कोविड-19: संक्रमण के कुल मामले दो करोड़ के पार, 357,229 केस दर्ज और 3,449 लोगों की मौत

भारत में कोविड संक्रमण के मामले 19 दिसंबर को एक करोड़ का आंकड़ा पार कर गए थे. 107 दिन बाद पांच अप्रैल को मामले 1.25 करोड़ पर पहुंच गए. हालांकि महामारी के मामलों को 1.5 करोड़ का आंकड़ा पार करने में महज 15 दिन लगे और 1.5 करोड़ से दो करोड़ के पार होने में भी सिर्फ़ 15 दिन लगे. विश्व में संक्रमण के कुल मामले 15.35 करोड़ से ज़्यादा है और 32.14 लाख से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है.

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अप्रैल 2021 में नई दिल्ली के एक शवदाह गृह में सामूहिक अंतिम संस्कार. (फोटो: रॉयटर्स)

भारत में कोविड संक्रमण के मामले 19 दिसंबर को एक करोड़ का आंकड़ा पार कर गए थे. 107 दिन बाद पांच अप्रैल को मामले 1.25 करोड़ पर पहुंच गए. हालांकि महामारी के मामलों को 1.5 करोड़ का आंकड़ा पार करने में महज 15 दिन लगे और 1.5 करोड़ से दो करोड़ के पार होने में भी सिर्फ़ 15 दिन लगे. विश्व में संक्रमण के कुल मामले 15.35 करोड़ से ज़्यादा है और 32.14 लाख से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है.

(प्रतीकात्मक फोटो: रॉयटर्स)
(प्रतीकात्मक फोटो: रॉयटर्स)

नई दिल्ली: भारत में कोविड-19 के मामले दो करोड़ का आंकड़ा पार कर गए हैं और महज 15 दिनों में संक्रमण के 50 लाख से अधिक मामले आए हैं.

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मंगलवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, कोरोना वायरस के एक दिन में 357,229 नए मामले आने से संक्रमण के कुल मामले बढ़कर 20,282,833 पर पहुंच गए, जबकि 3,449 और लोगों के जान गंवाने से मृतकों की संख्या 222,408 पर पहुंच गई है.

28 अप्रैल के बाद से यह लगातार सातवां दिन है, जब एक दिन में तीन हजार से अधिक लोगों की मौत हुई है. साथ ही 21 अप्रैल के बाद से लगातार 14वां दिन है, जब एक दिन में मरने वालों की संख्या दो हजार का आंकड़ा पार गई.

आंकड़ों पर गौर करें तो देश में 23 अप्रैल के बाद से ये लगातार 12वां दिन है, जब देश में तीन लाख से अधिक मामले दर्ज किए गए हैं. 15 अप्रैल से लगातार 20वें दिन संक्रमण के दो लाख से अधिक दैनिक मामले सामने आए हैं.

भारत में कोविड-19 के मामले 19 दिसंबर को एक करोड़ का आंकड़ा पार कर गए थे, जिसके 107 दिन बाद पांच अप्रैल को संक्रमण के मामले 1.25 करोड़ पर पहुंच गए. हालांकि महामारी के मामलों को 1.50 करोड़ का आंकड़ा पार करने में महज 15 दिन लगे.

सुबह आठ बजे तक उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार, उपचाराधीन मरीजों यानी सक्रिय मामलों की संख्या बढ़कर 3,447,133 हो गई है, जो संक्रमण के कुल मामलों का 17 प्रतिशत है. कोविड-19 से स्वस्थ होने वाले लोगों की दर 81.91 प्रतिशत है.

आंकड़ों के मुताबिक, इस बीमारी से उबरने वाले मरीजों की संख्या 16,613,292 पर पहुंच गई है, जबकि मृत्यु दर 1.10 प्रतिशत है.

भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के मुताबिक, तीन मई तक 293,310,779 नमूनों की जांच की गई जिनमें से 1,663,742 नमूनों की जांच सोमवार को की गई.

कोरोना वायरस से बीते एक दिन या 24 घंटे में जिन 3,449 और लोगों ने जान गंवाई है, उनमें से 567 लोगों की मौत महाराष्ट्र में, 448 की दिल्ली, 285 की उत्तर प्रदेश, 266 की छत्तीसगढ़, 239 की कर्नाटक, 155 की पंजाब और 154 लोगों की मौत राजस्थान में हुई. गुजरात और हरियाणा में 140-140 लोगों की मौत हुई, झारखंड में 129, उत्तराखंड में 128 और तमिलनाडु में 122 लोगों की मौत हुई.

