उत्तर प्रदेश: पूर्व बसपा सांसद के भाई की मीट कंपनी में ज़हरीली गैस से तीन की मौत

बसपा के पूर्व सांसद हाजी शाहिद अख़लाक़ के छोटे भाई की मीट प्रोसेसिंग कंपनी है. घटना में एक मज़दूर व दो कर्मचारी बाल-बाल बच गए. कंपनी के लोग शवों को एक निजी अस्पताल के बाहर फेंककर फरार हो गए.

पूर्व बसपा सांसद हाजी शाहिद अख़लाक़ (फोटो साभार: फेसबुक/हाजी शाहिद अख़लाक़)

बसपा के पूर्व सांसद हाजी शाहिद अख़लाक़ के छोटे भाई की मीट प्रोसेसिंग कंपनी है. घटना में एक मज़दूर व दो कर्मचारी बाल-बाल बच गए. कंपनी के लोग शवों को एक निजी अस्पताल के बाहर फेंककर फरार हो गए.

पूर्व बसपा सांसद हाजी शाहिद अख़लाक़ (फोटो साभार: फेसबुक/हाजी शाहिद अख़लाक़)
पूर्व बसपा सांसद हाजी शाहिद अख़लाक़ (फोटो साभार: फेसबुक/हाजी शाहिद अख़लाक़)

मेरठ: बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के पूर्व सांसद हाजी शाहिद अखलाक के छोटे भाई की मीट प्रोसेसिंग कंपनी में गैस लीक होने से तीन मजदूरों की मौत हो गई, जबकि एक मजदूर व दो कर्मचारी बाल-बाल बच गए. कंपनी के लोग शवों को एक निजी अस्पताल के बाहर फेंककर फरार हो गए. बाद में लोगों ने शवों को हापुड़ रोड़ पर रखकर जाम लगा दिया.

पुलिस के अनुसार, खरखौदा थाना क्षेत्र के हापुड़ रोड़ स्थित अल्लीपुर जिजमाना में पूर्व सांसद के भाई हाजी राशिद अखलाक की अल यासिर द्वितीय प्रोसेसिंग मीट कंपनी है, जहां मीट पैकेजिंग व मुर्गी दाना बनाया जाता है. यहां लगे खून एकत्र होने वाले करीब 20 फुट गहरे ईटीपी प्लांट की सफाई की जा रही थी.

गुरूवार सुबह गुड्डू (18) पुत्र सुभाष, योगेंद्र (22) पुत्र भीमसेन, सतवीर पुत्र मसीहा निवासीगण बिजौली व गाजियाबाद के झंडापुर गांव निवासी अजय (26) पुत्र मुकेश सफाई कर रहे थे.

सतवीर ने बताया कि टैंक के अंदर सीढ़ी से उतरा गुड्डू अचानक बेहोश होकर सिल्ट में जा धंसा. उसे बचाने के लिए योगेंद्र और फिर अजय गए तो वे भी बेहोश होकर गिर गए.

मीट की तीव्र गैस के कारण तीनों की मौके पर ही मौत हो गई. उन्हें बचाने का प्रयास कर रहे सतवीर और कंपनी के कर्मचारी रिफाकत व जलीफ निवासीगण गाजियाबाद को भी चक्कर आने लगे तो वे किसी तरह बाहर निकल गए.

सतवीर का आरोप है, ‘कर्मचारियों ने उसका मोबाइल छीन लिया और कई घंटे बाद प्लांट मैनेजर सलाउद्दीन और पलटू शवों को छोटा हाथी में डालकर एल-ब्लॉक शास्त्रीनगर स्थित जगदंबा अस्पताल में छोड़कर फरार हो गए. इसके बाद सतवीर ने किसी तरह गांव में सूचना दी तो सैकड़ों लोग एल-ब्लॉक चौकी पहुंचे और हापुड़ रोड़ पर शव रखकर जाम लगा दिया.

प्लांट मालिक ने मृतक आश्रितों को पांच-पांच लाख रुपये मुआवजा देने की बात कही है. मौके पर एसपी देहात राजेश कुमार, एडीएम (ई) रामचंद्र, सीओ जितेंद्र सरगम आदि ने लोगों को समझाया-बुझाया. डीएमके अनिल ढींगरा ने कहा कि मामले की जांच एडीएम (ई) और एसपी देहात को दी गई है. जांच रिपोर्ट आने पर संबंधित के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी.

दैनिक जागरण की खबर के मुताबिक, देर रात पुलिस ने प्लांट मालिक और मैनेजर के खिलाफ हत्या की धाराओं में मुकदमा भी दर्ज कर लिया है.

प्लांट के मालिक राशिद अखलाक ने कहा, ‘घटना बेहद दुखद है. कंपनी के भी दो कर्मचारी बाल-बाल बचे हैं. मृतकों के परिजनों को पांच-पांच लाख रुपये का मुआवजा दिया जाएगा.’

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)