पूर्व लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन के निधन की अफ़वाह फै़लाने पर मामला दर्ज

सोशल मीडिया पर सुमित्रा महाजन के निधन की अफ़वाह के संबंध में मध्य प्रदेश के इंदौर शहर में अज्ञात आरोपी के ख़िलाफ़ केस दर्ज किया है. कांग्रेस नेता शशि थरूर ने भी महाजन के निधन की ग़लत ख़बर अपने ट्विटर खाते पर साझा कर दी थी. बाद में उन्होंने ये ट्वीट डिलीट कर माफ़ी मांगी है.

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सुमित्रा महाजन. (फोटो: पीटीआई)

सोशल मीडिया पर सुमित्रा महाजन के निधन की अफ़वाह के संबंध में मध्य प्रदेश के इंदौर शहर में अज्ञात आरोपी के ख़िलाफ़ केस दर्ज किया है. कांग्रेस नेता शशि थरूर ने भी महाजन के निधन की ग़लत ख़बर अपने ट्विटर खाते पर साझा कर दी थी. बाद में उन्होंने ये ट्वीट डिलीट कर माफ़ी मांगी है.

सुमित्रा महाजन. (फोटो: पीटीआई)
सुमित्रा महाजन. (फोटो: पीटीआई)

इंदौर/मुंबई: पूर्व लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन के निधन को लेकर सोशल मीडिया पर फैली अफवाहों से मचे बवाल के बाद पुलिस ने इंदौर में अज्ञात आरोपी के खिलाफ शुक्रवार को आपराधिक मामला दर्ज किया.

इंदौर के सर्राफा पुलिस थाने के प्रभारी सुनील शर्मा ने बताया कि स्थानीय भाजपा नेता और पूर्व पार्षद सुधीर देड़गे की शिकायत पर यह मामला भारतीय दंड विधान की धारा 188 (किसी सरकारी अधिकारी का आदेश नहीं मानना) के तहत दर्ज किया गया है.

उन्होंने बताया, ‘शिकायतकर्ता ने महाजन के निधन को लेकर सोशल मीडिया पर फैली अफवाह की पोस्ट से जुड़ा एक स्क्रीनशॉट भी हमें सौंपा है. हम साइबर जांच के जरिये पता लगाने की कोशिश करेंगे कि सोशल मीडिया पर इस अफवाह की शुरुआत आखिर किस व्यक्ति ने की थी?’

थाना प्रभारी ने बताया कि जिला प्रशासन ने सोशल मीडिया पर ऐसे संदेश प्रसारित करने के खिलाफ दंड प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी) की धारा 144 के तहत रोक लगा रखी है, जिनसे समाज और कानून-व्यवस्था की स्थिति पर विपरीत प्रभाव पड़ता हो.

महाजन के स्थानीय समर्थकों में गिने जाने वाले देड़गे ने पुलिस थाने में दर्ज शिकायत में कहा कि 78 वर्षीय भाजपा नेता के निधन की झूठी खबर से जन मानस में ‘गहरा मानसिक क्षोभ’ उत्पन्न हुआ और इस खबर के खिलाफ आम लोगों की भावनाएं भड़कने और उनकी भीड़ जमा होने की आशंका पैदा हो गई थी.

गौरतलब है कि महाजन के निधन की अफवाहों का बाजार 22 अप्रैल की रात इस कदर गर्म हो गया था कि कांग्रेस नेता शशि थरूर और कुछ मीडिया संगठनों तक ने ट्विटर पर महाजन के निधन की गलत जानकारी पोस्ट कर दी थी. भाजपा नेताओं ने जब कहा कि पूर्व लोकसभा अध्यक्ष पूरी तरह स्वस्थ हैं, तो थरूर और अन्य ने अपने ट्वीट हटा लिए थे.

इस बीच थरूर ने शुक्रवार को ट्विटर पर बताया कि उन्होंने महाजन के बेटे से फोन पर बात की है और 78 वर्षीय भाजपा नेता के निधन की गलत जानकारी के ट्वीट के लिए उनसे क्षमा याचना की है.

महाजन के निधन की अफवाहों के जोर पकड़ने के बाद उनके छोटे बेटे मंदार महाजन ने 22 अप्रैल की रात वीडियो संदेश जारी कर कहा था कि उनकी मां एकदम स्वस्थ हैं. मंदार ने लोगों से अपील भी की थी कि वे इन अफवाहों पर ध्यान न दें.

स्थानीय भाजपा नेता और महाजन के पुराने सहयोगी राजेश अग्रवाल ने बताया कि पूर्व लोकसभा अध्यक्ष को 21 अप्रैल की शाम बुखार की शिकायत पर शहर के बॉम्बे हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था, लेकिन इलाज के बाद अब उन्हें बुखार नहीं है और वह आरटी-पीसीआर जांच में कोविड-19 से भी मुक्त पाई गई हैं.

