परजीवी की तरह है प्रौद्योगिकी, मानवता के लिए ख़तरा: मुरली मनोहर जोशी

दिवंगत पत्रकार प्रभाष जोशी की जयंती पर भाजपा के वरिष्ठ नेता मुरली मनोहर जोशी कहा कि आधार नई तकनीक है जो आपसे जुड़ी सारी जानकारी ले लेती है. किसी व्यक्ति की पहचान अब सिर्फ एक नंबर हो गया है.

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भाजपा के वरिष्ठ नेता मुरली मनोहर जोशी. (फोटो: पीटीआई)

दिवंगत पत्रकार प्रभाष जोशी की जयंती पर भाजपा के वरिष्ठ नेता मुरली मनोहर जोशी कहा कि आधार नई तकनीक है जो आपसे जुड़ी सारी जानकारी ले लेती है. किसी व्यक्ति की पहचान अब सिर्फ एक नंबर हो गया है.

भाजपा के वरिष्ठ नेता मुरली मनोहर जोशी. (फोटो: पीटीआई)
भाजपा के वरिष्ठ नेता मुरली मनोहर जोशी. (फोटो: पीटीआई)

नई दिल्ली: भाजपा के वरिष्ठ नेता मुरली मनोहर जोशी ने कहा कि प्रौद्योगिकी समाज में परजीवी की तरह प्रवेश कर गई है और यह कई तरह से मानवता के लिए ख़तरा है.

कानपुर से सांसद जोशी ने दिवंगत पत्रकार प्रभाष जोशी की 81वीं जयंती पर राजधानी नई दिल्ली के सत्याग्रह मंडप में आयोजित एक कार्यक्रम में बीते रविवार को कहा कि प्रौद्योगिकी की उन्नति से मनुष्य कम्प्यूटरों में फंस गया है.’

उन्होंने कहा, ‘प्रौद्योगिकी हमारे जीवन में इतना अधिक प्रवेश कर गई है कि हम जितना भी प्रयास करें उससे छुटकारा नहीं पा सकते. हम अंतरिक्ष में जा रहे हैं, अन्य ग्रहों पर जीवन की तलाश कर रहे हैं, औषधि, कृत्रिम बुद्धि के मामले में प्रगति कर रहे हैं.’

उन्होंने कहा, ‘सवाल उठता है कि एक ओर हम इन चीज़ों की ओर बढ़ रहे हैं लेकिन हम मनुष्य कम्प्यूटर के नज़दीक भी जा रहे हैं. प्रौद्योगिकी एक परजीवी की तरह है.’

जोशी ने कहा, ‘हम डाटा यानी आंकड़ों का युग है. एक कंपनी लोगों से जुड़ा डाटा ख़रीदने के लिए अरबों रुपये ख़र्च करती है. पहले चुनाव के दौरान लोग घर-घर जाते थे और लोगों से बात करते थे. अब सबकुछ मोबाइल पर हो रहा है. किसी क्षेत्र में बोलने से पहले विशेषज्ञों से राय ली जा रही है क्योंकि उनके पास संबंधित क्षेत्र से जुड़ा डेटा होता है.’

उन्होंने कहा, ‘आधार नई तकनीक है जो आपसे जुड़ी सारी जानकारी ले लेती है. किसी व्यक्ति की पहचान अब सिर्फ एक नंबर हो गया है. पहले हर व्यक्ति का एक नाम और पता होता था, जिससे वह पहचाना जाता था. अब आपकी पहचान आपका बैंक एकाउंट नंबर, आधार नंबर, फोन नंबर हो गया है.’

उन्होंने कहा कि तकनीक का गलत इस्तेमाल हो रहा है और इस पर निर्भरता बढ़ रही है जो समाज के लिए ख़तरा है.

भाजपा के वरिष्ठ नेता ने कहा, ‘गूगल जो भी बताता है लोग उस पर भरोसा कर लेता है. गूगल का इस्तेमाल कर जज भी फैसला सुना रहे हैं. यह तकनीक आधारित शिक्षा का युग है.’

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)