केबीसी: मनुस्मृति से जुड़े सवाल पर विवाद, भाजपा विधायक द्वारा शिकायत दर्ज कराई गई

कौन बनेगा करोड़पति में डॉ. बीआर आंबेडकर द्वारा एक धर्मग्रंथ की प्रतियां जलाए जाने के संबंध में सवाल पूछा गया था, जिसके सभी विकल्प हिंदू धर्मग्रंथों से संबंधित थे. महाराष्ट्र में भाजपा विधायक अभिमन्यु पवार ने पुलिस से की गई शिकायत में कहा है कि सभी विकल्प हिंदू धर्म से संबंधित होने का उद्देश्य हिंदुओं की भावनाएं आहत करना था.

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(फोटो साभार: फेसबुक)

कौन बनेगा करोड़पति में डॉ. बीआर आंबेडकर द्वारा एक धर्मग्रंथ की प्रतियां जलाए जाने के संबंध में सवाल पूछा गया था, जिसके सभी विकल्प हिंदू धर्मग्रंथों से संबंधित थे. महाराष्ट्र में भाजपा विधायक अभिमन्यु पवार ने पुलिस से की गई शिकायत में कहा है कि सभी विकल्प हिंदू धर्म से संबंधित होने का उद्देश्य हिंदुओं की भावनाएं आहत करना था.

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मुंबई: भाजपा के एक विधायक ने हिंदूओं की भावनाओं को कथित रूप से आहत करने के लिए बॉलीवुड अभिनेता अमिताभ बच्चन और टीवी कार्यक्रम ‘कौन बनेगा करोड़पति’ के निर्माताओं के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर मंगलवार को पुलिस से संपर्क किया.

लातूर जिले के औसा से भाजपा विधायक अभिमन्यु पवार ने लातूर के पुलिस अधीक्षक निखिल पिंगले के पास की गई शिकायत में कहा कि शुक्रवार (30 अक्टूबर) को विशेष कड़ी ‘करमवीर’ के दौरान पूछे गए एक प्रश्न को लेकर बच्चन और ‘सोनी एंटरटेनमेंट टेलीविजन’ के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए.

पवार ने पुलिस अधिकारी को सौंपे गए दो पृष्ठीय पत्र की प्रति पोस्ट करते हुए ट्वीट किया, ‘हिंदुओं को अपमानित करने और सौहार्द के साथ रह रहे हिंदुओं एवं बौद्ध अनुयायियों के बीच मनमुटाव पैदा करने की कोशिश की गई.’

कार्यक्रम की इस कड़ी में सामाजिक कार्यकर्ता बेजवाड़ा विल्सन और अभिनेता अनूप सोनी हॉट सीट पर बच्चन के सामने बैठे थे.

इस दौरान बच्चन ने छह लाख 40 हजार रुपये के लिए प्रश्न पूछा था कि 25 दिसंबर 1927 को डॉ. बीआर आंबेडकर और उनके अनुयायियों ने किस धर्मग्रंथ की प्रतियां जलाई थीं?

इसके लिए चार विकल्प दिए गए- (ए) विष्णु पुराण, (बी) भगवत गीता, (सी) ऋग्वेद, (डी) मनुस्मृति.

समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार, अमिताभ बच्चन फिर कहते हैं, ‘वैचारिक रूप से जातिगत भेदभाव और छुआछूत को जायज ठहराने के लिए वर्ष 1927 में डॉ. आंबेडकर ने प्राचीन हिंदू ग्रंथ मनुस्मृति की निंदा करते हुए इसकी प्रतियां जताई थीं.’

पवार ने कहा, ‘सभी चार विकल्प हिंदू धर्म से संबंधित थे. यह स्पष्ट है कि इस प्रश्न का उद्देश्य हिंदुओं की भावनाएं आहत करना था.’

उन्होंने कहा, ‘यह प्रश्न संदेश देता है कि हिंदू धर्म ग्रंथ जलाने के लिए बने हैं और इससे हिंदुओं एवं बौद्ध धर्म के अनुयायियों के बीच शत्रुता पैदा होती है.’

केबीसी में पूछे गए इस प्रश्न ने सोशल मीडिया पर कुछ लोगों नाराज कर दिया है, जो इस शो पर वामपंथी प्रोपगेंडा चलाने का आरोप लगाते हैं, जबकि कुछ ने कहा है कि इससे हिंदुओं की धार्मिक भावनाएं आहत हुई हैं.

फिल्म निर्देशक विवेक अग्निहोत्री ने शो से संबंधित एक वीडियो ट्वीटर पर साझा करते हुए कहा है कि केबीसी को कॉमियों (वामपंथी) द्वारा हाईजैक कर लिया गया है. मासूम बच्चे यह सीखें कि कैसे सांस्कृतिक युद्ध जीते हैं.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)