मध्य प्रदेश: बच्चा चोरी के शक में विक्षिप्त महिला की पीट-पीटकर हत्या

सिंगरौली ज़िले के एक गांव में एक विक्षिप्त महिला घूम रही थी. पुलिस के मुताबिक, स्थानीय लोगों ने उसे बच्चा चोर समझकर सवाल पूछे, जिसके बाद उसे पीटने लगे और वन विभाग की नर्सरी में लाश फेंककर भाग गए.

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सिंगरौली ज़िले के एक गांव में एक विक्षिप्त महिला घूम रही थी. पुलिस के मुताबिक, स्थानीय लोगों ने उसे बच्चा चोर समझकर सवाल पूछे, जिसके बाद उसे पीटने लगे और वन विभाग की नर्सरी में लाश फेंककर भाग गए.

Singrauli

 

सिंगरौली: देशभर में बच्चा चोरी के शक में भीड़ द्वारा लोगों को पीट-पीटकर मार डालने की बढ़ रही घटनाओं के बीच मध्य प्रदेश के सिंगरौली जिले से एक और ऐसी घटना सामने आई है, जहां कथित तौर पर बच्चा चोरी के शक में एक महिला को भीड़ ने पीट-पीटकर मार डाला.

घटना जिले के मोरवा थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले बड़गड़ गांव की है.

पत्रिका के मुताबिक, महिला मानसिक तौर पर विक्षिप्त थी, जिस पर भीड़ ने हमला कर दिया. हत्या के बाद आरोपी महिला की लाश वन विभाग की नर्सरी में फेंक कर भाग गए.

ग्रामीणों द्वारा घटना की सूचना मिलने पर पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जांच शुरू कर दी.

पुलिस से प्राप्त जानकारी के अनुसार, एक अर्द्ध विक्षिप्त महिला क्षेत्र में घूम रही थी. गांव के कुछ अराजक तत्वों ने बच्चा चोरी के शक में उसकी हत्या कर दी.

पुलिस को सूचना मिलने पर एसपी, एसडीओपी और टीआई पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा.

गौरतलब है कि बीते 26 जून को भी सिंगरौली में एक ऐसी ही घटना सामने आई थी. तब एक नाचने-गाना वाला व्यक्ति एक समारोह में शामिल होकर महिला के वेश में वापस लौट रहा था, भीड़ ने उसे बच्चा चोर समझकर उस पर हमला कर दिया था. पीट-पीटकर उसे अधमरा कर दिया गया था. हालांकि, वक्त रहते पुलिस ने उसे भीड़ के चंगुल से बचा लिया था.

घटना का कारण वॉट्सऐप और अन्य सोशल मीडिया माध्यमों पर फैली अफवाह को बताया गया था.

तब पुलिस ने लोगों से अपील की थी कि वाट्सऐप फेसबुक पर वायरल हो रहा बच्चा चोर गिरोह का मैसेज केवल अफवाह है और इस तरह का कोई गिरोह जिले में सक्रिय नही है, इसलिए संयम बरतें.

टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक, अफवाह का हालिया शिकार बनी महिला की उम्र 25 वर्ष बताई जा रही है और उसकी पहचान होना बाकी है.

सिंगरौली के पुलिस अधीक्षक रियाज़ इक़बाल ने बताया, ‘यह केवल एक अफवाह थी जिसके चलते हत्या हुई. प्राथमिक जांच में सामने आया है कि स्थानीय लोगों ने उसे बच्चा चोर समझकर सवाल पूछने शुरू कर दिए. जिसके बाद उसे पीटना शुरू कर दिया.’

पुलिस के मुताबिक, दर्जनभर संदेहियों को पुलिस ने चिन्हित किया है.

इक़बाल ने बताया, ‘हमने सभी संदिग्धों में से 9 को गिरफ्तार कर लिया है. हम पीड़िता की पहचान कतरने की कोशिश कर रहे हैं.’

गौरतलब है कि सोशल मीडिया में बच्चा चोरी और अंग माफिया की फैलती अफवाहों के प्रति जागरूकता फैलाने की मुहिम में मध्य प्रदेश पुलिस सिंगरौली और बालाघाट जिले में लिंचिंग के चार मामलों को विफल कर चुकी है.

यहां तक कि मोरवा में ही बीते 29 जून को एक महिला रेंज ऑफिसर और एक वनरक्षक को बच्चा चोरी के आरोप में भीड़ ने बुरी तरह पीट दिया था. पुलिस ने सही समय पर पहुंचकर आक्रोशित भीड़ से दोनों को बचा लिया था.