केरल में आंकड़ों के मिलान के बाद देश में कोविड-19 संक्रमण से एक दिन में 666 लोगों की मौत

केरल ने शनिवार को पिछली अवधि से 292 मौतों के आंकड़े का मिलान किया है, इसलिए मृतकों की संख्या अधिक हो गई है. केरल में पिछले 24 घंटे में 99 मरीज़ों की मौत हुई है. भारत में कोविड-19 संक्रमण के कुल मामलों की संख्या 3,41,59,56 हो गई है, जबकि इस महामारी की चपेट में आकर 4,53,708 लोग जान गंवा चुके हैं. विश्व में संक्रमण के मामले 24.29 करोड़ से अधिक हो गए हैं और अब तक 49.38 लाख से ज़्यादा लोगों की मौत हुई है.

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(फाइल फोटो: पीटीआई)

केरल ने शनिवार को पिछली अवधि से 292 मौतों के आंकड़े का मिलान किया है, इसलिए मृतकों की संख्या अधिक हो गई है. केरल में पिछले 24 घंटे में 99 मरीज़ों की मौत हुई है. भारत में कोविड-19 संक्रमण के कुल मामलों की संख्या 3,41,59,56 हो गई है, जबकि इस महामारी की चपेट में आकर 4,53,708 लोग जान गंवा चुके हैं. विश्व में संक्रमण के मामले 24.29 करोड़ से अधिक हो गए हैं और अब तक 49.38 लाख से ज़्यादा लोगों की मौत हुई है.

भारत के दक्षिणी राज्य केरल के मलप्पुरम जिले के मंजेरी स्थित सरकारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में कोरोनो वायरस महामारी के इलाज के लिए बना एक वार्ड. (फाइल फोटो: रॉयटर्स)

नई दिल्ली: भारत में एक दिन में कोविड-19 से 666 मरीजों के जान गंवाने से मृतकों की संख्या 4,53,708 पर पहुंच गई है, जबकि उपचाराधीन मरीजों की संख्या कम होकर 1,73,728 हो गई, जो 233 दिनों में सबसे कम है.

अधिकारियों ने बताया कि केरल ने शनिवार को पिछली अवधि से 292 मौतों के आंकड़े का मिलान किया है, इसलिए मृतकों की संख्या अधिक है. केरल में पिछले 24 घंटे में 99 मरीजों की मौत हुई है.

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के शनिवार को सुबह आठ बजे तक अद्यतन आंकड़ों के अनुसार, संक्रमण के एक दिन में 16,326 नए मामले आने से कुल मामलों की संख्या 3,41,59,56 हो गई है.

अमेरिका की जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार, इस बीच पूरी दुनिया में कोरोना वायरस संक्रमण के कुल मामले बढ़कर 24,29,88,801 हो गए हैं और अब तक 49,38,270 लोगों की जान जा चुकी है.

भारत में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि कोरोना वायरस के रोज आने वाले नए मामले लगातार 29वें दिन 30,000 से कम है और अब लगातार 118वें दिन 50,000 से कम हैं.

उपचाराधीन मरीजों  यानी सक्रिय मामलों की संख्या कम होकर 1,73,728 रह गई है, जो संक्रमण के कुल मामलों का 0.51 प्रतिशत है, जो मार्च 2020 के बाद से सबसे कम है. कोविड-19 से स्वस्थ होने वाले मरीजों की दर 98.16 प्रतिशत दर्ज की गई, जो मार्च 2020 के बाद से सबसे अधिक है.

आंकड़ों के मुताबिक, पिछले 24 घंटों में कोविड-19 के उपचाराधीन मरीजों की संख्या में 2,017 मामलों की कमी आयी है. शुक्रवार को संक्रमण के लिए 13,64,681 नमूनों की जांच की गई और इसी के साथ ही अब तक जांच किए गए नमूनों की संख्या 59,84,31,162 दर्ज की गई है.

संक्रमण की दैनिक दर 1.20 प्रतिशत दर्ज की गई और साप्ताहिक संक्रमण दर भी 1.24 प्रतिशत रही.

इस बीमारी से स्वस्थ होने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 3,35,32,126 हो गई है, जबकि मृत्यु दर 1.33 प्रतिशत दर्ज की गई. देशव्यापी कोविड-19 रोधी टीकाकरण अभियान के तहत अब तक 101.30 करोड़ खुराकें दी जा चुकी हैं.

