कोविड-19: बीते चौबीस घंटे में संक्रमण के 7,189 नए मामले आए, 387 मरीज़ों की मौत

भारत में अब तक कोरोना वायरस के ओमीक्रॉन स्वरूप के कुल 415 मामले सामने आ चुके हैं और संक्रमण के कुल मामलों की संख्या 3,47,79,815 हो गई है. वहीं, दुनियाभर में कोरोना वायरस संक्रमण के कुल मामले 27.89 करोड़ से अधिक हैं और अब तक 53.92 लाख से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है.

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(फोटो: पीटीआई)

भारत में अब तक कोरोना वायरस के ओमीक्रॉन स्वरूप के कुल 415 मामले सामने आ चुके हैं और संक्रमण के कुल मामलों की संख्या 3,47,79,815 हो गई है. वहीं, दुनियाभर में कोरोना वायरस संक्रमण के कुल मामले 27.89 करोड़ से अधिक हैं और अब तक 53.92 लाख से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है.

(फोटो: पीटीआई)

नई दिल्ली: भारत में पिछले 24 घंटे में 7,189 नए मामले आने से संक्रमण के कुल मामलों की संख्या 3,47,79,815 पर पहुंच गई है जबकि उपचाराधीन मरीजों की संख्या कम होकर 77,032 हो गई है. इस बीमारी से 387 और मरीजों के जान गंवाने से मृतकों की संख्या बढ़कर 4,79,520 हो गई है.

अमेरिका की जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार, इस बीच पूरी दुनिया में कोरोना वायरस संक्रमण के कुल मामले बढ़कर 27,89,71,357 हो गए हैं और अब तक 53,92,826 लोगों की जान जा चुकी है.

वहीं, देश में अभी तक कोरोना वायरस के ओमीक्रॉन स्वरूप के कुल 415 मामले सामने आ चुके हैं जिनमें से 115 लोग स्वस्थ हो चुके हैं या देश छोड़कर चले गए हैं.

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के शनिवार को सुबह आठ बजे तक अपडेटेड आंकड़ों के अनुसार, ओमीक्रॉन के सबसे अधिक 108 मामले महाराष्ट्र में सामने आए. इसके बाद दिल्ली में 79, गुजरात में 43, तेलंगाना में 38, केरल में 37, तमिलनाडु में 34 और कर्नाटक में 31 मामले सामने आए.

आंकड़ों के मुताबिक, कोरोना वायरस के रोज आने वाले नए मामले पिछले 58 दिनों से 15,000 से कम हैं.

स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, उपचाराधीन मरीजों की संख्या संक्रमण के कुल मामलों का 0.22 प्रतिशत है जो मार्च 2020 के बाद से सबसे कम है. कोविड-19 से स्वस्थ होने वाले मरीजों की दर 98.40 प्रतिशत है जो मार्च 2020 के बाद से सबसे अधिक है.

कोविड-19 के उपचाराधीन मरीजों की संख्या में पिछले 24 घंटों में 484 मामलों की कमी दर्ज की गई है. संक्रमण की दैनिक दर 0.65 प्रतिशत है. यह पिछले 82 दिनों से दो प्रतिशत से कम रही है.

साप्ताहिक संक्रमण दर भी 0.60 प्रतिशत दर्ज की गयी और यह पिछले 41 दिनों से एक प्रतिशत से कम बनी हुई है.

इस बीमारी से स्वस्थ होने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 3,42,23,263 हो गयी है जबकि मृत्यु दर 1.38 प्रतिशत है. देशव्यापी कोविड-19 रोधी टीकाकरण अभियान के तहत अभी तक 141.01 करोड़ खुराक दी जा चुकी है.

इस महामारी से जिन 387 और मरीजों ने जान गंवाई है उनमें से 342 की मौत केरल में और 12 की महाराष्ट्र में हुई.

केरल सरकार ने शुक्रवार को एक बयान में बताया कि राज्य में सामने आए मौत के 342 मामलों में से 31 मामले पिछले कुछ दिनों में सामने आए. वहीं, मौत के 311 मामलों को केंद्र तथा उच्चतम न्यायालय के नए दिशानिर्देशों के आधार पर कोविड-19 से मौत के मामलों में जोड़ा गया है.

आंकड़ों के अनुसार, देश में अब तक कोविड-19 से 4,79,520 लोगों की मौत हो चुकी है. इनमें से 1,41,404 मरीजों की मौत महाराष्ट्र में, 46,203 की केरल में, 38,305 की कर्नाटक, 36,714 की तमिलनाडु, 25,103 की दिल्ली, 22,915 की उत्तर प्रदेश और 19,707 लोगों की मौत पश्चिम बंगाल में हुई.

