जनरल बिपिन रावत के ख़िलाफ़ आपत्तिजनक टिप्पणियों के आरोप में विभिन्न राज्यों में कई गिरफ़्तार

बीते आठ दिसंबर को तमिलनाडु के कुन्नूर के पास हेलीकॉप्टर दुर्घटना में सीडीएस जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी और सशस्त्र बलों के 11 अन्य कर्मचारियों की मौत पर आपत्तिजनक सोशल मीडिया पोस्ट को लेकर देश भर में कम से कम आठ लोगों को गिरफ़्तार किया गया है, और जम्मू कश्मीर बैंक ने एक महिला कर्मचारी को निलंबित कर दिया है.

वाराणसी में 8 दिसंबर, 2021 को जनरल बिपिन रावत को श्रद्धांजलि देते लोग. (फोटो: पीटीआई)

बीते आठ दिसंबर को तमिलनाडु के कुन्नूर के पास हेलीकॉप्टर दुर्घटना में सीडीएस जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी और सशस्त्र बलों के 11 अन्य कर्मचारियों की मौत पर आपत्तिजनक सोशल मीडिया पोस्ट को लेकर देश भर में कम से कम आठ लोगों को गिरफ़्तार किया गया है, और जम्मू कश्मीर बैंक ने एक महिला कर्मचारी को निलंबित कर दिया है.

वाराणसी में 8 दिसंबर, 2021 को जनरल बिपिन रावत को श्रद्धांजलि देते लोग. (फोटो: पीटीआई)

भरुच/खंडवा/बेंगलुरु: हेलीकॉप्टर दुर्घटना में जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी और सशस्त्र बलों के 11 अन्य कर्मचारियों की मौत पर जहां देश शोक मना रहा है, वहीं दूसरी ओर उनके बारे में अपमानजनक टिप्पणियों के आरोप में गुजरात और मध्य प्रदेश में गिरफ्तारियां हुईं जबकि केरल में एक फिल्म निर्माता ने कहा कि वह इस त्रासदी पर खुशी मनाने वाले लोगों के एक वर्ग के विरोध में इस्लाम छोड़ रहे हैं.

कर्नाटक में गृह मंत्री ए. ज्ञानेंद्र ने शनिवार को पुलिस महानिदेशक प्रवीण सूद को उन लोगों की पहचान करने और दंडित करने का निर्देश दिया, जिन्होंने सोशल मीडिया पर प्रमुख रक्षा अध्यक्ष जनरल बिपिन रावत के खिलाफ आपत्तिजनक पोस्ट कीं.

जनरल रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत और सशस्त्र बलों के 11 अन्य कर्मचारियों का बीते आठ दिसंबर को तमिलनाडु के कुन्नूर के निकट हेलीकॉप्टर दुर्घटना में निधन हो गया.

इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, जनरल बिपिन रावत के खिलाफ आपत्तिजनक सोशल मीडिया पोस्ट को लेकर देश भर में कम से कम आठ लोगों को गिरफ्तार किया गया है, दो पर मामला दर्ज किया गया है और एक को सरकारी नौकरी से निलंबित कर दिया गया है. भाजपा शासित मध्य प्रदेश, गुजरात और कर्नाटक, जम्मू कश्मीर, कांग्रेस शासित राजस्थान और डीएमके की सरकार वाले तमिलनाडु में कार्रवाई की सूचना मिली है.

सबसे अधिक गिरफ्तारी राजस्थान में हुई है. इनमें से एक की गिरफ्तारी बीते आठ दिसंबर को हेलीकॉप्टर दुर्घटना के कुछ ही घंटों बाद और दो लोगों को बीते 11 दिसंबर को गिरफ्तार किया गया.

राजस्थान की प्रतापगढ़ पुलिस ने दुर्घटना पर कथित रूप से ‘आपत्तिजनक’ सामग्री पोस्ट करने के आरोप में 28 वर्षीय मनीष कुमार मीणा और 25 वर्षीय जीवनलाल निनामा को बीते 11 दिसंबर को गिरफ्तार किया.

पुलिस के एक बयान में कहा गया है कि दोनों की टिप्पणियों से जन भावनाओं को ठेस पहुंची है.

इससे पहले राजस्थान के टोंक जिले में पुलिस ने 21 वर्षीय जवाद खान को जनरल रावत के बारे में इंस्टाग्राम पर कथित ‘अनुचित’ टिप्पणी के लिए गिरफ्तार किया था. पुलिस ने कहा कि उन्हें हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त होने के कुछ घंटे बाद 8 दिसंबर की रात को हिरासत में ले लिया गया था.