आंकड़ों के अनुसार, केरल में बीते दिन मौत के आंकड़ों के मिलान के बाद इस महामारी से देश में जिन 666 और मरीजों ने जान गंवाई है, उनमें से 563 की मौत केरल में और 40 की महाराष्ट्र में हुई.

देश में अभी तक कोरोना वायरस से 4,53,708 लोगों की मौत हुई है, जिनमें से 1,39,965 लोगों की मौत महाराष्ट्र में, 37,995 की कर्नाटक, 35,987 की तमिलनाडु, 27,765 की केरल, 25,091 की दिल्ली, 22,899 की उत्तर प्रदेश और 19,033 लोगों की मौत पश्चिम बंगाल में हुई.

स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि अभी तक जिन लोगों की संक्रमण से मौत हुई है, उनमें से 70 प्रतिशत से ज्यादा मरीजों को अन्य बीमारियां भी थीं.

आंकड़ों के मुताबिक, देश में 110 दिन में कोविड-19 के मामले एक लाख हुए थे और 59 दिनों में वह 10 लाख के पार चले गए थे.

भारत में कोविड-19 संक्रमण के कुल मामलों की संख्या 10 लाख से 20 लाख (7 अगस्त 2020 को) तक पहुंचने में 21 दिनों का समय लगा था, जबकि 20 से 30 लाख (23 अगस्त 2020) की संख्या होने में 16 और दिन लगे. हालांकि 30 लाख से 40 लाख (5 सितंबर 2020) तक पहुंचने में मात्र 13 दिनों का समय लगा है.

वहीं, 40 लाख के बाद 50 लाख (16 सितंबर 2020) की संख्या को पार करने में केवल 11 दिन लगे. मामलों की संख्या 50 लाख से 60 लाख (28 सितंबर 2020 को) होने में 12 दिन लगे थे. इसे 60 से 70 लाख (11 अक्टूबर 2020) होने में 13 दिन लगे. 70 से 80 लाख (29 अक्टूबर को 2020) होने में 19 दिन लगे और 80 से 90 लाख (20 नवंबर 2020 को) होने में 13 दिन लगे. 90 लाख से एक करोड़ (19 दिसंबर 2020 को) होने में 29 दिन लगे थे.

इसके 107 दिन बाद यानी पांच अप्रैल को मामले सवा करोड़ से अधिक हो गए, लेकिन संक्रमण के मामले डेढ़ करोड़ से अधिक होने में महज 15 दिन (19 अप्रैल को) का वक्त लगा और फिर सिर्फ 15 दिनों बाद चार मई को गंभीर स्थिति में पहुंचते हुए आंकड़ा 1.5 करोड़ से दो करोड़ के पार चला गया. चार मई के बाद करीब 50 दिनों में 23 जून को संक्रमण के मामले तीन करोड़ से पार चले गए थे.

मई रहा अब तक का सबसे घातक महीना

भारत में अकेले मई में कोविड-19 की दूसरी लहर के दौरान कोरोना वायरस के 92,87,158 से अधिक मामले सामने आए थे, जो एक महीने में दर्ज किए गए संक्रमण के सर्वाधिक मामले हैं. इस तरह यह महीना इस महामारी के दौरान सबसे खराब और घातक महीना रहा था.

मई में इस बीमारी के चलते 1,20,833 लोगों की जान भी गई थी.

सात मई को 24 घंटे में अब तक कोविड-19 के सर्वाधिक 4,14,188 मामले सामने आए थे और 19 मई को सबसे अधिक 4,529 मरीजों ने अपनी जान गंवाई थी.

रोजाना नए मामले 17 मई से 24 मई तक तीन लाख से नीचे रहे और फिर 25 मई से 31 मई तक दो लाख से नीचे रहे थे. देश में 10 मई को सर्वाधिक 3,745,237 मरीज उपचाररत थे.

वायरस के मामले और मौतें

अक्टूबर महीने में बीते एक दिन या 24 घंटे के दौरान सामने आए संक्रमण के नए मामलों की बात करें तो बीते 21 अक्टूबर को 18,454, 20 अक्टूबर को 14,623, 19 अक्टूबर को 13,058, 18 अक्टूबर को 13,596, 17 अक्टूबर को 14,146, 16 अक्टूबर को 15,981, 15 अक्टूबर को 16,862, 14 अक्टूबर को 18,987, 13 अक्टूबर 15,823, 12 अक्टूबर को 14,313, 11 अक्टूबर को 18,132, 10 अक्टूबर को 18,166, नौ अक्टूबर को 19,740, आठ अक्टूबर को 21,257, सात अक्टूबर को 22,431, छह अक्टूबर को 18,833, पांच अक्टूबर को 18,346, चार अक्टूबर को 20,799, तीन अक्टूबर को 22,842, दो अक्टूबर को 24,354 और एक अक्टूबर को 26,727 नए मामले आए थे.

