटीएम की फैंटेसी स्पोर्ट्स सर्विस पेटीएम फर्स्ट गेम्स को प्लेस्टोर से हटा दिया गया था.

हालांकि गूगल ने अपने ब्लॉग में पेटीएम का जिक्र नहीं किया था.

पेटीएम की ओर से ट्वीट कर कहा गया था, ‘प्रिय पेटीएम उपभोक्ता, गूगल प्लेस्टोर पर डाउनलोड और अपडेशन के लिए अस्थायी तौर पर उपलब्ध नहीं होगा. यह सुविधा बहुत जल्द उपलब्ध हो जाएगी. आपका पूरा पैसा पूरी तरह सुरक्षित है. आप पेटीएम ऐप का सामान्य तरीके से आनंद ले सकते हैं.’

गूगल की एंड्रॉयड सिक्योरिटी और प्राइवेसी की वाइस प्रेसीडेंट सुजैन फ्रे ने कहा था, ‘हम ऑनलाइन कैसिनो की अनुमति नहीं देते या किसी ऐसे अनियमित जुआ ऐप्स को समर्थन करते हैं जो सट्टेबाजी को बढ़ावा देते. अगर कोई ऐप अपने यूजर्स को किसी बाहरी वेबसाइट पर ले जाता है जहां किसी पेड टूर्नामेंट या नकदी जीतने का ऑफर किया जाता है तो यह हमारे नियमों का उल्लंघन है.’

फ्रे ने कहा था, ‘हमारी ये नीतियां यूजर्स को संभावित नुकसान से बचाने के लिए हैं. जब कोई ऐप इन नीतियों का उल्लंघन करता है तो हम डेवलपर को इसकी सूचना देते हैं और जब तक डेवलपर पॉलिसी के अनुरूप बदलाव नहीं करता, तब तक के लिए उस ऐप को गूगल प्लेस्टोर से हटा दिया जाता है.’

उन्होंने कहा था, ‘अगर किन्हीं मामले में बार-बार नीति का उल्लंघन होता है तो हम सख्त कार्रवाई करते हैं, जिसमें गूगल प्लेस्टोर डेवलपर के अकाउंट को बंद करना भी शामिल है. हमारी नीतियां सभी डेवलेपर्स पर लागू होती हैं.’

बता दें कि साल 2010 में पेटीएम की शुरुआत हुई थी लेकिन नवंबर 2016 में देश में नोटबंदी के बाद से इसके व्यापार में अप्रत्याशित इजाफा हुआ था.