उन्होंने बताया कि फिलहाल स्वास्थ्य लाभ ले रहीं महाजन की हालत एकदम ठीक है.

थरूर ने महाजन के निधन की गलत खबर के ट्वीट के लिए माफी मांगी

कांग्रेस नेता शशि थरूर ने पूर्व लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन के निधन की गलत खबर अपने ट्विटर खाते पर प्रसारित करने के लिए क्षमा याचना की.

इस घटनाक्रम के तूल पकड़ने के बाद थरूर ने शुक्रवार दोपहर ट्वीट किया, ‘मैंने कल रात (ट्विटर पर) गलत सूचना प्रसारित करने को लेकर सुमित्रा महाजन जी के बेटे से बात की है और इसके लिए उनसे क्षमा याचना की है.’

थरूर ने अपने ट्वीट में यह भी कहा कि उन्हें यह जानकर बेहद प्रसन्नता हुई है कि महाजन के स्वास्थ्य में अब पहले से काफी सुधार है. कांग्रेस नेता ने कहा, ‘मैंने महाजन और उनके परिवार के लिए अपनी शुभकामनाएं प्रेषित की हैं.’

‘ताई’ (मराठी में बड़ी बहन का संबोधन) के नाम से मशहूर महाजन ने इंदौर से वर्ष 1989 से 2014 के बीच लगातार आठ बार लोकसभा चुनाव में जीत हासिल की थी, लेकिन 75 साल से ज्यादा उम्र के नेताओं को चुनाव नहीं लड़ाने के भाजपा के नीतिगत निर्णय को लेकर मीडिया में खबरें आने के बाद महाजन ने वक्त की नजाकत को भांपते हुए पांच अप्रैल 2019 को खुद घोषणा की थी कि वह बतौर उम्मीदवार चुनावी मैदान में नहीं उतरेंगी.

लोकसभा अध्यक्ष को मेरी मौत की खबरों पर गौर करना चाहिए: सुमित्रा महाजन

लोकसभा की पूर्व अध्यक्ष एवं भाजपा नेता सुमित्रा महाजन के निधन की अफवाहों के बाद उन्होंने शुक्रवार को घोषणा की कि वह जिंदा हैं.

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, ‘उन्होंने मजाक में कहा, किसी व्यक्ति के निधन की फर्जी खबर उस व्यक्ति को लंबा जीवन प्रदान करती है.’

महाजन कहा, ‘मेरे छोटे बेटे मंदार महाजन ने मुझे यह खबर पाने के बाद शाम को फोन किया. वह मेरे स्वास्थ्य का हाल जानने के लिए मुझसे मिलने आया था. इसके एक घंटे बाद अचानक उसका फोन आया यह जानने के लिए कि मैं ठीक हूं.’

महाजन ने इस ऑडियो में कहा कि उनके निधन की गलत खबर से चिंतित रिश्तेदारों ने उन्हें फोन करने शुरू कर दिए थे.

उन्होंने कहा, ‘मैंने उन सभी को जवाब दिया और उन्हें आश्वस्त किया, लेकिन मेरी सबसे बड़ी चिंता मेरे बड़े भाई और बहन की थी, क्योंकि महाराष्ट्र के सभी टीवी चैनल इस खबर को प्रसारित करना शुरू कर दिया था. अमेरिका गए अपने बड़े बेटे को यह बताने के लिए कि मैं स्वस्थ हूं, मैंने अपनी बहू से कहा था.’

महाजन के एक अन्य स्थानीय सहयोगी रामस्वरूप मूंदड़ा ने उनसे 22 अप्रैल की देर रात फोन पर हुई बातचीत का ऑडियो सोशल मीडिया पर पोस्ट किया था.

इस ऑडियो में महाजन अपने निधन की अफवाह फैलने पर नाराजगी जताते हुए कहती सुनाई पड़ रही हैं, ‘क्या लोगों को इंदौर के प्रशासन से पुष्टि किए बिना मेरे बारे में ऐसी खबर प्रसारित करनी चाहिए?’

महाजन को एक ऑडियो क्लिप में बोलते सुना गया, ‘मैं क्या करूं? लोगों ने बिना पुष्टि किए खबरें चला दीं. उन्हें कम से कम इंदौर में जिला प्रशासन से इसकी पुष्टि कर लेनी चाहिए थी.’

भाजपा नेता ने इस क्लिप में कहा, ‘केंद्र सरकार और लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को इस पर गौर करना चाहिए.’

उन्होंने कहा, ‘यह खबर पूरे देश में फैल गई. मुझे मुंबई में मेरे रिश्तेदारों के फोन आने लगे. मेरे भाई की बेटी ने थरूर के ट्वीट पर प्रतिक्रिया देते हुए पूछा कि किसने उन्हें यह फर्जी खबर दी?’

महाजन ने कहा कि उन्हें समझ नहीं आ रहा कि खासकर मुंबई के कुछ चैनलों ने उनके निधन की गलत खबर क्यों दी?

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)

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