आज जो भाजपा है वह अटल और आडवाणी की भाजपा नहीं है: यशवंत सिन्हा

वरिष्ठ भाजपा नेता यशवंत सिन्हा ने आरोप लगाया कि विपक्ष में रहते हुए भाजपा ने जिन मुद्दों का विरोध किया था, सरकार में आने के बाद उन मुद्दों को स्वीकार कर रही है.

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वरिष्ठ भाजपा नेता यशवंत सिन्हा ने आरोप लगाया कि विपक्ष में रहते हुए भाजपा ने जिन मुद्दों का विरोध किया था, सरकार में आने के बाद उन मुद्दों को स्वीकार कर रही है.

Yashwant Sinha The Wire YouTube

जबलपुर: भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा ने एक बार फिर बागी तेवर दिखाते हुए बुधवार को दावा किया कि आज की भाजपा वह भाजपा नहीं रह गई है जो अटल बिहारी वाजपेयी एवं लाल कृष्ण आडवाणी के जमाने में थी.

सिन्हा ने यहां संवाददाताओं से कहा, आज जो भाजपा है वह अटल जी एवं आडवाणी जी की भाजपा नहीं है. उन्होंने कहा, अटलजी एवं आडवाणी जी के काम करने का जो तरीका था, जो शैली थी, वह बिलकुल भिन्न थी.

सिन्हा ने कहा कि एक साधारण कार्यकर्ता जबलपुर से जाकर भाजपा के तत्कालीन राष्ट्रीय अध्यक्ष आडवाणी से पहले से समय लिए बिना मिल सकता था. लेकिन आज वह व्यवस्था बदल गई है.

सिन्हा ने बताया, मैंने 13 माह पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने के लिए समय मांगा था. वह समय हमें आज तक नहीं मिला है. उन्होंने कहा, चूंकि समय नहीं मिला, तो मैंने तय किया है कि अब मैं सरकार में बैठे किसी भी व्यक्ति से बात नहीं करूंगा. बात होगी तो सार्वजनिक तौर पर होगी. बंद कमरे में नहीं होगी.

उन्होंने आरोप लगाया कि विपक्ष में रहते हुए भाजपा ने जिन मुद्दों का विरोध किया था, सरकार में आने के बाद उन मुद्दों को स्वीकार कर रही है. सिन्हा ने बताया कि देश में किसानों की कोई पूछ नहीं हो रही है. मध्य प्रदेश में भी किसानों के हालात ठीक नहीं हैं. किसानों को उनकी उपज के वाजिब दाम दिलाने के लिए मध्य प्रदेश सरकार द्वारा हाल ही में शुरू भावांतर योजना एवं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की फसल बीमा योजना को सिन्हा ने झुनझुना करार दिया.

आज किसान प्रदर्शन में शामिल होंगे सिन्हा

नरसिंहपुर: पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा मध्य प्रदेश के नरसिंहपुर जिले के गाडरवारा में बन रहे पावर प्रोजेक्ट के विरोध में किसानों द्वारा किए जा रहे प्रदर्शन में गुरुवार को शामिल होंगे.

इससे पहले सिन्हा पिछले साल देश की आर्थिक स्थिति को लेकर भी अपनी ही पार्टी की केंद्र सरकार को घेरने के साथ-साथ पिछले महीने महाराष्ट्र के विदर्भ क्षेत्र के किसानों की मांगों को लेकर भी अपनी ही पार्टी की महाराष्ट्र सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर बागी तेवर अपना चुके हैं.

वह राष्ट्रीय किसान मजदूर संघ के अध्यक्ष शिवकुमार शर्मा के साथ इस किसान प्रदर्शन में भाग लेंगे. शिवकुमार शर्मा कक्काजी के नाम से मशहूर हैं और गाडरवारा इलाके में आरएसएस के पूर्व विचारक रहे हैं.

कक्काजी ने फोन पर बताया, अभी-अभी मैंने सिन्हा को जबलपुर में रिसीव किया है. उन्होंने कहा, आज रात हम जबलपुर में ठहरेंगे और गुरुवार सुबह हम नरसिंहपुर के लिए रवाना होंगे.

कक्काजी ने बताया कि सिन्हा जी गाडरवारा में 22 दिसंबर से धरने पर बैठे किसानों को संबोधित करेंगे. उन्होंने कहा कि इस प्रदर्शन में सिन्हा के अलावा पूर्व केंद्रीय मंत्री सोमपाल शास्त्री भी शिरकत करेंगे.

कक्काजी ने बताया कि गाडरवारा में एनटीपीसी की कोयले से चलने वाले इस पावर प्रोजेक्ट के लिए जिन किसानों की जमीन का अधिग्रहण किया गया है, वे केंद्र सरकार की इस कंपनी में अपने परिजन के लिए नौकरी की मांग कर रहे हैं.

उन्होंने कहा कि जब किसानों की खेती की जमीन को एनटीपीसी ने अधिग्रहण किया था, उस वक्त उन्हें नौकरी देने का वादा किया था. कक्काजी ने बताया कि किसानों के प्रदर्शन के कारण 22 दिसंबर से इस पावर प्रोजेक्ट में चल रहा काम अवरुद्ध हो गया है.

इसी बीच, नरसिंहपुर पुलिस अधीक्षक मोनिका शुक्ला ने बताया, किसानों द्वारा किए जा रहे प्रदर्शन स्थल पर पर्याप्त पुलिस बल का बंदोबस्त कर दिया गया है. प्रदर्शनकारियों को सिन्हा एवं शास्त्री संबोधित करेंगे. हम इस पर पैनी नजर रखे हुए हैं.