देश में अभी तक इस संक्रामक रोग से 222,408 लोगों की मौत हुई है. इनमें से महाराष्ट्र में 70,851, दिल्ली में 17,414, कर्नाटक में 16,250, तमिलनाडु में 14,468, उत्तर प्रदेश में 13,447, पश्चिम बंगाल में 11,637, पंजाब में 9,472 और छत्तीसगढ़ में 9,275 लोगों की मौत हुई.

स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि जिन लोगों की मौत हुई, उनमें से 70 प्रतिशत से अधिक लोगों को पहले से अन्य बीमारियां भी थीं.

आंकड़ों के मुताबिक, देश में 110 दिन में कोविड-19 के मामले एक लाख हुए थे और 59 दिनों में वह 10 लाख के पार चले गए थे.

भारत में कोविड-19 संक्रमण के कुल मामलों की संख्या 10 लाख से 20 लाख (7 अगस्त 2020 को) तक पहुंचने में 21 दिनों का समय लगा था, जबकि 20 से 30 लाख (23 अगस्त 2020) की संख्या होने में 16 और दिन लगे. हालांकि 30 लाख से 40 लाख (5 सितंबर 2020) तक पहुंचने में मात्र 13 दिनों का समय लगा है.

वहीं, 40 लाख के बाद 50 लाख (16 सितंबर 2020) की संख्या को पार करने में केवल 11 दिन लगे. मामलों की संख्या 50 लाख से 60 लाख (28 सितंबर 2020 को) होने में 12 दिन लगे थे. 60 से 70 लाख (11 अक्टूबर 2020) होने में इसे 13 दिन लगे. 70 से 80 लाख (29 अक्टूबर को 2020) होने में 19 दिन लगे और 80 से 90 लाख (20 नवंबर 2020 को) होने में 13 दिन लगे. 90 लाख से एक करोड़ (19 दिसंबर 2020 को) होने में 29 दिन लगे.

इसके 107 दिन बाद यानी पांच अप्रैल को मामले सवा करोड़ से अधिक हो गए, लेकिन संक्रमण के मामले डेढ़ करोड़ से अधिक होने में महज 15 दिन (19 अप्रैल को) का वक्त लगा और फिर सिर्फ 15 दिनों बाद चार मई को आंकड़ा 1.5 करोड़ से दो करोड़ के पार चला गया.

अप्रैल अब तक सर्वाधिक घातक महीना

कोरोना वायरस संक्रमण के लिहाज से बात करें तो देश में अप्रैल का महीना अब तक सबसे घातक साबित हुआ है. इस महीने में संक्रमण के नए मामलों ने सिर्फ एक या दो दिन ही गिरावट दर्ज की, वरना लगभग हर दिन रिकॉर्ड मामले दर्ज किए गए.

बीते 24 घंटे के दौरान नए मामलों की सर्वाधिक संख्या बीते 30 अप्रैल को 386,452 दर्ज की गई और इस अवधि में जान गंवाने वालों की सर्वाधिक 3,645 संख्या 29 अप्रैल को रही है.

इस महीने में 22 अप्रैल से 30 अप्रैल तक एक दिन में संक्रमण के तीन लाख से अधिक मामले दर्ज किए गए. 15 अप्रैल से लेकर 21 अप्रैल के बीच हर दिन दो लाख से अधिक मामले दर्ज किए गए और पांच अप्रैल से 14 अप्रैल तक (सिर्फ छह अप्रैल को 96,982 मामले आए थे) एक लाख से अधिक मामले दर्ज किए.

अप्रैल में एक दिन में मरने वालों की संख्या की बात करें तो 28 से 30 अप्रैल तक हर दिन 3,000 से अधिक लोगों की जान गई. 21 से 27 अप्रैल के बीच हर दिन 2,000 से अधिक लोगों की मौत हुई और 12 से 20 अप्रैल तक हर दिन 1,000 से अधिक लोगों ने दम तोड़ा था.

वायरस के मामले और मौतें

24 घंटे में सामने आए संक्रमण के नए मामलों की बात करें तो तीन मई को 368,147, दो मई को 392,488 और एक मई को अब तक के सर्वाधिक 401,993 मामले सामने आए हैं.

