अपने अपमान से आहत प्रधानमंत्री ने कांग्रेस की तुलना मुग़लों से की

गुजरात चुनाव राउंडअप: मोदी ने राहुल की पदोन्नति को बताया औरंगज़ेबी राज, कांग्रेस ने दिलाई आडवाणी, जोशी, शौरी और सिन्हा की याद.

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गुजरात में एक चुनावी रैली के दौरान भाजपा के स्टार प्रचारक और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी. (फोटो: ट्विटर/बीजेपी)

गुजरात चुनाव राउंडअप: मोदी ने राहुल की पदोन्नति को बताया औरंगज़ेबी राज, कांग्रेस ने दिलाई आडवाणी, जोशी, शौरी और सिन्हा की याद.

narendra modi
गुजरात में एक चुनावी रैली के दौरान भाजपा के स्टार प्रचारक और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी. (फोटो: ट्विटर/बीजेपी)

अहमदाबाद/नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हाल ही में युवक कांग्रेस की तरफ से जारी एक मीम का जिक्र अपनी रैलियों में लगातार कर रहे हैं. उस मीम में उन्हें चायवाला बताते हुए उनकी भाषा पर टिप्पणी की गई थी. प्रधानमंत्री अपने उस कथित अपमान पर भले ही आहत हों, लेकिन चुनावी रैली में शब्दयुद्ध की जंग जीतने के लिए सोमवार को उन्होंने कांग्रेस की तुलना मुग़लों से कर डाली.

दिलचस्प यह है कि यही बात भाजपा के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से भी ट्वीट की गई. पीएम मोदी के एक वीडियो फुटेज के साथ उनके बयान के रूप में  बीजेपी ने ट्वीट किया, ‘कांग्रेस का मानना है कि जहांगीर की जगह शाहजहां और शाहजहां की जगह औरंगज़ेब जैसे बिना चुनाव के बादशाह बने थे, वैसे ही उनके अध्यक्ष के लिए चुनाव की ज़रूरत नहीं है. कांग्रेस को उनका ‘औरंगज़ेब राज’ मुबारक. हमारे लिए देश की 125 करोड़ जनता सर्वोपरि है.

राहुल गांधी को कांग्रेस का अध्यक्ष बनाए जाने की आलोचना करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसे औरंगज़ेबी राज बताया. नेशनल हेराल्ड मामले का नाम लिए बगैर, गुजरात के वलसाड में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा, कांग्रेस दिवालिया हो गई है, क्योंकि वह एक ऐसे व्यक्ति को अपना अध्यक्ष बनाने जा रही है जो जमानत पर बाहर है. गौरतलब है कि नेशनल हेराल्ड वाले मामले में राहुल जमानत पर बाहर हैं.

विपक्षी दल पर चुटकी लेते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, कांग्रेस सरकार में मंत्री रहे मणिशंकर अयर का कहना है क्या मुगल काल में चुनाव होते थे जहांगीर के बाद शाहजहां आए, क्या कोई चुनाव हुआ था? शाहजहां के बाद औरंगजेब शासन करेगा, यह सभी जानते थे.

मोदी ने कहा, क्या कांग्रेस यह स्वीकार करती है कि वह एक परिवार की पार्टी है? हम यह औरंगजेब शासन नहीं चाहते. मोदी ने राहुल गांधी की कांग्रेस अध्यक्ष के तौर पर प्रस्तावित पदोन्नति की तुलना मुगलों के वंशवादी शासन से की.

गौरतलब है कि राहुल गांधी ने पार्टी प्रमुख के पद के लिए सोमवार को नामांकन पत्र दाखिल किया है. संभावना है कि 47 वर्षीय राहुल इस चुनाव में एकमात्र उम्मीदवार होंगे और उनके पार्टी अध्यक्ष बनने का रास्ता पूरी तरह साफ है. अध्यक्ष चुने जाने के बाद राहुल पिछले 19 वर्षों से लगातार इस पद पर आसीन अपनी मां सोनिया गांधी की जगह लेंगे.

कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए नामांकन दाखिल करने के दौरान उन्हें शुभकामनाएं देते पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी. (फोटो: ट्विटर/रणदीप सुरजेवाला)
कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए नामांकन दाखिल करने के दौरान उन्हें शुभकामनाएं देते पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी. (फोटो: ट्विटर/रणदीप सुरजेवाला)

पार्टी के केंद्रीय निर्वाचन प्राधिकरण के अध्यक्ष मुल्लापल्ली रामचंद्रन के अनुसार, रविवार तक किसी ने नामांकन पत्र दाखिल नहीं किया था. कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह सहित अन्य लोगों ने पार्टी के अध्यक्ष पद के लिए राहुल की उम्मीदवारी का प्रस्ताव रखा है. नामांकन वापस लेने की अंतिम तिथि 11 दिसंबर है. जरूरत पड़ने पर 16 दिसंबर को मतदान होगा और इस स्थिति में वोटों की गिनती तथा परिणाम की घोषणा 19 दिसंबर को होगी.