स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि अभी तक जिन लोगों की कोरोना वायरस संक्रमण से मौत हुई है, उनमें से 70 प्रतिशत से ज्यादा मरीजों को अन्य बीमारियां भी थीं.

आंकड़ों के मुताबिक, देश में 110 दिन में कोविड-19 के मामले एक लाख हुए थे और 59 दिनों में वह 10 लाख के पार चले गए थे.

भारत में कोविड-19 संक्रमण के कुल मामलों की संख्या 10 लाख से 20 लाख (7 अगस्त 2020 को) तक पहुंचने में 21 दिनों का समय लगा था, जबकि 20 से 30 लाख (23 अगस्त 2020) की संख्या होने में 16 और दिन लगे. हालांकि 30 लाख से 40 लाख (5 सितंबर 2020) तक पहुंचने में मात्र 13 दिनों का समय लगा है.

वहीं, 40 लाख के बाद 50 लाख (16 सितंबर 2020) की संख्या को पार करने में केवल 11 दिन लगे. मामलों की संख्या 50 लाख से 60 लाख (28 सितंबर 2020 को) होने में 12 दिन लगे थे. इसे 60 से 70 लाख (11 अक्टूबर 2020) होने में 13 दिन लगे. 70 से 80 लाख (29 अक्टूबर को 2020) होने में 19 दिन लगे और 80 से 90 लाख (20 नवंबर 2020 को) होने में 13 दिन लगे. 90 लाख से एक करोड़ (19 दिसंबर 2020 को) होने में 29 दिन लगे थे.

इसके 107 दिन बाद यानी पांच अप्रैल को मामले सवा करोड़ से अधिक हो गए, लेकिन संक्रमण के मामले डेढ़ करोड़ से अधिक होने में महज 15 दिन (19 अप्रैल को) का वक्त लगा और फिर सिर्फ 15 दिनों बाद चार मई को गंभीर स्थिति में पहुंचते हुए आंकड़ा 1.5 करोड़ से दो करोड़ के पार चला गया. चार मई के बाद करीब 50 दिनों में 23 जून को संक्रमण के मामले तीन करोड़ से पार चले गए थे.

मई रहा अब तक का सबसे घातक महीना

भारत में अकेले मई में कोविड-19 की दूसरी लहर के दौरान कोरोना वायरस के 92,87,158 से अधिक मामले सामने आए थे, जो एक महीने में दर्ज किए गए संक्रमण के सर्वाधिक मामले हैं.

इसके अलावा इसी महीने इस बीमारी के चलते 1,20,833 लोगों की जान भी गई थी. इस तरह यह महीना इस महामारी के दौरान सबसे खराब और घातक महीना रहा था.

सात मई को 24 घंटे में अब तक कोविड-19 के सर्वाधिक 4,14,188 मामले सामने आए थे और 19 मई को सबसे अधिक 4,529 मरीजों ने अपनी जान गंवाई थी.

रोजाना नए मामले 17 मई से 24 मई तक तीन लाख से नीचे रहे और फिर 25 मई से 31 मई तक दो लाख से नीचे रहे थे. देश में 10 मई को सर्वाधिक 3,745,237 मरीज उपचाररत थे.

वायरस के मामले और मौतें

दिसंबर महीने में एक दिन या 24 घंटे के दौरान सामने आए संक्रमण के मामलों की बात करें तो बीते 24 दिसंबर को 6,650, 23 दिसंबर को 7,495, 22 दिसंबर को 6,317, 21 दिसंबर को 5,326, 20 दिसंबर को 6,563, 19 दिसंबर को 7,081, 18 दिसंबर को 7,145, 17 दिसंबर को 7,447, 16 दिसंबर को 7,974, 15 दिसंबर को 6,984, 14 दिसंबर को 5,784, 13 दिसंबर को 7,350, 12 दिसंबर को 7,774, 11 दिसंबर को 7,992, 10 दिसंबर को 8,503, नौ दिसंबर को 9,419, आठ दिसंबर को 8,439, सात दिसंबर को 6,822, छह दिसंबर को 8,306, पांच दिसंबर को 8,895, चार दिसंबर को 8,603, तीन दिसंबर को 9,216, दो दिसंबर को 9,765 और एक दिसंबर को 8,954 नए मामले आए थे.

