जम्मू कश्मीर: भाजपा के दो कार्यकर्ता आतंकवादी हमले का नाटक रचने के आरोप में गिरफ़्तार

जम्मू कश्मीर के कुपवाड़ा ज़िले के अधिकारियों ने कहा कि भाजपा के दो कार्यकर्ताओं इशफ़ाक़ मीर तथा बशारत अहमद ने अपनी सुरक्षा बढ़वाने के लिए सुरक्षाकर्मियों के साथ मिलकर बीते 16 जुलाई की रात कुपवाड़ा के गुलगाम में हमला करवाया था. इस दौरान भाजपा ज़िलाध्यक्ष मोहम्मद शफ़ी मीर के बेटे के हाथ में चोट आई थी. घटना के बाद भाजपा ने मोहम्मद शफ़ी मीर को निलंबित कर दिया है.

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Jammu: Army personnel stand guard at Gujjar Nagar area during a curfew, imposed on the third day after the clash between two communities over the protest against the Pulwama terror attack, in Jammu, Sunday, Feb. 17, 2019. (PTI Photo)(PTI2_17_2019_000035B)
(प्रतीकात्मक फोटो: पीटीआई)

जम्मू कश्मीर के कुपवाड़ा ज़िले के अधिकारियों ने कहा कि भाजपा के दो कार्यकर्ताओं इशफ़ाक़ मीर तथा बशारत अहमद ने अपनी सुरक्षा बढ़वाने के लिए सुरक्षाकर्मियों के साथ मिलकर बीते 16 जुलाई की रात कुपवाड़ा के गुलगाम में हमला करवाया था. इस दौरान भाजपा ज़िलाध्यक्ष मोहम्मद शफ़ी मीर के बेटे के हाथ में चोट आई थी. घटना के बाद भाजपा ने मोहम्मद शफ़ी मीर को निलंबित कर दिया है.

Jammu: Army personnel stand guard at Gujjar Nagar area during a curfew, imposed on the third day after the clash between two communities over the protest against the Pulwama terror attack, in Jammu, Sunday, Feb. 17, 2019. (PTI Photo)(PTI2_17_2019_000035B)
(प्रतीकात्मक फोटो: पीटीआई)

श्रीनगर: जम्मू कश्मीर के कुपवाड़ा जिले में पिछले सप्ताह कथित तौर पर आतंकवादी हमले का नाटक रचने वाले भारतीय जनता पार्टी के दो कार्यकर्ताओं और उनके दो निजी सुरक्षाकर्मियों को गिरफ्तार किया गया है. अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी.

अधिकारियों ने बताया कि भाजपा कार्यकर्ता इशफाक मीर तथा बशारत अहमद और सुरक्षाकर्मियों को बीते 19 जुलाई को गिरफ्तार किया गया है.

अधिकारियों ने कहा कि भाजपा कार्यकर्ताओं ने अपनी सुरक्षा बढ़वाने के लिए सुरक्षाकर्मियों के साथ मिलकर बीते 16 जुलाई की रात कुपवाड़ा के गुलगाम में हमला करवाया और इस दौरान भाजपा जिलाध्यक्ष मोहम्मद शफी मीर के बेटे इशफाक के हाथ में चोट आई.

पुलिस ने प्रारंभिक जांच के बाद कहा था कि इशफाक एक सुरक्षा गार्ड की ओर से गोली चलाए जाने के दौरान घायल हो गया था.

बता दें कि हमले की खबर से घाटी में पार्टी कार्यकर्ताओं में दहशत फैल गई थी, क्योंकि केंद्र में सत्तारूढ़ भाजपा द्वारा अगस्त, 2019 में जम्मू कश्मीर का विशेष दर्जा खत्म किए जाने के बाद से पार्टी नेताओं पर आतंकवादी हमले तेज हो गए थे.

पिछले महीने प्रकाशित डीडब्ल्यू की रिपोर्ट के अनुसार, कश्मीर के विशेष दर्जे को खत्म किए जाने के बाद से कश्मीर में 17 भाजपा नेता मारे गए हैं.

हालांकि, बीते 16 जुलाई को ही कुपवाड़ा के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) जीवी सुदीप ने ट्वीट किया, ‘पीएसओ का हथियार कार में गलती से चल गया, जो भाजपा कार्यकर्ता इशफाक मीर के हाथ में लग गया. दूसरे पीएसओ ने डरकर फायरिंग की. लोगों से अनुरोध है कि वे आतंकवादी हमले की अफवाह न फैलाएं.’

बाद में अधिकारियों ने कहा कि लगातार पूछताछ के बाद आरोपियों ने कबूल किया कि उन्होंने अधिक सुरक्षा पाने के लिए हमला करवाया था.

इन सभी को बीते 19 जुलाई को कुपवाड़ा की अदालत में पेश किया गया, जहां से उन्हें सात दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया.

इस बीच भाजपा ने पार्टी के जिलाध्यक्ष और इशफाक के पिता मोहम्मद शफी मीर को निलंबित कर दिया है और आंतरिक जांच के आदेश दिए हैं. कश्मीर के भाजपा प्रवक्ता जीएम मीर को 25 जुलाई तक रिपोर्ट सौंपने को कहा गया है.

एनडीटीवी की रिपोर्ट के अनुसार, मोहम्मद शफी मीर शोपियां जिले के वाची में सरपंच (ग्राम प्रधान) थे. उन्होंने 2014 का विधानसभा चुनाव भाजपा के टिकट पर लड़ा था.

अप्रैल और मई में भाजपा के दो पंचायत सदस्यों को अनंतनाग और सोपोर इलाके में रंगदारी का रैकेट चलाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था. उन पर व्यापारियों और सेब डीलरों से धन उगाहने के लिए आतंकवादियों का रूप धारण करने का आरोप लगाया गया था.

पिछले साल एक और भाजपा नेता तारिक अहमद मीर को एनआईए ने कथित आतंकी लिंक के लिए गिरफ्तार किया था. उन पर आतंकी समूह हिजबुल मुजाहिदीन को हथियार सप्लाई करने का आरोप था.

उसकी गिरफ्तारी दविंदर सिंह की जांच के सिलसिले में की गई थी. दविंदर सिंह जम्मू कश्मीर पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी थे, जिन्हें जनवरी 2020 में हिजबुल के शीर्ष आतंकवादियों को ले जाते समय गिरफ्तार किया गया था.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)