घर में लोकतंत्र नहीं, देश में कैसे करेंगे लोकतंत्र का पालन: मोदी

कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव का उपहास उड़ाते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को आरोप लगाया कि पार्टी का सांगठनिक चुनावों में धांधली का इतिहास रहा है.

मोदी ने गुजरात के सुरेंद्रनगर जिले में एक रैली को संबोधित करते हुए कहा कि कांग्रेस में शीर्ष पद के लिए चुनाव के नतीजे का पहले से अनुमान लगाया जा सकता है.

मोदी ने कहा, अगर आपके घर में लोकतंत्र नहीं है तो आप देश में कैसे लोकतंत्र का पालन करेंगे. मोदी ने गुजरात विधानसभा चुनाव के लिए एक रैली को संबोधित करते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी में अध्यक्ष पद के लिए चुनाव होना है.

उन्होंने कहा, नतीजा क्या है सबको पता है. इसपर भीड़ ने कहा कि पद राहुल गांधी को मिलेगा. मोदी ने दावा किया कि कांग्रेस पार्टी में यह दस्तूर रहा है.

उन्होंने आरोप लगाया, देश का प्रधानमंत्री चुनने के लिए जब कांग्रेस पार्टी की उस वक्त बैठक हुई थी तो सरदार पटेल को जवाहर लाल नेहरू से अधिक वोट मिले थे. लेकिन उस चुनाव में धांधली हुई और नेहरू जीत गए.

मोदी ने कहा कि यही मोरारजी देसाई के साथ भी हुआ. उन्होंने कहा, उनका चुनाव में धांधली करने का इतिहास रहा है. कांग्रेस नेता शहजाद पूनावाला का उनके प्रथम नाम से उल्लेख करते हुए मोदी ने कहा कि उसने चुनाव प्रक्रिया को लेकर सवाल उठाए थे और आरोप लगाया था कि उसमें धांधली हो रही है.

उन्होंने कहा, वे सहिष्णुता, सहिष्णुता, सहिष्णुता जैसे शब्द का जाप करते रहते हैं, लेकिन पार्टी ने इस युवक को शांत करने के लिए फरमान लाया है. पार्टी ने उसे सभी व्हाट्सऐप समूह से प्रतिबंधित कर दिया है. पार्टी ने उसका सामूहिक तौर पर बहिष्कार किया है.

उन्होंने कहा, गुजराती में हमारे यहां एक कहावत है कि कुएं में पानी हो तभी बाल्टी भरी जा सकती है. अगर आपके यहां पार्टी में लोकतंत्र है ही नहीं तो देश में आप कैसे इसका पालन करेंगे.

कांग्रेस ने मोदी को दिलाई आडवाणी, जोशी की याद

कांग्रेस ने अपने अध्यक्ष पद के चुनाव का मजाक उड़ाने के लिए रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर पलटवार किया और भाजपा के अंदरुनी लोकतंत्र का मुद्दा उठाते हुए उनसे पूछा कि वह अपनी ही पार्टी के नेताओं के प्रश्नों का कब उत्तर देंगे.

कांग्रेस के मीडिया विभाग के प्रभारी रणदीप सुरजेवाला ने लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी, संजय जोशी, केशुभाई पटेल और आनंदीबेन पटेल जैसे भाजपा के पूर्व शीर्ष नेताओं के नाम लेते हुए आरोप लगाया कि वे मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के अंदरूनी लोकतंत्र के शिकार हैं.

उन्होंने ट्विटर पर लिखा, प्रिय प्रधानमंत्री, शाहजाद, शह-जादा और शौर्य के प्रति आपका प्यार सर्वविदित है लेकिन देश जानना चाहता है कि कब आप वरिष्ठ भाजपा नेताओं अरुण शौरी, यशवंत सिन्हा और शत्रुघ्न सिन्हा के प्रश्नों का उत्तर देंगे.

उन्होंने लिखा, क्रोध और द्वेष में अंधे होकर आप कितनी गहराई तक गिरेंगे. सुरजेवाला ने ट्वीट किया, मोदीजी, गुजरात और देश को अपने और अमित शाह के भाजपा में अंदरूनी लोकतंत्र के शिकार- लालकृष्ण आडवाणी, केशुभाई पटेल, हीरेन पांड्या, कांशीराम राणा, आनंदीबेन पटेल, मुरली मनोहर जोशी और संजय जोशी के बारे में बताएं जो जबरन इतिहास के पन्नों में धकेल दिए गए.

