भ्रष्टाचार के आरोप के बाद भारत बायोटेक ने ब्राज़ील की कंपनियों के साथ क़रार रद्द किया

भारत बायोटेक ने ब्राज़ील के बाज़ार में कोवैक्सीन की बिक्री के लिए दवा निर्माता कंपनी प्रेसीसा मेडिकामेंटॉस और एनविक्सिया फार्मेस्यूटिकल्स लिमिटेड के साथ 20 नवंबर, 2020 को समझौता किया था. इसे लेकर भ्रष्टाचार के आरोप लगने के बाद वहां के प्रशासन ने जांच शुरू की है.

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कोवैक्सिन. (फोटो साभार: फेसबुक/bharatbiotech)

भारत बायोटेक ने ब्राज़ील के बाज़ार में कोवैक्सीन की बिक्री के लिए दवा निर्माता कंपनी प्रेसीसा मेडिकामेंटॉस और एनविक्सिया फार्मेस्यूटिकल्स लिमिटेड के साथ 20 नवंबर, 2020 को समझौता किया था. इसे लेकर भ्रष्टाचार के आरोप लगने के बाद वहां के प्रशासन ने जांच शुरू की है.

कोवैक्सिन. (फोटो साभार: फेसबुक/bharatbiotech)

हैदराबाद: भारत बायोटेक ने ब्राज़ील की दवा निर्माता कंपनी प्रेसीसा मेडिकामेंटॉस और एनविक्सिया फार्मेस्यूटिकल्स लिमिटेड के साथ कोविड-19 के अपने टीके कोवैक्सीन के कारोबार में सहयोग के करार को रद्द कर दिया. हैदराबाद की इस कंपनी ने ब्राजील में वैक्सीन के अनुबंधों में भ्रष्टाचार के आरोपों के बाद यह कदम उठाया है.

भारतीय कंपनी ने ब्राजील सरकार के साथ कोवैक्सीन की दो करोड़ खुराक की आपूर्ति का समझौता किया था. इसमें भ्रष्टाचार के आरोप के कारण समझौता खटाई में पड़ गया है और वहां के अधिकारियों ने इसकी जांच शुरू की है.

इसके साथ ही, भ्रष्टाचार के आरोपों पर कथित रूप से कार्रवाई नहीं करने को लेकर सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश ने राष्ट्रपति जायर बोल्सोनारो के खिलाफ आधिकारिक जांच की मंजूरी दे दी है.

प्रेसीसा मेडिकामेंटॉस दरअसल ब्राज़ील में भारत बायोटेक की भागीदार है जो कंपनी के टीके के तीसरे चरण के चिकित्सीय ​​परीक्षणों के लिए लाइसेंस, वितरण, बीमा और संचालन समेत अन्य कार्यों में उसको परामर्श दे रही और इसमें सहायता तथा सहयोग कर रही है.

भारत बायोटेक ने शुक्रवार को कहा, ‘हमने तत्काल प्रभाव के साथ ज्ञापन समझौता समाप्त कर दिया है. इस समझौते के बावजूद कंपनी कोवैक्सीन के लिए वहां के नियामक से अनुमोदन प्राप्त करने की प्रक्रिया को पूरा करने के लिए दवा नियामक निकाय एएनवीआईएसए के साथ पूरी मेहनत से काम करना जारी रखेगी.’

भारत बायोटेक ने कहा कि वह कानूनी आवश्यकताओं के अनुसार विभिन्न देशों में कोवैक्सीन के लिए मंजूरी प्राप्त करने का पूरा प्रयास कर रही है.

भारत बायोटेक ने ब्राजील के बाजार में कोवैक्सीन की बिक्री के लिए दोनों कंपनियों के साथ 20 नवंबर,2020 को समझौता किया था.

कंपनी ने बताया कि वैश्विक स्तर पर कोवैक्सीन की कीमत 15 से 20 डॉलर के बीच रखी गई है लेकिन ब्राज़ील सरकार के लिए इसे 15 डॉलर प्रति खुराक रखा गया था.

समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार, कंपनी ने कहा, ‘आगे कहा गया कि कंपनी से कोई अग्रिम भुगतान प्राप्त नहीं हुआ है और न ही उसने ब्राजील में स्वास्थ्य मंत्रालय को कोई टीके की आपूर्ति की है.’

वैक्सीन निर्माता ने जोर देकर कहा कि उसके सभी कार्य, उसके वैश्विक सौदे सहित, स्थानीय कानूनों के अनुसार किए जाते हैं और कंपनी हर समय नैतिकता, अखंडता और अनुपालन के उच्चतम मानकों को लागू करती है और उनका पालन करती है.

ब्राजील ने भारत बायोटेक की कोवैक्सीन का नैदानिक परीक्षण किया निलंबित

ब्राजील ने भारत बायोटेक के कोविड-19 रोधी टीके कोवैक्सीन का नैदानिक परीक्षण निलंबित कर दिया है. दक्षिण अमेरिकी देश के स्वास्थ्य नियामक ने बताया कि वहां उसके साझेदार के साथ कंपनी का समझौता समाप्त किए जाने के बाद यह कदम उठाया गया है.

ब्राजीलियाई स्वास्थ्य नियामक एन्विजा ने शुक्रवार को कहा, ‘एन्विजा में नैदानिक शोध के समन्वय के साथ शुक्रवार को ब्राजील में कोवैक्सीन टीके के नैदानिक अध्ययन को एहतियातन निलंबित किया गया है. भारतीय कंपनी भारत बायोटेक लिमिटेड इंटरनेशनल द्वारा शुक्रवार को एन्विजा को भेजे एक बयान के बाद यह निलंबन किया गया है.’

प्रेसिसा मेडिकामेन्टोस ब्राजील में लाइसेंस, वितरण, बीमा और तीसरे चरण के क्लिनिकल ट्रायल में मदद एवं मार्गदर्शन देने के लिए भारत बायोटेक की साझेदार थी.

ब्राजीलियाई नियामक ने कहा, ‘एन्विजा को भारत बायोटेक से ई-मेल के जरिये शुक्रवार को एक बयान मिला जिसमें यह सूचना दी गयी कि प्रेसिसा कंपनी ब्राजील में ‘भारत’ का प्रतिनिधित्व करने के लिए अधिकृत नहीं रही है.’

ब्राजील में कोवैक्सीन के विनिमय से संबंधित कंपनी की दो प्रक्रियाएं होती है. पहली आपात इस्तेमाल के लिए अधिकार प्राप्त करने की अर्जी और उस देश में नैदानिक अनुसंधान करने के लिए प्रोटोकॉल.

उसने कहा कि भारत बायोटेक से मिली सूचना के आधार पर एन्विजा एजेंसी में चल रही प्रक्रियाओं का पुन: मूल्यांकन करेगी और संबंधित कदमों को अपनाएगी. ब्राजील में कोवैक्सीन का नैदानिक परीक्षण शुरू नहीं हुआ है.

भारत बायोटेक ने 26 फरवरी को कहा था कि उसने 2021 की दूसरी और तीसरी तिमाही के दौरान कोवैक्सीन की दो करोड़ खुराकों की आपूर्ति करने के लिए ब्राजीलियाई सरकार के साथ एक समझौता किया है. भ्रष्टाचार के आरोपों के बाद ब्राजीलियाई सरकार ने कोवैक्सीन का ऑर्डर अस्थायी तौर पर निलंबित कर दिया है.

भारत बायोटेक ने अपनी ब्राजीलियाई साझेदारों के साथ समझौता समाप्त किए जाने की घोषणा करते हुए शुक्रवार को कहा कि भारत बायोटेक कोवैक्सीन के लिए नियामक संबंधी मंजूरी की प्रक्रिया पूरी करने के लिए ब्राजीलियाई दवा नियामक संस्था एन्विजा के साथ काम करती रहेगी.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)