इसी तरह 24 घंटे में जान गंवाने वाले लोगों की बात करें तो बीते 21 अक्टूबर को 160, 20 अक्टूबर को 197, 19 अक्टूबर को 164, 18 अक्टूबर को 221, 17 अक्टूबर को 144, 16 अक्टूबर को 166, 15 अक्टूबर को 216, 14 अक्टूबर को 246, 13 अक्टूबर 226, 12 अक्टूबर को 181, 11 अक्टूबर को 193, 10 अक्टूबर को 214, नौ अक्टूबर को 248, आठ अक्टूबर को 271, सात अक्टूबर को 318, छह अक्टूबर को 278 पांच अक्टूबर को 209, चार अक्टूबर 180, तीन अक्टूबर को 244, दो अक्टूबर को 234 और एक अक्टूबर को 277 लोगों की मौत हुई थी.

सितंबर महीने में बीते एक दिन या 24 घंटे के दौरान संक्रमण के सर्वाधिक 47,092 मामले दो सितंबर को सामने आए, जबकि दो सितंबर को ही सर्वाधिक 509 लोगों की जान गई थी.

अगस्त महीने में बीते 24 घंटे के दौरान संक्रमण के सर्वाधिक 46,759 मामले 28 अगस्त को दर्ज किए गए और इस अवधि में सर्वाधिक 648 लोगों की मौत 25 अगस्त को दर्ज की गई थी.

जुलाई महीने में बीते 24 घंटे के दौरान संक्रमण के सर्वाधिक 48,786 मामले एक जुलाई को सामने आए और एक दिन में मौत के सर्वाधिक 3,998 मामले (महाराष्ट्र द्वारा आंकड़ों में संशोधन किए जाने के बाद) 21 जुलाई को दर्ज किए गए थे.

जून महीने में बीते 24 घंटे के दौरान संक्रमण के सर्वाधिक मामले तीन जून को 1,34,154 आए थे और इस अवधि में मौत के सर्वाधिक 6,148 मामले (बिहार द्वारा आंकड़ों में संशोधन किए जाने के बाद) 10 जून को सामने आए थे.

अप्रैल महीने में बीते 24 घंटे के दौरान सर्वाधिक 3,86,452 नए मामले 30 तरीख को दर्ज किए गए थे, जबकि सबसे अधिक 3,645 लोगों की मौत 29 तारीख को हुई थी.

मार्च में 24 घंटे के दौरान सर्वाधिक 68,020 मामले 29 मार्च को सामने आए थे और महामारी से जान गंवाने वाले लोगों की सर्वाधिक संख्या 31 मार्च को दर्ज की गई. इस दिन 354 लोगों की मौत हुई थी, जो साल 2021 की पहली तिमाही (जनवरी से मार्च) का सर्वाधिक आंकड़ा है.

फरवरी माह में 24 घंटे में संक्रमण के सर्वाधिक 16,738 मामले 25 फरवरी को सामने आए थे और इस महीने सर्वाधिक 138 लोगों की मौतें भी इसी तारीख में दर्ज है.

जनवरी में 24 घंटे के दौरान संक्रमण के सर्वाधिक 20,346 मामले बीते सात जनवरी को दर्ज किए गए थे. वहीं इस अवधि में सबसे अधिक 264 लोगों की मौत छह जनवरी को हुई थी.

पिछले साल छह सितंबर को संक्रमण के नए मामले पहली बार 90 हजार (90,632) के पार हो गए थे. 28 अगस्त को पहली बार 70 हजार (75,760) के पार, सात अगस्त को पहली बार 60 हजार (62,538) के पार, 30 जुलाई को पहली बार 50 हजार के पार हो गए थे.

इसी तरह पिछले साल 20 जुलाई को यह पहली बार 40 हजार के पार, 16 जुलाई को पहली बार 30 हजार के पार, 10 जुलाई को पहली बार 25 हजार (26,506) के पार, तीन जुलाई को पहली बार 20 हजार के पार, 21 जून को पहली बार 15 हजार के पार और 20 जून को संक्रमण के नए मामलों की संख्या पहली बार 14 हजार के पार हुई थी.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)