असम: गाय चोरी के संदेह में भीड़ ने एक व्यक्ति की पीट-पीटकर हत्या की

मामला तिनसुकिया ज़िले का है, जहां एक गांव में गाय को रखने के लिए बनाए गए शेड के पास दो व्यक्तियों के पाए जाने के बाद ग्रामीणों ने उन्हें बर्बर तरीके से पीटा. पुलिस ने मामले में हत्या का केस दर्ज किया है.

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(प्रतीकात्मक फोटो: पीटीआई)

मामला तिनसुकिया ज़िले का है, जहां एक गांव में गाय को रखने के लिए बनाए गए शेड के पास दो व्यक्तियों के पाए जाने के बाद ग्रामीणों ने उन्हें बर्बर तरीके से पीटा. पुलिस ने मामले में हत्या का केस दर्ज किया है.

(प्रतीकात्मक फोटो: पीटीआई)
(प्रतीकात्मक फोटो: पीटीआई)

नई दिल्ली: असम के तिनसुकिया जिले के एक गांव में बीते शनिवार को उग्र भीड़ ने 34 साल के एक व्यक्ति की गाय चोर होने के संदेह में पीट- पीट कर हत्या कर दी. हालांकि पीड़ित का साथी मौके से भाग निकला.

तिनसुकिया के पुलिस अधीक्षक देबोजीत देओरी ने बताया कि जिले के बागजान पुलिस थाने के अंतर्गत कोरजोंगा बोरपाथर गांव में बीते शनिवार तड़के यह घटना उस वक्त हुई, जब दोनों को एक घर में गाय को रखने के लिए बनाए गए शेड के पास पाया गया .

अधिकारी ने बताया कि पुलिस ने अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (मुख्यालय) की अध्यक्षता में एक विशेष जांच दल का गठन किया है, जो मामले की जांच करेगा. विशेष जांच दल ने इस मामले में गांव के 12 संदिग्धों को हिरासत में लिया है.

देओरी ने बताया कि पीड़ित की पहचान सरत मोरान (34) के रूप में की गई है, जो कोरदोईगुड़ी गांव के रहने वाले थे. घटनास्थल से फरार व्यक्ति की अब तक पहचान नहीं हो सकी है.

ग्रामीणों के अनुसार घर के मालिक ने दो लोगों को उसके गाय को रखने के लिए बनाए गए शेड के निकट तड़के करीब डेढ़ बजे देखा और शोर मचाया. उन्होंने बताया कि इसके बाद लोग मौके पर जमा हो गए और उन्हें पीटना शुरू कर दिया.

पुलिस अधीक्षक ने बताया कि पुलिस को इस घटना की सूचना सुबह करीब साढ़े चार बजे मिली थी. पुलिस इसके बाद उस व्यक्ति को डूमडूमा सरकारी अस्पताल ले गई, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया.

उन्होंने बताया, ‘जब हमने पोस्टमॉर्टम के बाद शव उनके परिजनों को सौंपा तो उनके गांव के कुछ लोगों ने कानून व्यवस्था की समस्या उत्पन्न करने की कोशिश की. हालांकि, जब उन्हें पता चला कि हमने कार्रवाई की है और 12 लोगों को हिरासत में लिया है तो शांतिपूर्वक शव का अंतिम संस्कार कर दिया गया.’

देओरी ने बताया कि किसी को भी कानून अपने हाथ में लेने का अधिकार नहीं है, चाहे कोई चोर ही क्यों न हो, और पुलिस इस भीड़ हत्या में शामिल किसी भी व्यक्ति को नहीं बख्शेगी.

एनडीटीवी के मुताबिक देओरी ने आगे कहा, ‘पीड़ित के चाचा की शिकायत के आधार पर हमने आईपीसी की धारा 302 और 34 के तहत मामला दर्ज किया है.’

उन्होंने कहा कि पीड़ित को पहले भी एक मामले में गिरफ्तार किया जा चुका है, लेकिन अभी यह स्पष्ट नहीं है कि वह मवेशी चोरी में शामिल थे या नहीं.

पुलिस अधिकारी ने कहा कि कोरजोंगा गांव में पिछले एक महीने में मवेशी चोरी की कई घटनाएं हुई हैं.

असम में पिछले कुछ सालों में मवेशी चोरी के संदेह पर भीड़ द्वारा पीट-पीटकर हत्या करने के कई मामले सामने आए हैं.

साल 2017 में नगांव जिले में इसी संदेह के आधार पर भीड़ ने दो लोगों की पीट-पीट कर हत्या कर दी थी. पिछले साल करीमगंज जिले में तीन संदिग्ध बांग्लादेशी पशु चोरों को भीड़ ने पीट-पीट कर मार डाला था.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)

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