उससे पहले गुजरात में चुनावी रैली में मोदी ने कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव का मजाक उड़ाते हुए आरोप लगाया था कि कांग्रेस में संगठनात्मक चुनाव में गड़बड़ी का इतिहास रहा है. उन्होंने कांग्रेस के बारे में कहा था, यदि आपके घर में ही लोकतंत्र नहीं है तो आप देश में इसका पालन कैसे कर सकते हैं.

भाजपा ने गुजरात मॉडल के कारण ही केंद्र में सरकार बनाई: राजनाथ

केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने रविवार को गुजरात के साणंद में कहा कि भाजपा ने गुजरात के विकास मॉडल के कारण ही केंद्र में सरकार बनाई और देश की जनता ने 2014 के लोकसभा चुनाव में उसे जनादेश देकर राहुल गांधी के प्रश्नों का उत्तर पहले ही दे दिया है.

गृह मंत्री ने गांधी पर उनके सोशल मीडिया अभियान एक सवाल एक दिन को लेकर निशाना साधते हुए कहा कि उन्हें पहले यह बताना चाहिए कि कांग्रेस के 50-55 साल के शासन के बावजूद भारत गरीब क्यों रहा.

उन्होंने यहां एक जनसभा में कहा, कांग्रेस नेता राहुल पूछते हैं कि भाजपा ने 22 वर्ष के अपने शासन में क्या किया? भाजपा सरकार ने 22 वर्षों में क्या किया है इसका जवाब देश की जनता ने 2014 के लोकसभा चुनावों में दे दिया है.

उन्होंने कहा, अगर यहां विकास पागल हो गया है तो राजीव गांधी फाउंडेशन ने 2012 में गुजरात सरकार की तारीफ क्यों की थी. वह गुजरात मॉडल ही था जिसके कारण भाजपा ने केंद्र में सरकार बनाई.

‘किसानों की आय बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध’

राजनाथ सिंह ने कहा, एक इकलौती पार्टी 50-55 सालों तक शासन करती रही… तब क्या कारण है कि भारत की गिनती अभी भी विश्व के गरीब देशों में होती है.

उन्होंने कांग्रेस को समर्थन देने वाले तीन युवा नेताओं- अल्पेश ठाकोर, हार्दिक पटेल और जिग्नेश मेवाणी को राहुल गांधी से दूर रहने की भी सलाह दी. उन्होंने उत्तर प्रदेश का उदाहरण दिया जहां समाजवादी पार्टी ने विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस के साथ चुनाव पूर्व गठबंधन किया था.

उन्होंने कहा, मैं उन्हें यह संदेश देना चााहता हूं कि राहुल गांधी उन्हें भी ले डूबेंगे. केंद्रीय गृह मंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सराहना करते हुए कहा कि उनके कारण ही भारत को विश्व समुदाय में सम्मान का स्थान मिला है और उनकी सरकार इसे दुनिया का सर्वाधिक ताकतवर देश बनाने के लिए प्रतिबद्ध है.

उन्होंने कहा कि उनकी सरकार 2022 तक किसानों की आय बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है और गुजरात में भाजपा के सत्ता में लौटते ही सांणद के किसानों की चिंताओं को हल कर लिया जाएगा.

राष्ट्रभक्ति ने हमें सभी धर्मों के लोगों की मदद के लिए प्रेरित किया: मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को कहा कि राष्ट्रभक्ति ने उन्हें और उनकी सरकार को ईसाइयों सहित विभिन्न धर्मों के लोगों की मदद करने के लिए प्रेरित किया. साथ ही उन्होंने गांधीनगर के आर्कबिशप द्वारा जारी किए गए पत्र को फतवा करार दिया.

प्रधानमंत्री उस पत्र का संदर्भ दे रहे थे जो पिछले माह गांधीनगर के आर्कडायोसिस के आर्कबिशप थॉमस मैकवान ने जारी किया था. पत्र में उन्होंने ईसाइयों से अपील की थी कि वे देश को राष्ट्रवादी ताकतों से बचाने के लिए प्रार्थना करें.

मोदी ने कहा मैं यह देख कर हतप्रभ हूं कि एक धार्मिक व्यक्ति ने यह कहते हुए फतवा जारी किया था कि राष्ट्रवादी ताकतों को खत्म करें. यह राष्ट्रभक्ति ही है जिसने हमें दुनिया के किसी भी हिस्से में हर भारतीय की मदद करने के लिए प्रेरित किया.

प्रधानमंत्री अहमदाबाद में स्वामीनारायण गुरुकुल विश्वविद्या प्रतिष्ठानम के परिसर में एक अस्पताल का उद्घाटन करने के बाद लोगों को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने बताया कि कुछ लोग अगर ऐसे मूल्यों का विरोध करते हैं तो यह चिंताजनक है.

