भागलपुर सांप्रदायिक हिंसा: पटना में केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे का बेटा अरिजीत गिरफ़्तार

अरिजीत शाश्वत ने कहा, ‘मैंने अदालत के आदेश के सम्मान में खुद पुलिस के समक्ष समर्पण किया है. मैं फरार नहीं था क्योंकि मैने कोई अपराध नहीं किया है.’

अरिजीत शाश्वत ने कहा, ‘मैंने अदालत के आदेश के सम्मान में खुद पुलिस के समक्ष समर्पण किया है. मैं फरार नहीं था क्योंकि मैने कोई अपराध नहीं किया है.’

Arijit-Sashwat-Chaubey
(फोटो साभार: एएनआई)

पटना: केंद्रीय मंत्री अश्विनी कुमार चौबे के बेटे अरिजीत शाश्वत को भागलपुर में हाल में हुई सांप्रदायिक झड़प से जुड़े एक मामले में रविवार को गिरफ्तार कर लिया गया.

पुलिस ने बताया कि भागलपुर की एक अदालत द्वारा शाश्वत की अग्रिम जमानत की याचिका खारिज होने के कुछ घंटों के बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया. शाश्वत के खिलाफ 24 मार्च को गिरफ्तारी वारंट जारी किया गया था.

शाश्वत केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री अश्विनी कुमार चौबे का बेटा है. पटना के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मनु महराज ने को बताया, ‘हमें सूचना मिली थी कि शाश्वत पटना जंक्शन के पास स्थित प्रसिद्ध हनुमान मंदिर में है. एक पुलिस टीम मौके पर पहुंची और उसे गिरफ्तार कर भागलपुर भेज दिया गया.’

अपनी गिरफ्तारी पर शाश्वत ने संवाददाताओं को बताया, ‘मैंने अदालत के आदेश के सम्मान में खुद पुलिस के समक्ष समर्पण किया है. गिरफ्तारी से बचने का मुझ पर गलत आरोप लगाया गया है. मैं फरार नहीं था क्योंकि मैने कोई अपराध नहीं किया है. अगर भारत माता और श्रीराम की प्रशंसा में नारेबाजी करना एक अपराध है तो मुझे एक अपराधी कहा जा सकता है.’

शाश्वत की अगुवाई में एक जुलूस के दौरान तेज संगीत बजाये जाने पर कुछ लोगों की आपत्ति के बाद 17 मार्च को भड़की सांप्रदायिक हिंसा को लेकर भागलपुर के नाथनगर थाने में दो एफआईआर दर्ज कराई गई थी. इन एफआईआर में से एक में शाश्वत के अलावा आठ अन्य लोगों का नाम था.

हिंदू कैलेंडर के मुताबिक, नए साल के उपलक्ष्य में कथित तौर पर बिना अनुमति के यह जुलूस निकाला जा रहा था. संघर्ष में दोनों तरफ से पत्थरबाजी, आगजनी और गोलीबारी की घटना में दो पुलिस कर्मियों सहित कई लोग घायल हो गये थे.