टोंक के सर्किल ऑफिसर चंद्र सिंह ने कहा, ‘खान को धारा 505 (2) (सार्वजनिक शरारत, या जनता के लिए खतरा पैदा करने के इरादे से बयान देना) के तहत गिरफ्तार किया गया है और न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है.’

इसी तरह गुजरात में दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है. भरूच स्पेशल ऑपरेशंस ग्रुप (एसओजी) टीम ने दुर्घटना पर एक फेसबुक पोस्ट में कथित आपत्तिजनक टिप्पणियों के लिए फिरोज दीवान को 10 दिसंबर को गिरफ्तार किया. हालांकि बाद में उन्होंने पोस्ट को डिलीट कर दिया. दीवान 11 दिसंबर जमानत पर रिहा हो गए थे.

गुजरात के भरुच जिले में फिरोज दीवान को फेसबुक पोस्ट पर टिप्पणी में जनरल रावत के बारे में कथित रूप से अपमानजक शब्दों का इस्तेमाल करने के लिए शुक्रवार को गिरफ्तार किया गया. फेसबुक पर यह पोस्ट एक अन्य उपयोगकर्ता ने जनरल रावत को श्रद्धांजलि देते हुए की थी.

दीवान के खिलाफ आईपीसी की धारा 153 (दंगा भड़काने के इरादे से उकसाना), 153 (बी) (राष्ट्रीय एकता के खिलाफ प्रभाव डालने वाले भाषण देना या लांछन लगाना), 504 (शांति भंग करने के लिए जानबूझकर अपमान), 505 (1 बी) (उकसाने का इरादा और जनता के बीच भय पैदा करना) और सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम 84 (सी) (अपराध करने के प्रयास के लिए दंड) के तहत मामला दर्ज किया गया.

बीते 9 दिसंबर को गुजरात में अमरेली पुलिस ने 44 वर्षीय शिव भाई अहीर को दुर्घटना के संबंध में एक कथित पोस्ट के लिए गिरफ्तार किया था.

उन पर धारा 153ए (विभिन्न समूहों के बीच दुश्मनी), 505(1) (अफवाहें फैलाना और प्रसारित करना) और 295ए (किसी के भावनाओं को ठेस पहुंचाने के इरादे से जान-बूझकर और दुर्भावनापूर्ण कृत्य) के तहत मामला दर्ज किया गया है.

अहमदाबाद साइबर क्राइम सेल के सहायक पुलिस आयुक्त, जेएम यादव ने कहा, ‘आरोपी ने अतीत में भी अपनी फेसबुक आईडी का इस्तेमाल निर्वाचित प्रतिनिधियों के खिलाफ विवादास्पद बयान पोस्ट करने और विभिन्न समुदायों के बीच दरार पैदा करने के लिए किया है.’

वहीं, मध्य प्रदेश के खंडवा जिले में फेसबुक पर आपत्तिजनक पोस्ट करने के लिए बीते 11 दिसंबर को युवा आदिवासी नेता दुर्गेश वास्केले को गिरफ्तार किया गया.

पंधाना थाना प्रभारी आरएस मालवीय ने कहा कि शिकायतकर्ता ने अपने आरोप के समर्थन में एक वीडियो सीडी पेश की जिसके बाद आरोपी दुर्गेश वास्कले को भारतीय दंड संहिता की संबंधित धाराओं में गिरफ्तार किया गया.

प्राथमिकी में कहा गया कि वास्केल ने अपनी फेसबुक पोस्ट में लिखा, ‘आपने हमारे 14 लोगों को मार डाला, बदले में प्रकृति ने आपके 13 सैनिकों को समाप्त कर दिया.’

पोस्ट में वास्केल का इशारा नगालैंड में सुरक्षा बलों की गोलीबारी में 14 असैन्य नागरिकों की मौत की तरफ था.

रिपोर्ट के मुताबिक, भाजपा विधायक राम डांगोरे ने जय आदिवासी युवा शक्ति का हिस्सा रहे वास्कले के खिलाफ खंडवा के एसपी विवेक सिंह से शिकायत करते हुए कहा कि वह नियमित रूप से आपत्तिजनक टिप्पणी पोस्ट करते हैं और उन पर राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम (एनएसए) के तहत मुकदमा चलाया जाना चाहिए.

अजय मोरे और नीलेश डांगोरे की शिकायत पर वास्कले को आईपीसी की धारा 297 (धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाना), 153ए और 153बी के तहत गिरफ्तार किया गया.