आर्कबिशप ने यह भी कहा था कि अल्पसंख्यकों में असुरक्षा की बढ़ती भावना की वजह से देश का लोकतांत्रिक ताना बाना दांव पर है. इसे सत्तारूढ़ भाजपा पर कटाक्ष के तौर पर देखा गया. मोदी ने कहा कि उनकी सरकार ने विभिन्न धर्मों के लोगों की जान बचाई और दुनिया के अलग अलग देशों में फंसने पर उन्हें रिहा भी कराया है. उन्होंने दुनिया के अलग अलग हिस्सों में जारी संघर्ष में फंसे इसाई मिशनरीज और नर्सों को केंद्र सरकार द्वारा वापस लाए जाने के कुछ उदाहरण भी दिए.

उद्योगपति को जमीन देने के आरोप पर मोदी ने उड़ाया राहुल का मज़ाक

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को इस आरोप को लेकर कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी का मजाक उड़ाया कि उन्होंने जमीन का एक बड़ा टुकड़ा एक उद्योगपति को दिया है.

मोदी ने यह भी कहा कि इस देश के 125 करोड़ लोग उनके भगवान हैं और वह उनके पुजारी हैं. राजकोट में एक रैली में प्रधानमंत्री ने कहा कांग्रेस देश के हर कोने से ठुकराई जा रही है. उन्हें आत्मनिरीक्षण करने की जरूरत है.

राहुल का परोक्ष संदर्भ देते हुए उन्होंने कहा एक नेता ने अपने भाषण में कहा कि मोदी ने 48,000 करोड़ एकड़ जमीन एक उद्योगपति को दे दी. वह जिस क्षेत्रफल की बात कर रहे हैं वह इस धरती पर उपलब्ध जमीन के आकार का करीब तीन गुना है. मैं नहीं जानता कि क्या करूं… हंसूं या रोऊं.

प्रधानमंत्री ने कहा कि जिस व्यक्ति से पार्टी का नेतृत्व करने की उम्मीद की जा रही है, जब वही व्यक्ति इतनी मूलभूत बातें नहीं समझ सकता तो आप कांग्रेस से क्या अपेक्षा कर सकते हैं.

राहुल ने गुजरात में अपनी एक रैली में आरोप लगाया था कि मोदी ने कच्छ जिले के मुंद्रा में एक उद्योगपति को जमीन का बहुत बड़ा टुकड़ा दिया है. उनके भाषण वाला वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया.

युवक कांग्रेस के हाल ही में ट्वीट किए गए मीम का संदर्भ देते हुए मोदी ने कहा कि कांग्रेस उनके खिलाफ आपत्तिजनक भाषा का उपयोग कर रही है.  मोदी ने सुरेंद्रनगर में कहा यह उनके संस्कार हैं. मैंने अंग्रेजी माध्यम के स्कूल में पढ़ाई नहीं की है लेकिन एक सरकारी स्कूल में जरूर पढ़ा हूं जहां उन्होंने मुझे जीवन में आगे बढ़ने के बारे में सिखाया.

प्रधानमंत्री ने कहा उस शिक्षा से मैंने सीखा कि इस देश के 125 करोड़ लोग मेरे भगवान हैं और मैं उनका पुजारी हूं. मैं सबका साथ सबका विकास के लिए काम करता रहूंगा. उन्होंने कांग्रेस पर राज्य का चुनाव जीतने के लिए जातिवाद का जहर फैलाने का आरोप लगाया.

मोदी ने कहा वे जानते हैं कि उनके पास कोई अवसर ही नहीं है इसलिए वे राज्य में चुनाव जीतने के लिए जातिवाद का जहर फैला रहे हैं. उन्होंने पहले यही किया है. अब वे एक बार फिर यही कर रहे हैं.

गुजरात मॉडल साठगांठ वाले पूंजीवाद का मोदी मॉडल: पृथ्वीराज चव्हाण

पूर्व केंद्रीय मंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता पृथ्वीराज चव्हाण ने विकास के गुजरात मॉडल को मोदी मॉडल करार देते हुए कहा कि यह साठगांठ वाले पूंजीवाद के समर्थन वाला मॉडल है. उन्होंने साथ ही कहा कि गुजरात मानव विकास सूचकांक और सामाजिक विकास मानदंड पर पीछे है.

चव्हाण ने अहमदाबाद में एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, गुजरात मॉडल असल में मोदी मॉडल है जिसे प्रधानमंत्री मोदी जी देश में हर जगह दोहराने की कोशिश कर रहे हैं जिसमें केवल एक इंसान सरकार चलाता है, चाहे अर्थव्यवस्था से संबंधित हो या विदेश नीति से, अकेले ही सारे फैसले लेता है.

महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि मोदी मॉडल असल में बड़े उद्योगों को बढ़ने में मदद करने से जुड़ा है. प्रधानमंत्री कार्यालय पीएमओ में राज्य मंत्री रहे चव्हाण ने कहा, मोदी मॉडल का मतलब साठगांठ वाला पूंजीवाद है जिसमें बड़े उद्योगों को बड़ी परियोजनाएं देकर, उनकी सामग्रियां ऊंची कीमतों पर खरीदकर, उन्हें विदेश ले जाकर और विदेशों में उनके लिए सहयोग में मदद कर आगे बढ़ने की सुविधाएं दी जाती हैं.

उन्होंने कहा कि हालांकि बड़े उद्योगों की जरूरत है लेकिन ऐसा गरीब किसानों की कीमत पर नहीं होना चाहिए. कांग्रेस नेता ने कहा, हमें बड़े उद्योग चाहिए लेकिन ऐसा गरीब किसानों की जमीन छीनकर और कॉरपोरेट को आसान ऋण देकर नहीं होना चाहिए.

उन्होंने कहा कि भाजपा ट्रिकल डाउन अप्रोच में विश्वास करती है जिसमें गरीबों को अमीरों के और अमीर बनने के बाद थोड़े से लाभ मिलते हैं जोकि कांग्रेस के गरीबी पर सीधे हमले की नीति के उलट है.

चव्हाण ने कहा, केंद्र की हमारी पूर्ववर्ती सरकार खाद्य सुरक्षा अधिनियम जैसी कई नीतियां लेकर आई थीं ताकि गरीबों के लिए लाभ सुनिश्चित किया जा सके.

उन्होंने कहा कि गुजरात अपने दोषपूर्ण मॉडल के कारण सामाजिक विकास के मानदंडों पर दूसरे राज्यों से पीछे है.

चव्हाण ने मानव विकास सूचकांक (एचडीआई) रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा, क्या यह सच नहीं है कि गुजरात सामाजिक विकास के मानदंडों पर पीछे है यहां तक कि महाराष्ट्र से भी तुलना करें तो वह पीछे है. 2002 के बाद राज्य एचडीआई में छठे से 11वें स्थान पर पहुंच गया.

मोदी ने कांग्रेस पर समाज को बांटने का आरोप लगाया

विधानसभा चुनाव का सामना करने जा रहे गुजरात में प्रचार अभियान के दौरान कांग्रेस पर अपने हमले जारी रखते हुए रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पार्टी पर लोगों को जातिगत और धार्मिक आधार पर बांटने का आरोप लगाया.

भरूच में उन्होंने कांग्रेस पार्टी में अध्यक्ष पद के लिए आगामी दिनों में होने जा रहे चुनाव को ले कर भी विपक्षी पार्टी पर हमले किए. उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस पार्टी का सांगठनिक चुनावों में धांधली का इतिहास रहा है.

मोदी ने कहा कि अगर उनके घर में लोकतंत्र नहीं है तो कैसे वह देश में इसका पालन कर पाएंगे. उन्होंने सरकार की महत्वाकांक्षी बुलेट ट्रेन परियोजना की आलोचना के लिए भी कांग्रेस पार्टी पर हमला बोला. उन्होंने कहा कि अगर विपक्षी पार्टी को इससे समस्या है तो वह बैलगाड़ी पर घूम सकती है.

मोदी ने कहा, गुजरात के लोग जानते हैं कि कांग्रेस क्या है. यह बार-बार रंग बदलती है. यह भाइयों के बीच दीवार खड़ी करती है. यह शहरी क्षेत्र को देश के ग्रामीण क्षेत्रों के साथ, निरक्षरों को साक्षरों से और गरीबों को अमीरों से लड़ाना चाहती है.

मोदी ने कहा कि पार्टी एक जाति को दूसरी से और एक धर्म को दूसरे धर्म से लड़ाना चाहती है. उन्होंने कहा, वे आपको एक-दूसरे लड़ने में व्यस्त रखना चाहते हैं. आप भले ही मर जाएं, लेकिन कांग्रेस मलाई खाएगी.

मोदी ने ये बातें हार्दिक पटेल, जिग्नेश मेवानी और अल्पेश ठाकोर जैसी खास जातियों के नेताओं के साथ गठबंधन करने के लिए कांग्रेस को आड़े हाथ लेते हुए कहीं.

कांग्रेस उम्मीदवारों के खिलाफ हिंसा में शामिल हो रही है भाजपा: कांग्रेस

कांग्रेस ने रविवार को भाजपा पर गुजरात में कांग्रेस उम्मीदवारों के खिलाफ हिंसा में लिप्त होने का आरोप लगाते हुए चुनाव आयोग से इस मामले में कदम उठाने की अपील की.

पार्टी ने आरोप लगाया कि गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी के खिलाफ राजकोट वेस्ट सीट से चुनाव लड़ रहे कांग्रेस नेता इंद्राणील राज्यगुरु, राजकोट ईस्ट सीट उम्मीदवार मितुल डोंगा और सांसद रजीत सतव को गिरफ्तार करके राजकोट की पुलिस ने उन्हें प्रताड़ित किया.

