भाजपा के पास न सही नीतियां हैं न सही नीयत: भाजपा सांसद

कुरुक्षेत्र से भाजपा सांसद राजकुमार सैनी ने अपनी ही पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि भाषणों से बेरोज़गारी तथा गरीबी नहीं हटेगी बल्कि गरीबों के लिए जमीनी स्तर पर काम करना होगा.

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कुरुक्षेत्र से भाजपा सांसद राजकुमार सैनी ने अपनी ही पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि भाषणों से बेरोज़गारी तथा गरीबी नहीं हटेगी बल्कि गरीबों के लिए जमीनी स्तर पर काम करना होगा.

Raj Kumar Saini Facebook
कुरुक्षेत्र से सांसद राजकुमार सैनी (फोटो साभार: फेसबुक)

फरीदाबाद: कुरुक्षेत्र से भाजपा सांसद राजकुमार सैनी ने बगावती तेवर अपनाते हुए रविवार को अपनी ही पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा की न नीति है और न नीयत है.

सैनी ने तिगांव के प्राइमरी स्कूल में ‘लोकतंत्र बचाओ रैली’ को संबोधित करते हुए कहा कि देश के हालात इतने खराब है कि लोकसभा और विधानसभा चुनाव में भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ने वाले 90 प्रतिशत उम्मीदवार चुनाव हारेंगे.

उन्होंने कहा की भाजपा के पास न सही नीतियां हैं न ही सही नीयत है.

उन्होंने इनेलो प्रमुख ओमप्रकाश चौटाला तथा अभय चौटाला पर भी जमकर निशाना साधते हुए कहा कि भ्रष्टाचार के आरोप में जेल की सलाखों के पीछे सजा काट रहे लोग फिर से प्रदेश के मुख्यमंत्री बनने के सपने देख रहे है, लेकिन जनता ऐसे लोगों को पहले भी दुत्कार चुकी है और फिर दुत्कार देगी.

सैनी ने कहा कि भाषणों से बेरोजगारी तथा गरीबी नहीं हटेगी बल्कि गरीबों के लिए जमीनी स्तर पर कार्य करना होगा.

गरीबों के लगाातर हो रहे शोषण के चलते उन्होंने हरियाणा में भाजपा से विमुख हो रहे गरीबों की आवाज बुलंद करने का वादा किया और कहा कि वह न किसी के कहने पर दबेंगे और न झुकेंगे बल्कि गरीबों के हकों की आवाज पुरजोर तरीके से उठाते रहेंगे.

सैनी बीते कुछ समय से अपनी ही पार्टी की आलोचना करने के चलते चर्चा में हैं. पिछले हफ्ते दिए गए एक इंटरव्यू में उन्होंने बताया भी कि वे अपनी नई पार्टी बना रहे हैं, जिसको लेकर चुनाव आयोग की सभी औपचारिकतायें पूरी हो चुकी हैं और वे अगस्त महीने में इसकी घोषणा करेंगे.

एक अन्य साक्षात्कार में उन्होंने भाजपा से अपनी नाराज़गी वजह हरियाणा की भाजपा सरकार द्वारा जाट आरक्षण देने को बताया.

उन्होंने कहा था, ‘मेरी नाराजगी कोई निजी नहीं है. यह इस बात को लेकर है कि जिस तरह से जाट आरक्षण के वक्त हरियाणा के अंदर हालात रहे, पार्टी को प्रचंड बहुमत मिलने के बाद सुप्रीम कोर्ट से हम जाट आरक्षण के विरुद्ध लड़े. सुप्रीम कोर्ट ने निर्णय लिया कि इस तरह से आरक्षण नहीं दिया जा सकता तो भाजपा के पास कौन-सी अथॉरिटी थी कि बैकवर्ड क्लास में जाटों को शामिल करेंगे.’

उन्होंने यह भी कहा कि चंद लोग दादागिरी के दम पर सरकार को धमकाकर अपनी बात मनवा ले गए. सैनी ने कहा, ‘सुप्रीम कोर्ट के निर्णय के बाद इतनी बड़ी पार्टी को लोगों ने डरा दिया कि हम आरक्षण लेकर ही छोड़ेंगे नहीं तो दिल्ली और हरियाणा में आग लगा देंगे. चंद मुट्ठीभर लोग इस तरह यदि सरकार को डराने लगे तो सरकार की क्या जरूरत है, फिर तो कबीलावाद आ जाएगा, जिसका कबीला बड़ा होगा वह किसी को भी धमका लेगा. एक शब्द की बहस संसद में नहीं हुई, जिन लोगों ने हरियाणा जलाया वे लोग दादागिरी के दम पर नौकरियां ले गए, मुआवजा ले गए.

उन्होंने यह भी कहा कि जो लोग अपने पंच नहीं बन सकते है वे मंत्री बने हुए हैं.

इससे पहले भी वे कह चुके हैं कि उनका भाजपा से रिश्ता खत्म हो चुका है.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)