एक दिन या 24 घंटे में जान गंवाने वाले लोगों की बात करें तो तीन मई को 3,417, दो मई को अब तक के सर्वाधिक 3,689 लोगों की मौत हुई थी. एक मई को यह आंकड़ा 3,523 था.

मार्च में 24 घंटे के दौरान सर्वाधिक 68,020 मामले 29 मार्च को सामने आए थे और महामारी से जान गंवाने वाले लोगों की सर्वाधिक संख्या 31 मार्च को दर्ज की गई. इस दिन 354 लोगों की मौत हुई थी, जो साल 2021 की पहली तिमाही (जनवरी से मार्च) का सर्वाधिक आंकड़ा है.

फरवरी माह में 24 घंटे में संक्रमण के सर्वाधिक 16,738 मामले 25 फरवरी को सामने आए थे और इस महीने सर्वाधिक 138 लोगों की मौतें भी इसी तारीख में दर्ज है.

जनवरी में 24 घंटे के दौरान संक्रमण के सर्वाधिक 20,346 मामले बीते सात जनवरी को दर्ज किए गए थे. वहीं इस अवधि में सबसे अधिक 264 लोगों की मौत छह जनवरी को हुई थी.

पिछले साल छह सितंबर को संक्रमण के नए मामले पहली बार 90 हजार (90,632) के पार हो गए थे. 28 अगस्त को पहली बार 70 हजार (75,760) के पार, सात अगस्त को पहली बार 60 हजार (62,538) के पार, 30 जुलाई को पहली बार 50 हजार के पार हो गए थे.

इसी तरह पिछले साल 20 जुलाई को यह पहली बार 40 हजार के पार, 16 जुलाई को पहली बार 30 हजार के पार, 10 जुलाई को पहली बार 25 हजार (26,506) के पार, तीन जुलाई को पहली बार 20 हजार के पार, 21 जून को पहली बार 15 हजार के पार और 20 जून को संक्रमण के नए मामलों की संख्या पहली बार 14 हजार के पार हुई थी.

दुनियाभर में मामले 15.35 करोड़ से ज़्यादा, 32.14 लाख से अधिक लोगों की मौत

अमेरिका की जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार, पूरी दुनिया में कोरोना वायरस संक्रमण के कुल मामले बढ़कर 153,572,166 हो गए हैं और अब तक 3,214,426 लोगों की जान जा चुकी है.

दुनियाभर में महामारी से अमेरिका सबसे अधिक प्रभावित देश है. यहां संक्रमण के अब तक 32,471,762 मामले सामने आए हैं, जबकि मरने वालों की संख्या 577,523 हो चुकी है.

संक्रमण से दूसरा प्रभावित देश भारत है. भारत के बाद तीसरे संक्रमण प्रभावित देश ब्राजील में संक्रमण के अब तक 14,779,529 मामले मिले हैं और 408,622 लोग दम तोड़ चुके हैं.

ब्राजील के बाद चौथे सर्वाधिक प्रभावित देश फ्रांस में संक्रमण के 5,717,160 मामले आए हैं और 105,291 लोगों ने जान गंवा दी है. फ्रांस के बाद पांचवें सर्वाधिक प्रभावित देश तुर्की में संक्रमण के 4,900,121 मामले आए हैं, जबकि 41,191 मरीजों की मौत दर्ज की जा चुकी है.

तुर्की के बाद छठे सर्वाधिक प्रभावित देश रूस में संक्रमण 4,784,497 के नए मामले दर्ज हुए हैं और 109,670 लोग जान गंवा चुके हैं.

रूस बाद सातवें सर्वाधिक प्रभावित देश ब्रिटेन में संक्रमण के 4,437,505 मामले सामने आए हैं और 127,797 मौतें हुई हैं. ब्रिटेन के बाद आठवें सर्वाधिक प्रभावित देश इटली में संक्रमण 4,050,708 मामले दर्ज हुए हैं जबकि 121,433 मौतें हुई हैं.

इटली के बाद नौवें प्रभावित देश स्पेन में संक्रमण के 3,540,430 मामले सामने आए हैं और 78,293 मौतें हुई हैं. स्पेन के बाद 10वें सर्वाधिक प्रभावित देश जर्मनी में संक्रमण के 3,439,938 मामले सामने आ चुके हैं, जबकि 83,609 लोगों की यह महामारी जान ले चुकी है.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)