कैबिनेट मंत्री ने कहा, केरल में गोमांस खाना जारी रहेगा

नौकरशाह से नेता बने पर्यटन राज्य मंत्री अल्फोंस कन्ननथनम का बयान- केरल में भाजपा ने कभी गोमांस का विरोध नहीं किया है.

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नौकरशाह से नेता बने पर्यटन राज्य मंत्री अल्फोंस कन्ननथनम का बयान- केरल में भाजपा ने कभी गोमांस का विरोध नहीं किया है.

Alphons Kannanthanam PTI
पर्यटन मंत्री अल्फोंस कन्नननाथम. (फोटो: पीटीआई)

गाय और गोमांस पर जारी सियासी गड्डमड्ड के बीच भाजपा के एक मंत्री ने पदभार संभालते ही पहला बयान गोमांस पर दिया है. मोदी सरकार के नए मंत्रिमंडल में पर्यटन मंत्री का पद संभालने वाले पूर्व नौकरशाह अल्फोंस कन्ननथनम ने सोमवार को कहा कि केरल में गोमांस का उपभोग जारी रहेगा.

अल्फोंस ने सोमवार को ही अपना पदभार ग्रहण किया है. गोमांस के मुद्दे पर पूछे गए एक सवाल के जवाब में उन्होंने गोवा का उदाहरण देते हुए कहा कि केरल में भाजपा ने कभी गोमांस का विरोध नहीं किया है.

इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, अल्फोंस ने कहा- ‘गोमांस पर देशव्यापी प्रतिबंध नहीं है और केरल भाजपा ने राज्य में लोगों के मांस खाने का कभी विरोध नहीं किया है.’ अखबार से बात करते हुए उन्होंने कहा, ‘हर जगह के लोग यह तय करेंगे कि वे क्या खाना चाहते हैं.’ उन्होंने गोवा का उदाहरण दिया कि गोवा में भाजपा की सरकार है लेकिन वहां पर गोमांस या बीफ पर प्रतिबंध नहीं है. लोग जो खाना चाहें वह खाने के लिए स्वतंत्र हैं.

अल्फोंस केरल कैडर के 1979 बैच के अधिकारी हैं जिन्हें केंद्रीय मंत्रिमंडल के पुनर्गठन के दौरान मंत्रिमंडल में शामिल किया गया है.

हिंदुस्तान टाइम्स ने लिखा है, ‘पदभार ग्रहण करने के पहले ही दिन नौकरशाह से नेता बने अल्फोंस कन्ननथनम ने बीफ के विवादित मुद्दे पर कहा कि केरल में गोमांस का सेवन जारी रहेगा.’

उन्होंने पीटीआई से कहा कि भाजपा ने यह कभी नहीं कहा कि बीफ नहीं खाया जा सकता. जैसा कि गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर ने कहा है कि राज्य में बीफ का सेवन जारी रहेगा. उसी तरह यह केरल में भी जारी रहेगा.

उन्होंने कहा, ‘हम लोगों की खानपान की आदतें तय नहीं कर सकते. यह लोगों को तय करना है कि वे क्या खाना चाहते हैं.’

एक टीवी चैनल से बातचीत करते हुए अल्फोंस ने कहा कि वे ईसाई समुदाय और भाजपा को आपस में जोड़ने वाली कड़ी का काम करेंगे.

भाजपा को लेकर ईसाई समुदाय में उठने वाले सवालों पर उन्होंने कहा कि यह सिर्फ प्रोपेगैंडा है. उन्होंने कहा, ‘2014 में भी बड़े पैमाने दुष्प्रचार किया गया था कि नरेंद्र मोदी की सरकार बनने पर ईसाइयों को जला दिया जाएगा, गिरिजाघरों को गिरा दिया जाएगा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्पष्ट कहा कि लोग जिस बात पर यकीन करना चाहें करें लेकिन हम सभी की सुरक्षा करेंगे. प्रधानमंत्री ने सबको साथ लाकर एकजुट करने का बेहतरीन काम किया है.’