इसी तरह पिछले 24 घंटे में जान गंवाने वाले लोगों की बात करें तो बीते 24 दिसंबर को 374, 23 दिसंबर को 434, 22 दिसंबर को 318, 21 दिसंबर को 453, 20 दिसंबर को 132, 19 दिसंबर को 264, 18 दिसंबर को 289, 17 दिसंबर को 391, 16 दिसंबर को 343, 15 दिसंबर को 247, 14 दिसंबर को 252, 13 दिसंबर को 202, 12 दिसंबर को 306, 11 दिसंबर को 393, 10 दिसंबर को 624, नौ दिसंबर को 159, आठ दिसंबर को 195, सात दिसंबर को 220, छह दिसंबर को 211, पांच दिसंबर को 2,796 (बिहार और केरल में आंकड़ों के पुनर्मिलान के साथ), चार दिसंबर को 415, तीन दिसंबर को 391, दो दिसंबर को 477 और एक दिसंबर को 267 लोगों की मौत हुई थी.

नवंबर महीने में बीते एक दिन या 24 घंटे के दौरान संक्रमण के सर्वाधिक 13,091 मामले 11 नवंबर को और केरल में आंकड़ों के पुन:मिलान के बाद सर्वाधिक 621 लोगों की मौत 28 नवंबर को हुई थी.

अक्टूबर महीने में बीते एक दिन या 24 घंटे के दौरान संक्रमण के सर्वाधिक 26,727 नए मामले एक अक्टूबर को और केरल में आंकड़ों के पुन:मिलान के बाद सर्वाधिक 805 लोगों की मौत 29 अक्टूबर को हुई थी.

सितंबर महीने में बीते एक दिन या 24 घंटे के दौरान संक्रमण के सर्वाधिक 47,092 मामले दो सितंबर को सामने आए, जबकि दो सितंबर को ही सर्वाधिक 509 लोगों की जान गई थी.

अगस्त महीने में बीते 24 घंटे के दौरान संक्रमण के सर्वाधिक 46,759 मामले 28 अगस्त को दर्ज किए गए और इस अवधि में सर्वाधिक 648 लोगों की मौत 25 अगस्त को दर्ज की गई थी.

जुलाई महीने में बीते 24 घंटे के दौरान संक्रमण के सर्वाधिक 48,786 मामले एक जुलाई को सामने आए और एक दिन में मौत के सर्वाधिक 3,998 मामले (महाराष्ट्र द्वारा आंकड़ों में संशोधन किए जाने के बाद) 21 जुलाई को दर्ज किए गए थे.

जून महीने में बीते 24 घंटे के दौरान संक्रमण के सर्वाधिक मामले तीन जून को 1,34,154 आए थे और इस अवधि में मौत के सर्वाधिक 6,148 मामले (बिहार द्वारा आंकड़ों में संशोधन किए जाने के बाद) 10 जून को सामने आए थे.
अप्रैल महीने में बीते 24 घंटे के दौरान सर्वाधिक 3,86,452 नए मामले 30 तरीख को दर्ज किए गए थे, जबकि सबसे अधिक 3,645 लोगों की मौत 29 तारीख को हुई थी.

मार्च में 24 घंटे के दौरान सर्वाधिक 68,020 मामले 29 मार्च को सामने आए थे और महामारी से जान गंवाने वाले लोगों की सर्वाधिक संख्या 31 मार्च को दर्ज की गई. इस दिन 354 लोगों की मौत हुई थी, जो साल 2021 की पहली तिमाही (जनवरी से मार्च) का सर्वाधिक आंकड़ा है.

फरवरी माह में 24 घंटे में संक्रमण के सर्वाधिक 16,738 मामले 25 फरवरी को सामने आए थे और इस महीने सर्वाधिक 138 लोगों की मौतें भी इसी तारीख में दर्ज है.

जनवरी में 24 घंटे के दौरान संक्रमण के सर्वाधिक 20,346 मामले बीते सात जनवरी को दर्ज किए गए थे. वहीं इस अवधि में सबसे अधिक 264 लोगों की मौत छह जनवरी को हुई थी.

पिछले साल छह सितंबर को संक्रमण के नए मामले पहली बार 90 हजार (90,632) के पार हो गए थे. 28 अगस्त को पहली बार 70 हजार (75,760) के पार, सात अगस्त को पहली बार 60 हजार (62,538) के पार, 30 जुलाई को पहली बार 50 हजार के पार हो गए थे.

इसी तरह पिछले साल 20 जुलाई को यह पहली बार 40 हजार के पार, 16 जुलाई को पहली बार 30 हजार के पार, 10 जुलाई को पहली बार 25 हजार (26,506) के पार, तीन जुलाई को पहली बार 20 हजार के पार, 21 जून को पहली बार 15 हजार के पार और 20 जून को संक्रमण के नए मामलों की संख्या पहली बार 14 हजार के पार हुई थी.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)