गुजरात: कथित तौर पर कोविड के ख़ात्मे के लिए दो धार्मिक जुलूस निकाले गए, क़रीब 70 लोग गिरफ़्तार

बीते चार दिनों में गुजरात के दो गांवों में ‘कोविड-19 ख़त्म करने’ के लिए धार्मिक जुलूस निकालने के आरोप में पुलिस ने 69 लोगों को गिरफ़्तार किया है. पुलिस ने कहा कि गांव के लोगों के एक वर्ग का मानना था कि उनके स्थानीय देवता के मंदिर पर पानी डालने से कोविड-19 का ख़ात्मा हो सकता है.

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गुजरात के साणंद में कोविड-19 के खात्मे के लिए निकाले गए जुलूस में हिस्सा लेते लोग. (फोटो: एएनआई)

बीते चार दिनों में गुजरात के दो गांवों में ‘कोविड-19 ख़त्म करने’ के लिए धार्मिक जुलूस निकालने के आरोप में पुलिस ने 69 लोगों को गिरफ़्तार किया है. पुलिस ने कहा कि गांव के लोगों के एक वर्ग का मानना था कि उनके स्थानीय देवता के मंदिर पर पानी डालने से कोविड-19 का ख़ात्मा हो सकता है.

गुजरात के साणंद में कोविड-19 के खात्मे के लिए निकाले गए जुलूस में हिस्सा लेते लोग. (फोटो: एएनआई)
गुजरात में कोविड-19 के खात्मे के लिए निकाले गए जुलूस में हिस्सा लेते लोग. (फोटो: एएनआई)

अहमदाबाद: कोरोना वायरस की दूसरी लहर की रोकथाम को लेकर लागू पाबंदियों के बीच गुजरात के गांधीनगर जिले के एक गांव में कथित तौर पर इस महामारी को खत्म करने के लिए निकाले गए एक धार्मिक जुलूस के संबंध में पुलिस ने 46 लोगों को गिरफ्तार किया है. गुरुवार को अधिकारियों ने इसकी जानकारी दी.

समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार, पिछले कुछ दिनों में गुजरात में इस तरह की यह दूसरी घटना है.

पुलिस उपाधीक्षक एमके राणा ने बुधवार को कहा कि गांधीनगर के रायपुर गांव में निकाले गए नवीनतम जुलूस के दौरान सभी कोविड-19 रोकथाम मानकों का कथित रूप से उल्लंघन किया गया था.

गुरुवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर वायरल हुए एक वीडियो में सैकड़ों की संख्या में पुरुष और महिलाएं, जिनमें से कई बिना मास्क के थे, गांव में एक जुलूस में भाग लेते दिखे.

इस आयोजन के दौरान महिलाएं अपने सिर पर पानी के बर्तन ले जा रही थीं, तो वहीं कई पुरुष ढोल पीटते हुए जुलूस का नेतृत्व कर रहे थे.

राणा ने कहा, ‘घटना के बारे में जानकारी होने के बाद हमने जुलूस निकालने में शामिल 46 लोगों को गिरफ्तार किया है.’

उन्होंने कहा, ‘गांव के लोगों के एक वर्ग का मानना था कि उनके देवता के स्थानीय मंदिर पर पानी डालने से कोविड-19 का खात्मा हो सकता है.’

एक अधिकारी ने कहा, सभी 46 आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 188 और आपदा प्रबंधन अधिनियम और महामारी रोग अधिनियम के प्रावधानों के तहत पुलिस अधिसूचना के उल्लंघन के लिए मामला दर्ज किया गया था.’

इससे पहले 3 मई को अहमदाबाद के नवापुरा गांव में एक ऐसी ही घटना घटी जहां बड़ी संख्या में महिलाओं ने अपने सिर पर पानी के बर्तन लिए हुए एक स्थानीय मंदिर में एक जुलूस निकाला, जिसमें विश्वास था कि मंदिर पर पानी डालने से कोविड-19 का खात्मा हो जाएगा.

कार्यक्रम के आयोजन करने के लिए पुलिस ने गांव के सरपंच सहित 23 लोगों को गिरफ्तार किया था.

गुजरात सरकार ने पहले ही राज्य में कोरोनो वायरस के मामलों में वृद्धि को देखते हुए सभी प्रकार की सभाओं पर प्रतिबंध लगा दिया है.

बता दें कि बुधवार को गुजरात में कोविड-19 संक्रमण के 12,955 नए मामले सामने जिसके साथ ही संक्रमण के कुल मामलों की संख्या बढ़कर 633,427 हो गई है. बुधवार को 133 मौतों के साथ ही राज्य में कोविड-19 के कारण होने वाली मौतों का आंकड़ा 7,912 पहुंच गया है.

बीते बुधवार को ही गुजरात हाईकोर्ट ने कहा था कि राज्य सरकार द्वारा कोविड-19 के प्रसार को रोकने के लिए उठाए गए कदम वर्तमान स्थिति में ‘पर्याप्त नहीं’ हैं और बड़े पैमाने पर लोगों के कल्याण को ध्यान में रखते हुए और प्रतिबंध लगाने की आवश्यकता है.

इससे पहले सरकार ने मंगलवार को 29 शहरों में लगाए गए प्रतिबंध बढ़ा दिए थे और सात और शहरों में रात्रि कर्फ्यू लगा दिया था.

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