इस बीच प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता नरेंद्र सलूजा ने पूछा कि भाजपा आईटी सेल के जिलाध्यक्ष इंदर पटेल के खिलाफ कोई कार्रवाई क्यों नहीं की गई, जिन्होंने वास्कले की पोस्ट के जवाब में ‘बिल्कुल सच’ लिखा था.

विधायक डांगोरे ने कहा कि पटेल की टिप्पणी को पार्टी नेतृत्व के संज्ञान में लाया गया है.

तमिलनाडु में भाजपा द्वारा समर्थित एक लोकप्रिय यूट्यूबर मरिदास को एक ट्वीट के लिए बीते 11 दिसंबर को गिरफ्तार किया गया. यह ट्वीट कथित तौर पर दुर्घटना के पीछे एक साजिश होने का संकेत देता था और सत्तारूढ़ डीएमके पर विभाजनकारी राजनीति को प्रोत्साहित करने का आरोप लगाता था.

मदुरै पुलिस ने मरिदास के खिलाफ आईपीसी की धारा 153 (दंगा भड़काने के इरादे से उकसाना), 504 (शांति भंग करने के इरादे से जान-बूझकर अपमान करना) और 505 (2) के तहत मामला दर्ज किया.

मरिदास के मदुरै स्थित घर में उनकी गिरफ्तारी के लिए गई पुलिस टीम को भाजपा कार्यकर्ताओं के विरोध का सामना करना पड़ा. भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष अन्नामलाई ने कहा कि गिरफ्तारी अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का गंभीर उल्लंघन है.

वहीं, जम्मू कश्मीर के राजौरी जिले से एक दुकानदार मोहम्मद ए. शफी की गिरफ्तारी की सूचना मिली है. पुलिस ने कहा कि शफी ने एक फेसबुक पोस्ट को फॉरवर्ड किया था, जो कथित तौर पर पाकिस्तान में उत्पन्न हुई थी जिसमें जनरल रावत के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी की गई थी.

राजौरी के एसएचओ समीर जिलानी ने कहा, ‘हमने उन्हें निवारक प्रावधानों के तहत हिरासत में लिया है.’

पुलिस ने कहा कि वे पुलवामा, कश्मीर में एक संविदा लेक्चरर के खिलाफ कार्रवाई शुरू करने की भी योजना बना रहे हैं, उनके खिलाफ उधमपुर में कुछ दक्षिणपंथी हिंदू संगठनों द्वारा ‘अपमानजनक’ टिप्पणियों पर शिकायत की गई है. लेक्चरर पहले उधमपुर में काम करते थे.

बीते 10 दिसंबर को जम्मू कश्मीर बैंक ने एक महिला कर्मचारी को निलंबित कर दिया. कर्मचारी ने हेलीकॉप्टर दुर्घटना पर एक समाचार पर कथित रूप से हंसते हुए इमोजी के साथ प्रतिक्रिया दी थी.

निलंबन आदेश में कहा गया है, ‘सामग्री विशुद्ध रूप से मानहानिकारक है और कर्मचारी की सेवा को नियंत्रित करने वाले आचरण नियमों के अनुरूप नहीं है.’

कर्नाटक पुलिस ने बीते 11 दिसंबर को फेसबुक पर रावत की मौत पर कथित अपमानजनक संदेशों के लिए मंगलुरु में दो लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया.

कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने पुलिस को पहले ही विकृत मानसिकता वाले लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने का निर्देश दिया था, जो दुर्घटना पर अपमानजनक, उत्सव संदेश ट्वीट करते हैं.

कर्नाटक के गृह मंत्री अरागा ज्ञानेंद्र ने शनिवार को कहा कि ऐसे लोग देशद्रोही हैं.

मलयालम फिल्म निर्देशक और संघ परिवार के समर्थक अली अकबर ने घोषणा की है कि वह और उनकी पत्नी हेलीकॉप्टर दुर्घटना में प्रमुख रक्षा अध्यक्ष जनरल बिपिन रावत तथा उनकी पत्नी की दुखद मौत पर कथित रूप से खुशी मनाने वाले सोशल मीडिया उपयोगकर्ताओं के एक वर्ग के विरोध में इस्लाम छोड़ रहे हैं.

उन्होंने शुक्रवार को सोशल मीडिया पर पोस्ट किए गए एक वीडियो में यह घोषणा की. फिल्म निर्माता ने वीडियो में कहा, ‘मैं आज से मुसलमान नहीं हूं. मैं एक भारतीय हूं.’

उन्होंने जनरल रावत की मौत से संबंधित खबरों के नीचे खुशी वाली इमोजी डालने वालों की आलोचना की और कहा कि वह ‘राष्ट्र-विरोधियों’ के साथ खड़े नहीं हो सकते.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)