मशहूर सितारवादक पंडित देबू चौधरी का कोविड संबंधी जटिलताओं के चलते निधन

भारत के प्रख्यात सितारवादकों में से एक देबू चौधरी संगीत के सेनिया घराना से थे. उन्हें पद्म भूषण, पद्मश्री के अलावा संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया था. बीते 25 अप्रैल को बनारस घराने के प्रख्यात हिंदुस्तानी शास्त्रीय गायक पंडित राजन मिश्र का दिल्ली के एक अस्पताल में कोविड-19 समस्याओं के चलते निधन हो गया.

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पंडित देबू चौधरी. (फोटो साभार: फेसबुक/Ministry of Culture)

भारत के प्रख्यात सितारवादकों में से एक देबू चौधरी संगीत के सेनिया घराना से थे. उन्हें पद्म भूषण, पद्मश्री के अलावा संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया था. बीते 25 अप्रैल को बनारस घराने के प्रख्यात हिंदुस्तानी शास्त्रीय गायक पंडित राजन मिश्र का दिल्ली के एक अस्पताल में कोविड-19 समस्याओं के चलते निधन हो गया.

पंडित देबू चौधरी. (फोटो साभार: फेसबुक/Ministry of Culture)
पंडित देबू चौधरी. (फोटो साभार: फेसबुक/Ministry of Culture)

नई दिल्ली: प्रख्यात सितारवादक पंडित देवब्रत चौधरी का कोविड-19 संबंधी जटिलताओं के कारण शनिवार को दिल्ली के एक अस्पताल में निधन हो गया. उनके बेटे प्रतीक चौधरी ने यह जानकारी दी.

वह 85 वर्ष के थे.

प्रतीक ने देबू चौधरी के नाम से प्रसिद्ध अपने पिता के निधन की जानकारी अपने आधिकारिक फेसबुक पेज पर दी.

उन्होंने लिखा, ‘मेरे पिता, सितार के दिग्गज पंडित देबू चौधरी नहीं रहे. उन्हें कोविड के साथ ही डिमेंशिया (याददाश्त संबंधी एक बीमारी) की जटिलताओं के साथ भर्ती कराया गया और उन्हें आज (एक मई, 2021) मध्यरात्रि के आसपास आईसीयू में वेंटिलेटर पर रखा गया था, जिसके बाद उन्हें दिल का दौरा पड़ा और उन्हें बचाया नहीं जा सका. सभी प्रयासों और प्रार्थनाओं के बावजूद उन्हें बचाया नहीं जा सका.’

सितारवादक के परिवार में उनके बेटे प्रतीक, बहू रूना और पोती रयाना तथा पोता अधिराज हैं.

उनकी नाजुक स्थिति को लेकर संकट का एक संदेश (एसओएस) ट्विटर पर पोस्ट किया गया था. उनके प्रशंसकों के संदेश के बाद चौधरी को गुरु तेग बहादुर अस्पताल में भर्ती कराया गया. बाद में उन्हें आईसीयू में रखा गया, लेकिन उनकी स्थिति बिगड़ गई.

भारत के प्रख्यात सितारवादकों में से एक चौधरी संगीत के सेनिया घराना से थे. उन्हें पद्म भूषण और पद्मश्री से सम्मानित किया गया था.

पंडित देबू चौधरी छह दशकों से ज्यादा समय तक विश्वभर में परफॉर्म किया था और कई सम्मान अपने नाम किए थे. संगीत के क्षेत्र में उनके योगदान के लिए उन्हें संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया था.

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, सितारवादक होने के साथ वह आठ नए रागों के संगीतकार भी थे. इसके अलावा वे एक शिक्षाविद् और लेखक भी थे.

बीते 25 अप्रैल को बनारस घराने के प्रख्यात हिंदुस्तानी शास्त्रीय गायक पंडित राजन मिश्र का दिल्ली के एक अस्पताल में कोविड-19 समस्याओं के चलते निधन हो गया. उनके लिए वेंटिलेटर उपलब्ध कराने के लिए काफ़ी प्रयास किए गए थे, लेकिन कहीं से कोई मदद नहीं मिल सकी थी.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)