पीड़िता के परिवार को धमकाने और दुष्प्रचार के मामले में आसाराम सहित 12 लोगों पर मुक़दमा दर्ज

22 दिसंबर को शाहजहांपुर में अख़बार में रखकर पत्रिका बांटी गयी, जिसमें एक कथित मेडिकल रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा गया कि पीड़िता के साथ बलात्कार नहीं हुआ.

फाइल फोटो: पीटीआई

22 दिसंबर को शाहजहांपुर में अख़बार में रखकर पत्रिका बांटी गयी, जिसमें एक कथित मेडिकल रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा गया कि पीड़िता के साथ बलात्कार नहीं हुआ.

फाइल फोटो: पीटीआई
फाइल फोटो: पीटीआई

शाहजहांपुर: बीते हफ्ते आसाराम के समर्थन में शहर में अख़बार के साथ बांटी गयी पत्रिका के वितरण के बाद पर दुष्कर्म का आरोप लगाने वाली पीड़िता के पिता की ओर से आसाराम और उनकी पुत्री समेत 12 लोगों पर मुकदमा दर्ज कराया गया है.

पुलिस अधीक्षक (नगर) दिनेश त्रिपाठी ने बताया कि गत 22 दिसंबर को शहर में अखबारों के साथ एक पत्रिका को रखकर बांटा गया था, जिसमें दावा किया गया था कि आसाराम पर दुष्कर्म के सभी आरोप गलत हैं और उनके खिलाफ साजिश की जा रही है.

इस पत्रिका में एक मेडिकल रिपोर्ट दिखाते हुए यह भी लिखा गया था कि यह पीड़ित लड़की की कथित मेडिकल रिपोर्ट है, इसमें दावा किया गया था कि लड़की के साथ बलात्कार हुआ ही नहीं था. इसके अलावा इस पत्रिका में यह भी कहा गया था कि जेल में बंद आसाराम के साथ अमानवीय व्यवहार किया गया था.

इसके बाद पीड़िता के पिता ने कहा, ‘आसाराम जेल में बंद हैं लेकिन इसके बाद भी वह अपने गुर्गों के जरिये उनके परिवार को खत्म कराना चाहते हैं. जो पत्रिका बांटी गयी, उसमें किये गये दावे पूरी तरह गलत हैं. यह उनके परिवार के खिलाफ भड़काऊ गतिविधि है. आसाराम के गुर्गों की इस हरकत के बाद उनका परिवार बेहद डरा हुआ है.’

पीड़िता के पिता की तहरीर पर आसाराम सहित उनकी बेटी भगवान भारती समेत 12 आरोपियों पर आईपीसी की धारा 147 (बलवा) और 506 (धमकाना) के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया है.

पीड़िता के पिता का कहना है कि चूंकि अब आसाराम प्रकरण में फैसला आने वाला है इसलिए उनके गुर्गों की गतिविधियां काफी बढ़ गई हैं. इसी वजह से उन पर जम्मू तथा जोधपुर में फर्जी मुकदमा दर्ज कराए गए हैं.

उनका कहना है कि शाहजहांपुर स्थित रुद्रपुर में कथावाचक आसाराम का आश्रम है. वहीं से उनके गुर्गे गतिविधियों का संचालन करते हैं. ऐसे में आश्रम को तत्काल ही बंद करा दिया जाना चाहिए. वह पहले भी कई बार प्रशासन से इसकी मांग कर चुके हैं, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गयी.

मालूम हो कि जिले में गत 22 दिसंबर को दैनिक अख़बार के साथ बांटी गयी एक पत्रिका में आसाराम पर लगे दुराचार के आरोपों को गलत करार दिया गया था.

इंडियन एक्सप्रेस की ख़बर के अनुसार पीड़िता के पिता ने इस शिकायत के साथ आसाराम के अनुयायियों के उन्हें धमकाने की बात कही है. कोतवाली पुलिस ठाणे के थानाध्यक्ष अशोक पाल ने बताया, ‘दर्ज शिकायत के अनुसार पीड़िता के पिता को आसाराम के आदमियों द्वारा जान से मारने की धमकी मिल रही है. उन्होंने कहा है कि यदि उन्हें या उनकी बेटी को कुछ होता है तो वे (आसाराम और उसके साथी) ज़िम्मेदार होंगे.’

पाल ने यह भी बताया कि वे मामले की जांच कर रहे हैं, साथ ही इन धमकियों और इस पत्रिका का स्रोत भी तलाशा जा रहा है.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)