असम: सर्बानंद सोनोवाल ने सौंपा इस्तीफ़ा, हिमंता बिस्वा सरमा होंगे अगले मुख्यमंत्री

असम विधानसभा चुनाव में भाजपा नेतृत्व वाले गठबंधन के बहुमत प्राप्त करने के बाद भाजपा के विधायक दल ने नॉर्थ ईस्ट डेमोक्रेटिक एलायंस के संयोजक हिमंता बिस्वा सरमा को अपना नेता चुना है. इस बार भाजपा ने राज्य में चुनाव से पहले मुख्यमंत्री पद के अपने उम्मीदवार की घोषणा नहीं की थी.

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केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के साथ सर्बानंद सोनोवाल (बाएं) और हिमंता बिस्वा शर्मा (दाएं). (फोटो: पीटीआई)

असम विधानसभा चुनाव में भाजपा नेतृत्व वाले गठबंधन के बहुमत प्राप्त करने के बाद भाजपा के विधायक दल ने नॉर्थ ईस्ट डेमोक्रेटिक एलायंस के संयोजक हिमंता बिस्वा सरमा को अपना नेता चुना है. इस बार भाजपा ने राज्य में चुनाव से पहले मुख्यमंत्री पद के अपने उम्मीदवार की घोषणा नहीं की थी.

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के साथ सर्बानंद सोनोवाल (बाएं) और हिमंता बिस्वा शर्मा (दाएं). (फोटो: पीटीआई)
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के साथ सर्बानंद सोनोवाल (बाएं) और हिमंता बिस्वा सरमा (दाएं). (फोटो: पीटीआई)

गुवाहाटी/नई दिल्ली: असम विधानसभा चुनाव में भाजपा नेतृत्व वाले गठबंधन के बहुमत प्राप्त करने के बाद रविवार को मुख्यमंत्री पद को लेकर जारी संशय समाप्त हो गया और भाजपा के विधायक दल ने हिमंता बिस्वा सरमा को अपना नेता चुन लिया.

इसी के साथ यह तय हो गया कि सरमा पूर्व मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल की जगह राज्य के अगले मुख्यमंत्री बनेंगे.

इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार, केंद्रीय पर्यवेक्षक और केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने बताया कि नॉर्थ ईस्ट डेमोक्रेटिक एलायंस (एनईडीए) के संयोजक हिमंता बिस्वा सरमा सर्वसम्मति से भाजपा विधायक दल के नेता निर्वाचित हुए और उन्हें राज्य के मुख्यमंत्री के तौर पर सरकार बनाने के लिए जल्द ही आमंत्रित किया जाएगा.

मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने सरमा के नाम का प्रस्ताव रखा और भाजपा के प्रदेश पार्टी अध्यक्ष रंजीत कुमार दास और हाफलांग से नव निर्वाचित विधायक नंदिता गार्लोसा ने इस प्रस्ताव का समर्थन किया.

चूंकि और किसी के नाम का प्रस्ताव नहीं रखा गया तो ‘सरमा को भाजपा विधायक दल का नेता सर्वसम्मति से चुन लिया गया है.’

तोमर ने कहा कि भाजपा, असम गण परिषद (एजीपी) और यूनाइटेड पीपुल्स पार्टी लिबरल (यूपीपीएल) के अपने गठबंधन सहयोगियों के साथ जल्द ही बैठक करेगी.

एजीपी विधायक दल ने भी रविवार को बैठक की. पार्टी ने घोषणा की कि वह भाजपा विधायक दल द्वारा निर्वाचित नेता का समर्थन करेगी.

इससे पहले असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने भाजपा विधायक दल की बैठक से पहले राज्यपाल जगदीश मुखी को अपना इस्तीफा सौंप दिया था. परंपरा के अनुसार राज्यपाल ने अगली सरकार के गठन तक सोनोवाल से पद पर बने रहने को कहा.

इससे पहले शनिवार को राज्य में भाजपा के वरिष्ठ नेताओं सोनोवाल और हिमंत बिस्व सरमा ने पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से दिल्ली में मुलाकात की थी.

एक के बाद एक की गई कई बैठकों के बाद सरमा ने संवाददाताओं से कहा था कि भाजपा के विधायक दल की बैठक गुवाहाटी में रविवार को होने की संभावना है और अगली सरकार से संबंधित सारे सवालों के वहां जवाब दिये जाएंगे.

भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व ने असम में अगली सरकार के नेतृत्व को लेकर चर्चा करने के लिए शुक्रवार को सोनोवाल एवं स्वास्थ्य मंत्री सरमा को दिल्ली बुलाया था.

नड्डा के निवास पर असम के दोनों नेताओं, पार्टी अध्यक्ष, शाह और भाजपा महासचिव (संगठन) बीएल संतोष के बीच तीन दौर की बैठकें हुई. ये बैठकें चार घंटे से अधिक समय तक चली थीं.

भाजपा ने असम में चुनाव से पहले मुख्यमंत्री पद के अपने उम्मीदवार की घोषणा नहीं की थी. उसने 2016 विधानसभा चुनाव में सोनोवाल को इस पद के उम्मीदवार के रूप में पेश किया था और चुनाव जीता था. इसी के साथ पूर्वोत्तर में भाजपा की पहली सरकार गठित हुई थी.

इस बार पार्टी कहती रही कि वह चुनाव के बाद फैसला करेगी कि असम का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा.

भाजपा ने 126 सदस्यीय असम विधानसभा में 60 सीटों पर जीत दर्ज की है, जबकि उसकी गठबंधन सहयोगी असम गण परिषद से नौ और यूनाइटेड पीपुल्स पार्टी लिबरल ने छह सीटें जीतीं.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)

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