नए आईटी नियमों के तहत ट्विटर की ओर से जारी पहली अनुपालन रिपोर्ट में कहा गया है कि 26 मई से 25 जून के दौरान उसे 94 शिकायतें मिलीं. ट्विटर ने कहा कि शिकायत अधिकारी भारतीय चैनल के ज़रिये मिलीं शिकायतों में 20 मानहानि, छह शोषण/दुर्व्यवहार और चार संवेदनशील एडल्ट सामग्री से संबंधित थीं. इसके अलावा तीन शिकायतें निजता के उल्लंघन और एक शिकायत बौद्धिक संपदा के उल्लंघन से संबंधित भी थी. एक अलग श्रेणी तहत ट्विटर ने 18,385 खातों को निलंबित किया है.
नई दिल्ली: माइक्रोब्लॉगिंग मंच ट्विटर को 26 मई से 25 जून के दौरान 94 शिकायतें मिलीं और उसने इस दौरान 133 यूआरएल पर ‘कार्रवाई’ की. ट्विटर की पहली अनुपालन रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है. नए आईटी नियमों के तहत अनुपालन रिपोर्ट जारी करना अनिवार्य है.
नए आईटी नियमों को लेकर सरकार के साथ विवाद के बीच इस अमेरिकी कंपनी ने विनय प्रकाश को भारत में अपना स्थानीय शिकायत अधिकारी नियुक्त किया है.
इन नियमों के तहत ट्विटर ने अपनी पहली अनुपालन रिपोर्ट भी प्रकाशित की है. अपनी ‘भारत पारदर्शिता रिपोर्ट: प्रयोगकर्ता शिकायत और अग्रसारी निगरानी, जुलाई 2021’ रिपोर्ट में ट्विटर ने कहा है कि उसे 94 शिकायतें मिली हैं. 26 मई, 2021 से 25 जून, 2021 के दौरान उसने 133 यूआरएल पर ‘कार्रवाई’ की है.
इनमें व्यक्तिगत प्रयोगकर्ताओं की ओर से अदालती आदेश के साथ शिकायतें शामिल हैं.
ट्विटर ने कहा कि शिकायत अधिकारी-भारतीय चैनल के जरिये मिलीं शिकायतों में 20 मानहानि, छह शोषण/दुर्व्यवहार और चार संवेदनशील एडल्ट सामग्री से संबंधित थीं. इसके अलावा तीन शिकायतें निजता के उल्लंघन और एक शिकायत बौद्धिक संपदा के उल्लंघन से संबंधित भी थी.
इसके अलावा कंपनी ने ट्विटर खातों को निलंबित करने की अपील करने वाली 56 शिकायतों का भी निपटान किया और उन पर उचित प्रतिक्रिया भेजी गई.
ट्विटर ने सात खातों को निलंबित करने की शिकायतों विशेष स्थिति के अनुरूप खारिज किया. हालांकि अन्य खाते निलंबित किए गए.
एक अलग श्रेणी- ‘जागरूक डेटाडेटा-निगरानी’ के तहत ट्विटर ने 18,385 खातों को निलंबित किया. इन खातों को बाल शोषण, अश्लीलता तथा इसी तरह की अन्य सामग्री के लिए निलंबित किया गया. आतंकवाद को प्रोत्साहन देने के आरोप में 4,179 खाते बंद किए गए.
ट्विटर के भारत में करीब 1.75 करोड़ प्रयोगकर्ता हैं. नए सोशल मीडिया नियमों को लेकर ट्विटर का भारत सरकार के साथ विवाद चल रहा है. ट्विटर ने भारत में मध्यवर्ती के रूप में अपना कानूनी कवच गंवा दिया है. अब वह प्रयोगकर्ताओं द्वारा किसी तरह की गैरकानूनी सामग्री डालने के लिए जिम्मेदार होगी.
ट्विटर ने कहा कि आगे चलकर वह मासिक आधार पर रिपोर्ट प्रकाशित करेगी और इसमें समय के साथ सुधार होगा.
गूगल, फेसबुक और कू जैसी कंपनियां पहली ही आईटी नियमों के तहत अपनी पहली अनुपालन रिपोर्ट प्रकाशित कर चुकी हैं.
बीते दिनों फेसबुक ने कहा था कि उसने 15 मई से 15 जून के दौरान उल्लंघन की 10 श्रेणियों में तीन करोड़ सामग्रियों पर कार्रवाई की. वहीं इस दौरान इंस्टाग्राम ने नौ श्रेणियों में 20 लाख सामग्रियों पर कार्रवाई की.
फेसबुक ने कहा था कि उसकी अगली रिपोर्ट 15 जुलाई को प्रकाशित की जाएगी, जिसमें उपयोगकर्ताओं से मिलीं शिकायतों और उन्हें लेकर की गई कार्रवाई की जानकारी होगी.
गूगल ने अपनी पहली मासिक पारदर्शिता रिपोर्ट जारी किया था, जिसमें कहा था कि उसे भारत में इस साल अप्रैल में यूजर्स से 27,700 से अधिक शिकायतें मिली हैं. ये शिकायतें स्थानीय कानूनों या व्यक्तिगत अधिकारों के कथित उल्लंघन को मिली हैं, जिसके फलस्वरूप 59,350 कंटेंट को प्लेटफॉर्म से हटाया गया है.
इसके अलावा भारतीय सोशल मीडिया कंपनी कू ने भी इस संबंध में अपनी रिपोर्ट दी है. कू के अनुसार उसने 54,235 ऐसी सामग्रियों पर कार्रवाई की है.
मालूम हो कि भारत में नए आईटी नियमों के तहत 50 लाख से अधिक यूजर्स वाले बड़े डिजिटल मंचों को हर महीने अपनी अनुपालन रिपोर्ट प्रकाशित करनी होगी, जिसमें प्राप्त शिकायतों और उन पर की गई कार्रवाई का विवरण होगा.
नए आईटी नियमों के अनुसार ऐसे प्लेटफॉर्म के दुरुपयोग को रोकने के लिए इन कंपनियों को एक मुख्य अनुपालन अधिकारी, एक नोडल अधिकारी और एक शिकायत अधिकारी नियुक्त करना होगा और ये सभी भारत के निवासी होने चाहिए.
इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, भारत वैश्विक डिजिटल प्लेटफॉर्म के लिए एक प्रमुख बाजार है. इस साल की शुरुआत में सरकार द्वारा दिए गए आंकड़ों के अनुसार, भारत में 53 करोड़ वॉट्सऐप उपयोगकर्ता, 41 करोड़ फेसबुक ग्राहक और 21 करोड़ इंस्टाग्राम उपयोगकर्ता हैं. ट्विटर के घरेलू प्रतिद्वंद्वी कू के 60 लाख से अधिक उपयोगकर्ता हैं.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)