कांग्रेस के उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट किया, गुजरात में भय के शाह-काल और भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे हमारे नेता इंद्राणील राज्यगुरु, मितुल डोंगा और सांसद राजीव सतव पर गुजरात पुलिस ने शनिवार को हमला किया.

उन्होंने कहा, हिंसा डर का परिणाम है. रूपाणी जी चुनाव में हार से डर रहे हैं और वह लाठी का सहारा ले रहे हैं. लेकिन गुजरात डरा हुआ नहीं है.

कांग्रेस की प्रवक्ता सुष्मिता देव ने कहा कि हार के डर से रूपाणी घबरा गए हैं और कांग्रेस नेताओं के खिलाफ हिंसा में शामिल हो रहे हैं.

सुष्मिता देव ने कहा कि उन्होंने मुख्यमंत्री का ऑडियो संदेश सुना है जिसमें वह भाजपा की खराब स्थिति में होने का दावा कर रहे हैं.

चुनावी मौसम में 9.61 लाख लीटर शराब ज़ब्त

गुजरात विधानसभा चुनाव से पहले चुनाव आयोग द्वारा नियुक्त निरीक्षण एवं व्यय निगरानी टीमों ने अब तक करीब 9.61 लाख लीटर शराब, 1.71 करोड़ रुपये नकद और आठ करोड़ रुपये से ज्यादा कीमत का सोना एवं आभूषण जब्त किया है.

चुनाव आयोग की टीमों ने अब तक राज्य में 22.19 करोड़ रुपये कीमत की शराब जब्त की है. राज्य में मद्य निषेध है.

आधिकारिक आंकड़े के अनुसार टीमों ने साथ ही 1.71 करोड़ रुपये की अवैध नकदी, 8.17 करोड़ रुपये की कीमत का 37.63 किलोग्राम सोना एवं दूसरे कीमती धातु और 3.5 लाख रुपये कीमत के 35 किलोग्राम मादक पदार्थ जब्त किए हैं.

इसके अलावा 3,650 ब्रिटिश पौंड करीब 3.11 लाख रुपये और 30,000 थाई बहत करीब 60,000 रुपये भी जब्त किए गए.

चुनाव आयोग ने मतदाताओं को रिश्वत के तौर पर देने के लिए कालेधन एवं अवैध लाभ पर रोक लगाने के लिए दूसरे केंद्रीय पर्यवेक्षकों के अलावा करीब 100 चुनाव व्यय निरीक्षकों को नियुक्त किया है.

चुनाव आयोग के अनुसार निगरानी टीमों ने सत्यापित करने के बाद 311 किलोग्राम सर्राफा जारी किया क्योंकि उसका इस्तेमाल वास्तविक आभूषण कारोबार के लिए होगा.

गुजरात में प्रचार करेंगे यूपी के नवनिर्वाचित भाजपा महापौर

उत्तर प्रदेश के नगरीय निगमों में मिली जोरदार जीत से उत्साहित भाजपा इस विजय को गुजरात विधानसभा चुनाव में भुनाएगी. पार्टी के सभी नवनिर्वाचित महापौर गुजरात जाकर प्रचार करेंगे.

भाजपा ने पिछले दिनों सम्पन्न हुए नगरीय निकाय चुनाव में महापौर की 16 में से 14 सीटें जीती हैं और चुनाव में जीत हासित करने वाले सभी लोग सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात करेंगे.

भाजपा के प्रांतीय महामंत्री विजय बहादुर पाठक ने बताया कि प्रदेश में भाजपा के सभी नवनिर्वाचित मेयर सोमवार को दिल्ली में प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात करेंगे. सभी पार्टी के समर्पित कार्यकर्ता हैं और भाजपा जहां जरूरत पड़ेगी, वहां उनका उपयोग करेगी.

उन्होंने बताया कि इसके अलावा अमेठी की नवनिर्वाचित नगर पंचायत अध्यक्ष चंद्रमा देवी और जायस नगर पालिका के अध्यक्ष महेश प्रताप भी प्रधानमंत्री से मुलाकात करेंगे.

हालांकि, कांग्रेस ने अमेठी नगर पंचायत अध्यक्ष पद के लिए अपना प्रत्याशी नहीं खड़ा किया था, लेकिन वहां भाजपा की जीत को क्षेत्रीय कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है. कांग्रेस को जायस तथा गौरीगंज नगर पालिका अध्यक्ष पद के चुनाव में पराजय का सामना करना पड़ा. वहीं, अमेठी और मुसाफिरखाना के नगर पंचायत के चुनाव में कांग्रेस ने अपना उम्मीदवार नहीं खड़ा किया था.

