ओडिशा में किसान ने जान दी, अक्टूबर से अब तक 10वां मामला

परिवार ने दावा किया कि बेमौसम हुई बारिश के कारण ख़राब हुई फसल के नुकसान की वजह से किसान ने अपनी जान दे दी.

परिवार ने दावा किया कि बेमौसम हुई बारिश के कारण ख़राब हुई फसल के नुकसान की वजह से किसान ने अपनी जान दे दी.

Farmers Jantar mantar
देश भर के 184 किसान संगठनों ने सोमवार को दिल्ली के जंतर मंतर पर किसान मुक्ति संसद का आयोजन किया. (फोटो: कृष्णकांत/द वायर)

भुवनेश्वर: ओडिशा के बालेश्वर जिले में एक किसान ने कथित तौर पर खुदकुशी कर ली. उसके परिवार ने दावा किया है कि बेमौसम हुई बारिश के कारण फसल को हुए नुकसान की वजह से किसान ने अपनी जान दे दी.

ओडिशा में अक्टूबर से अभी तक यह खुदकुशी का 10वां मामला है. राज्य सरकार ने उन किसानों को जल्दी मुआवजा देने का वादा किया है जिनकी फसल खराब हुई है.

अधिकारी ने रविवार को कहा कि भानुपुर गांव के जितेंद्र बिस्वास ने कथित तौर पर कीटनाशक खाकर आत्महत्या कर ली. वह तीन एकड़ जमीन पर बटाई पर खेती करता था.

बिस्वास के परिवार ने दावा किया कि बेमौसम बारिश होने से फसल का नुकसान हो गया था जिसके बाद उसने यह कदम उठाया. बालेश्वर के जिलाधिकारी प्रमोद दास ने कहा कि समूची जांच के बाद ही घटना के सटीक कारणों का पता लगाया जा सकता है. उन्होंने कहा कि तहसीलदार और राजस्व अधिकारियों को जांच के लिए कहा गया है.

यह घटना गंजाम जिले में कुकुदखंडी खंड के बौलाझोली गांव में एक किसान द्वारा कथित तौर पर खुदकुशी करने के एक दिन बाद हुई है. इस किसान ने भी कीट हमले और बेमौसम बारिश की वजह से फसल को हुए नुकसान की वजह से कथित तौर पर आत्महत्या की थी. किसानों की खुदकुशी के कारण राज्य में गुस्से का माहौल है.

विपक्षी भाजपा और कांग्रेस ने सरकार पर किसानों की दशा सुधारने में विफल रहने का आरोप लगाया है. वहीं बीजद की अगुवाई वाली राज्य सरकार ने बेमौसम बारिश के बाद खड़ी फसल को हुए नुकसान के आकलन की प्रक्रिया तेज कर दी है.

राज्य के कृषि मंत्री दामोदर राउत ने कहा कि प्रभावित किसानों को तेजी से मुआवजा दिया जाएगा क्योंकि एक हफ्ते में फसल नुकसान के आकलन को पूरा करने के लिए कदम उठाए गए हैं.