तनाव के बीच असम के मुख्य सचिव ने कहा, मिज़ोरम सीमा पर केंद्रीय बल की तैनाती होगी

बीते 17 अक्टूबर को असम के कछार ज़िले के लैलापुर गांव और मिज़ोरम के कोलासिब ज़िले के वैरेंगटे गांव के निवासियों के बीच हिंसक झड़प हुई थी, जिसके बाद से दोनों राज्यों में तनाव जारी है. इससे पहले मिज़ोरम के गृहमंत्री ने कहा था तक वह असम सीमा पर तैनात अपने सुरक्षा बलों को नहीं हटाएंगे.

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जिष्णु बरूआ. (फोटो साभार: nagalandpage.com)

बीते 17 अक्टूबर को असम के कछार ज़िले के लैलापुर गांव और मिज़ोरम के कोलासिब ज़िले के वैरेंगटे गांव के निवासियों के बीच हिंसक झड़प हुई थी, जिसके बाद से दोनों राज्यों में तनाव जारी है. इससे पहले मिज़ोरम के गृहमंत्री ने कहा था तक वह असम सीमा पर तैनात अपने सुरक्षा बलों को नहीं हटाएंगे.

जिष्णु बरूआ. (फोटो साभार: nagalandpage.com)
जिष्णु बरूआ. (फोटो साभार: nagalandpage.com)

सिलचर: असम और मिजोरम की सीमा पर जारी तनाव के बीच असम के मुख्य सचिव जिष्णु बरुआ ने बुधवार को कहा कि मिजोरम के साथ अंतरराज्यीय सीमा पर तैनाती के लिए केंद्रीय बल जल्द ही राज्य पहुंच रहे हैं. उनका यह बयान मिजोरम के गृहमंत्री के उस बयान के बाद आया है, जिसमें उन्होंने कहा था कि हालात सामान्य होने तक असम से लगी सीमा से सुरक्षा बलों को नहीं हटाया जाएगा.

सम के मुख्य सचिव जिष्णु बरुआ ने संवाददाताओं से कहा कि एक या दो दिन में बल के पहुंचने के बाद उनकी तैनाती कछार और करीमगंज की सीमा से लगते क्षेत्रों में होगी.

उन्होंने कहा, ‘जब बल की तैनाती यहां हो जाएगी तो दोनों ही तरफ शांति होगी.’

मुख्य सचिव ने कछार और करीमगंज जिला प्रशासन के अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे मिजोरम से लगती सीमा पर लैलापुर और मेडलीचेरा क्षेत्र में लगातार निगरानी रखें.

मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक भास्कर ज्योति महंता ने मिजोरम से लगती अंतरराज्यीय सीमा पर कानून-व्यवस्था की स्थिति की समीक्षा की. इस दौरान कई पुलिस उपायुक्त, कई पुलिस अधीक्षक समेत अन्य अधिकारी मौजूद थे.

मुख्य सचिव ने कहा कि वे यहां मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल के निर्देश पर कानून-व्यवस्था की स्थिति की समीक्षा करने और सीमा के उस हिस्से (मिजोरम) में अपराधियों के हाथों मारे गए व्यक्ति के परिवार से मिलने आए हैं.

उन्होंने बताया कि पीड़ित के परिवार को पांच लाख रुपये की सहायता राशि दी गई है.

बरुआ ने कहा, ‘मैं चिंतित हूं कि एक निर्दोष व्यक्ति की जान संभावित रूप से अपराधियों की वजह से गई. हम इस संबंध में विस्तृत जांच करना चाहते हैं.’

मालूम हो कि पिछले महीने से ही असम-मिजोरम सीमा पर तनाव पसरा हुआ है, क्योंकि यहां स्थित कई घरों को क्षतिग्रस्त किया था, जिसके बाद दोनों राज्यों के अधिकारियों के बीच बातचीत चल रही है.

इसी बीच, असम के कछार जिले के 45 वर्षीय व्यक्ति इंताजुल लस्कर की मौत दो नवंबर को मिजोरम के एक अस्पताल में हो गई थी.

असम सरकार का दावा है कि व्यक्ति का अपहरण किया गया था, जबकि मिजोरम के अधिकारियों का कहना है कि लस्कर मादक पदार्थ की तस्करी करता था और वह बचने की कोशिश के दौरान गंभीर रूप से जख्मी हो गया और उसकी मौत हो गई.

असम के मुख्य सचिव ने कहा कि समस्या का शांतिपूर्ण समाधान तलाशने के लिए सभी संभावित कदम उठाए जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि यह एक अंतरराज्यीय मुद्दा है, दो अलग समुदायों के बीच का मामला है और इसका निपटारा शांतिपूर्ण तरीके के अलावा किसी और अन्य तरीके से करने का सवाल ही नहीं पैदा होता है.

बता दें कि बीते 17 अक्टूबर को असम के कछार जिले के लैलापुर गांव और मिजोरम के कोलासिब जिले के वैरेंगटे गांव के निवासियों के बीच हिंसक झड़प हुई थी. जिसमें चार लोग घायल हो गए थे और भीड़ ने राष्ट्रीय राजमार्ग पर करीब 20 अस्थायी झोपड़ियों और दुकानों को आग लगा दी थी.

इसके बाद से असम और मिजोरम की सीमा पर राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 306 पर जारी नाकेबंदी को तकरीबन एक हफ्ते हो गए हैं. केंद्र के हस्तक्षेप के बाद पूर्वोत्तर के इन दो राज्यों के बीच जारी तनाव को कम किए जाने की सहमति के बावजूद जारी गतिरोध से आवश्यक वस्तुओं की सप्लाई बाधित हुई है.

असम के सीमावर्ती इलाके के लोग आवश्यक वस्तुओं को ले जा रहे ट्रकों को मिजोरम में प्रवेश करने नहीं दे रहे हैं. वे चाहते हैं कि मिजोरम सीमा पर तैनात सुरक्षा बलों को हटा ले. हालांकि मिजोरम ने इस बात से इनकार कर दिया है और असम सरकार पर लोगों को भड़काने का आरोप लगाया है.

इस घटना के बाद असम, मिजोरम और केंद्र सरकार के अधिकारियों के बीच कई दौर की वार्ता हो चुकी है. हालांकि दोनों राज्यों के बीच गतिरोध बरकरार है.

केंद्रीय गृह सचिव अजय कुमार भल्ला की अध्यक्षता में 29 अक्टूबर को हुई मिजोरम और असम के मुख्य सचिवों की एक ऑनलाइन बैठक हुई थी, जिसमें सीमावर्ती क्षेत्रों सुरक्षा बलों की तैनाती पर चर्चा हुई थी. भल्ला ने दोनों मुख्य सचिवों से आग्रह किया था कि वे अपने-अपने सीमावर्ती क्षेत्रों से सुरक्षा बल हटा लें ताकि आसपास के इलाके में शांति बहाल हो सके.

इस बीच मिजोरम के गृहमंत्री लालचामलियाना ने कहा था कि उनकी सरकार हालात सामान्य होने तक असम से लगी सीमा से अपने सुरक्षा बलों को नहीं हटाएगी. सीमा विवाद के बीच असम ने मिजोरम पुलिस पर अपने भू-भाग में बंकर जैसा ढांचा बनाने का आरोप लगाया है.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)

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