पेट्रोल-डीज़ल की बढ़ी कीमतों से मुफ़्त कोविड टीके की लागत की भरपाई हो रही है: केंद्रीय मंत्री

केंद्रीय पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस राज्यमंत्री रामेश्वर तेली ने कहा कि ईंधन की कीमतें अधिक नहीं हैं, इसमें टैक्स शामिल है. फ्री वैक्सीन तो आपने ली होगी, पैसा कहां से आएगा? आपने पैसे का भुगतान नहीं किया है, इसे इस तरह से एकत्र किया गया है.

केंद्रीय पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस राज्यमंत्री रामेश्वर तेली ने कहा कि ईंधन की कीमतें अधिक नहीं हैं, इसमें टैक्स शामिल है. फ्री वैक्सीन तो आपने ली होगी, पैसा कहां से आएगा? आपने पैसे का भुगतान नहीं किया है, इसे इस तरह से एकत्र किया गया है.

केंद्रीय पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस राज्यमंत्री रामेश्वर तेली (फोटो साभारः फेसबुक)

नई दिल्लीः केंद्रीय पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस राज्यमंत्री रामेश्वर तेली ने देश में बढ़ रही पेट्रोल और डीजल की कीमतों को लेकर एक बयान दिया है, जिसकी विपक्ष के नेताओं ने आलोचना की है.

मंत्री के अनुसार, आबादी के तमाम हिस्सों को मुफ्त कोविड-19 टीके उपलब्ध कराने के बाद सरकार को इस तरह से पैसा बनाना पड़ा.

उन्होंने असमी भाषा में कहा, ‘ईंधन की कीमतें अधिक नहीं हैं, लेकिन इसमें टैक्स शामिल है. फ्री वैक्सीन तो आपने ली होगी, पैसा कहां से आएगा? आपने पैसे का भुगतान नहीं किया है, इसे इस तरह से एकत्र किया गया है.’

उन्होंने कहा, ‘हमारी सरकार का उद्देश्य देश के 130 करोड़ लोगों को नि:शुल्क वैक्सीन मुहैया कराना था. प्रत्येक वैक्सीन की कीमत लगभग 1,200 रुपये है और हर शख्स को दो डोज दी जाएगी.’

यह ध्यान देने योग्य है कि केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इस साल नि:शुल्क वैक्सीन के लिए 35,000 करोड़ रुपये आवंटित किए थे.

उन्होंने कहा, ‘एक लीटर पेट्रोल की कीमत 40 रुपये है. केंद्र और राज्यों ने पेट्रोल पर टैक्स लगाया है. असम देश का एकमात्र राज्य है, जिसने वैट लगाया है. राज्य ने पेट्रोल पर 28 रुपये का वैट लगाया है. हमारे मंत्रालय ने 30 रुपये का टैक्स लगाया है.’

उन्होंने कहा, ‘देश में हिमालय के पानी की बोतल (डिब्बाबंद पानी) की कीमत ईंधन की कीमत से अधिक है. अगर आप हिमालय का पानी पीते हो तो पानी की बोतल की कीमत 100 रुपये है. पानी की कीमत अधिक है, तेल की नहीं.’

विपक्षी नेताओं ने ईंधन की बढ़ी हुई कीमतों को न्यायोचित ठहराने के लिए कोविड-19 वैक्सीन अभियान का इस्तेमाल करने की कोशिश के लिए केंद्रीय मंत्री तेली पर निशाना साधा है.

टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, कांग्रेस प्रवक्ता बबीता शर्मा ने कहा, ‘तो एक तरफ आप गर्व से कह रहे हैं कि आप देश के लोगों को नि:शुल्क कोरोना वैक्सीन मुहैया करा रहे हैं, लेकिन दूसरी तरफ कह रहे हैं कि आप कोरोना वैक्सीन नि:शुल्क देने के लिए पेट्रोल की कीमतें बढ़ा रहे हैं. यह कैसा तर्क है. इसका मतलब है कि कोरोना वैक्सीन असल में नि:शुल्क नहीं है. लोग अप्रत्यक्ष तौर पर इसका भुगतान कर रहे हैं.’

जम्मू एवं कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने ट्वीट कर कहा, ‘यह हमारे लिए अधिक सस्ता होगा, अगर आप ईंधन की कीमतों के जरिये वैक्सीन की कीमत की भरपाई करने के बजाय हमसे वैक्सीन का शुल्क वसूल लें.’

बता दें कि लगातार सातवें दिन की गई मूल्यवृद्धि से ईंधन की कीमतें रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गई हैं. अधिसूचना के अनुसार, दिल्ली में पेट्रोल की कीमत 104.44 रुपये प्रति लीटर और मुंबई में 110.41 रुपये प्रति लीटर के उच्चतम स्तर पर पहुंच गई है. मुंबई में डीजल अब 101.03 रुपये प्रति लीटर पर मिल रहा है, जबकि दिल्ली में इसकी कीमत 93.17 रुपये है.

जहां देश के अधिकांश हिस्सों में पेट्रोल की कीमत पहले से ही 100 रुपये प्रति लीटर से ऊपर है, अब डीजल की दरें भी कई राज्यों में उस स्तर को पार कर गई हैं. केरल और कर्नाटक इस कड़ी में जुड़ने वाले नए राज्य हैं. केरल की राजधानी तिरुवनंतपुरम में डीजल की कीमत 100.15 रुपये प्रति लीटर हो गई है.

द वायर  ने पहले भी बताया था कि करों में कटौती कर देश में ईंधन की कीमतें कम की जा सकती हैं.

(इस रिपोर्ट को अंग्रेजी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें.)

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