गुजरात विधानसभा चुनाव की गहमागहमी के बीच नेहरू-गांधी परिवार के गढ़ में भाजपा की जीत को बेहद महत्वपूर्ण और दूरगामी संदेश देने वाली माना जा रहा है.

गुजरात में मछुआरों में दुविधा: मछली पकड़ें या मतदान करें

गुजरात में 30 हजार से अधिक मछुआरे दुविधा में फंसे हुए हैं कि वे अच्छी मात्रा में मछली पकड़ें या विधानसभा चुनाव में मतदान करें. तटवर्ती गुजरात में फैले 10 विधानसभा क्षेत्रों के मछुआरे मतदान के समय अरब सागर में मछली पकड़ रहे होंगे और उनके अपने मताधिकार का इस्तेमाल करने के लिए समय से घर लौटने की उम्मीद नहीं है.

वलसाड निवासी 25 वर्षीय जितेन मोदी ऐसे मछुआरों में से एक हैं. तटों के पास मछली की कमी मछुआरों को समुद्र के काफी भीतर जाने के लिए बाध्य करती है और वे अच्छी मात्रा में मछली पकड़ने के लिए वहां 15 से 20 दिन रहते हैं.

इसका मतलब है कि जितेन मोदी और उनके जैसे कई और मछुआरे विधानसभा चुनाव में मतदान नहीं कर पाएंगे. अधिकतर मछुआरे खारवा समुदाय से आते हैं. इस समुदाय के लोग राज्य के तटवर्ती क्षेत्र में फैले हुए हैं.

खारवा समुदाय का मुख्य केंद्र पोरबंदर है जहां समुदाय के सदस्य सामाजिक और सांस्कृतिक कार्यक्रमों में हिस्सा लेने के लिए आते हैं. पोरबंदर में मछुआरा समुदाय के भरतभाई मोदी ने स्वीकार किया कि समुदाय के बड़ी संख्या में मतदाता मतदान में हिस्सा नहीं ले पाएंगे.

उन्होंने कहा, पहले हम चार पांच दिन जलयात्रा करते थे और घर लौट आते थे. गत कुछ वर्षों से हमें अच्छी मात्रा में मछली पकड़ने के लिए कम से कम 15 दिन की जलयात्रा करनी होती है. यदि मछली दो टन से कम हो तो वह मुश्किल से लाभकारी होती है. इसलिए प्रत्येक नौका अच्छी मात्रा में मछली के लिए समुद्र में अधिकतम समय रहती है.

उन्होंने कहा कि यह स्थिति अकेले केवल पोरबंदर में नहीं बल्कि तटवर्ती गुजरात के कम से कम 10 विधानसभा क्षेत्रों में है. यही वह मौसम में जब हमें अच्छी मात्रा में मछली मिलती है.

कथित यौन शोषण से गुजरी महिला से मिलेगी महिला आयोग की टीम

राष्ट्रीय महिला आयोग ने रविवार को कहा कि उसकी अध्यक्ष रेखा शर्मा उस महिला से भेंट करेंगी जिसका पाटीदार आरक्षण आंदोलन के नेता हार्दिक पटेल ने कथित रूप से यौन शोषण किया था.

आयोग द्वारा जारी एक बयान में कहा गया है, अध्यक्ष रेखा शर्मा की अगुवाई में आयोग की एक टीम उस लड़की से मिलने के लिए सूरत रवाना होगी जिसका हार्दिक पटेल ने कथित यौन शोषण किया है. इस संबंध में आयोग को शिकायत मिली है.

एनसीडब्ल्यू ने यह भी कहा कि इस मामले में पीड़िता शिकायतकर्ता नहीं है लेकिन वह आयोग के अधिकारियों से बात करना चाहती है. बयान में कहा गया है, इस शिकायत में उस लड़की के बारे में निजी सूचनाएं हैं जो आयोग से गोपनीय तरीके से बात करना चाहती है क्योंकि उसे सामने आते हुए डर लग रहा है. आयोग की टीम उस लड़की से बात करेगी और मामले की गहन छानबीन करेगी, तत्पश्चात रेखा शर्मा मीडिया से बात करेंगी.

आयोग को एक पत्र लिखकर शिकायतकर्ता ने हार्दिक पटेल वाली कथित सेक्स वीडियो का उल्लेख किया है जो सोशल मीडिया पर फैल गया था. शिकायत पत्र में कहा गया है, मैं महसूस करता हूं कि सीडी में नजर आ रही महिलाओं से पद और धन का वादा किया गया था एवं फिर उसका शारीरिक शोषण किया गया था. अतएव सीडी में नजर आ रहे सभी लोगों को बयान देने के लिए बुलाया जाना चाहिए और यौन शोषण को लेकर हार्दिक पटेल के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई जानी चाहिए.

इस पत्र में एक कथित पीड़िता का नाम और मोबाइल नंबर भी दिया गया है. पत्र में कहा गया है, पास संयोजक ने भी उसका यौन शोषण किया. उसे समाज में बदनामी का डर सता रहा है और अतएव वह खुलकर सामने आने से बच रही है.

आयोग ने पहले कहा था कि वह सोशल मीडिया पर आए हार्दिक पटेल के सेक्स वीडियो के बारे में दिल्ली के वकील गौरव गुलाटी की शिकायत की भी पड़ताल कर रहा है.

गुजरात चुनाव के सिलसिले में कांग्रेस से हाथ मिला चुके पाटीदार अनामत आंदोलन समिति के नेता हार्दिक ने कहा है कि वीडियो में छेड़छाड़ की गई है और यह भाजपा की गंदी राजनीति है.

गुलाटी ने 22 नवंबर को आयोग से शिकायत की थी और इस मामले की जांच करने तथा पुलिस को दोषी व्यक्ति के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने की मांग की थी. वैसे आयोग के प्रवक्ता ने कहा कि वर्तमान शिकायत वकील द्वारा की गयी शिकायत से भिन्न है.

गुजरात में निष्पक्ष, पारदर्शी चुनाव सुनिश्चित करेंगे: चुनाव आयोग

चुनाव आयोग ने रविवार को कहा कि उसने गुजरात में चुनाव मशीनरी को मुक्त, निष्पक्ष और पारदर्शी चुनाव की व्यापक योजना और प्रभावी निगरानी सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है.

चुनाव आयोग ने गत दो दिनों के दौरान गुजरात में चुनाव तैयारियों की समीक्षा की. मुख्य चुनाव आयुक्त एके जोति ने संवाददाताओं को बताया कि राज्य मशीनरी को निर्देश दिया गया है कि वह राजनीतिक पार्टियों की चिंताओं के समाधान के लिए प्रभावी निगरानी, सतर्कता और योजना सुनिश्चित करे तथा मतदाताओं में विश्वास बढ़ाए.

उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग राजनीतिक दलों द्वारा दिए गए सुझावों पर विचार कर रहा है. उन्होंने कहा कि विभिन्न राजनीति दलों ने मांग की है कि अधिकारियों को उसी बूथ पर तैनात नहीं किया जाए जिस पर वे 2012 में तैनात थे.

जदयू उम्मीदवारों के साथ पुलिस के भेदभावपूर्ण रवैये की शिकायत

जदयू के बाग़ी शरद यादव गुट ने गुजरात विधानसभा चुनाव में पार्टी के उम्मीदवारों को राज्य पुलिस द्वारा परेशान किए जाने की चुनाव आयोग से शिकायत की है.

वरिष्ठ राज्यसभा सदस्य शरद यादव ने मुख्य चुनाव आयुक्त एके जोती को पत्र लिख कर कहा है कि पार्टी के चुनाव चिन्ह पर उनके गुट के दावे के मामले में आयोग का उनके ख़िलाफ़ फ़ैसला आने के बाद गुजरात में चुनाव लड़ रहे पार्टी के उम्मीदवारों को स्थानीय पुलिस ने परेशान करना शुरू कर दिया है.

उन्होंने पत्र में बताया कि भरूच जिले में तैनात एक महिला पुलिस अधिकारी स्थानीय उम्मीदवार और पार्टी के पूर्व कार्यकारी अध्यक्ष छोटू भाई बसावा के चुनाव कार्यकर्ताओं को तरह तरह से परेशान कर रही है.

यादव ने राज्य सरकार पर राजनीतिक विद्वेषवश उक्त अधिकारी की तैनाती का आरोप लगाते हुए जोती से उनका तबादला करने की मांग की है. उन्होंने कहा कि आयोग के फ़ैसले के बाद पार्टी उम्मीदवारों के प्रति पुलिस का भेदभावपूर्ण रवैया सामने आया है.

इस बीच पार्टी नेता जावेद रजा ने बताया कि गुजरात में कांग्रेस के साथ गठबंधन कर चुनाव लड़ रहे जदयू उम्मीदवारों को राज्य पुलिस की सुरक्षा नहीं दी जा रही है. पार्टी नेताओं का एक प्रतिनिधिमंडल जोती से मिलकर इसकी शिकायत करते हुए निर्वाचन नियमों के मुताबिक़ उम्मीदवारों को पुख़्ता पुलिस सुरक्षा प्रदान करने की मांग करेगा.

रजा ने बताया कि यादव गुजरात में पार्टी उम्मीदवारों के पक्ष में चुनाव प्रचार के लिए जाएंगे. यादव अगले एक सप्ताह तक गुजरात में सात सीटों पर चुनाव लड़ रहे उम्मीदवारों के किए प्रचार करेंगे.

(समाचार एजेंसी भाषा के इनपुट के साथ)