एक और भारत बंद, मनमोहन सिंह ने कहा- जल्द आएगा मोदी सरकार को बदलने का वक़्त

पेट्रोल-डीज़ल-गैस की कीमतों में लगातार बढ़ोतरी और रुपये में गिरावट के विरोध में कांग्रेस की ओर बुलाया गया है भारत बंद. बिहार में वाहनों को क्षतिग्रस्त किया गया. कांग्रेस शासित मिज़ोरम में पार्टी बंद में शामिल नहीं हुई.

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Patna: Jan Adhikar Party supporter vandalises vehicles during 'Bharat Bandh' protest against fuel price hike and depreciation of the rupee, in Patna, Monday, Sept 10, 2018. (PTI Photo)(PTI9_10_2018_000026B)
Patna: Jan Adhikar Party supporter vandalises vehicles during 'Bharat Bandh' protest against fuel price hike and depreciation of the rupee, in Patna, Monday, Sept 10, 2018. (PTI Photo)(PTI9_10_2018_000026B)

पेट्रोल-डीज़ल-गैस की कीमतों में लगातार बढ़ोतरी और रुपये में गिरावट के विरोध में कांग्रेस की ओर बुलाया गया है भारत बंद. बिहार में वाहनों को क्षतिग्रस्त किया गया. कांग्रेस शासित मिज़ोरम में पार्टी बंद में शामिल नहीं हुई.

Patna: Jan Adhikar Party supporter vandalises vehicles during 'Bharat Bandh' protest against fuel price hike and depreciation of the rupee, in Patna, Monday, Sept 10, 2018. (PTI Photo)(PTI9_10_2018_000026B)
जन अधिकार पार्टी के कार्यकर्ताओं ने सोमवार को भारत बंद के दौरान पटना में वाहनों को क्षतिग्रस्त कर दिया. (फोटो: पीटीआई)

नई दिल्ली/पटना/चेन्नई/कोलकाता/मुंबई/रांची/लखनऊ: कुछ दिन पहले सवर्ण संगठनों की ओर से बुलाए गए ‘भारत बंद’ के बाद सोमवार को कांग्रेस की ओर से ‘भारत बंद’ का आह्वान किया गया. पेट्रोल-डीज़ल-गैस की कीमतों में लगातार बढ़ोतरी और डॉलर के मुकाबले रुपये में लगातार गिरावट के मुद्दे को लेकर कांग्रेस की ओर से यह आह्वान किया गया है.

कांग्रेस ने सभी सामाजिक संगठनों और सामाजिक कार्यकर्ताओं से ‘भारत बंद’ का समर्थन करने का आह्वान किया है. कांग्रेस का कहना है कि उसकी ओर से बुलाया गया ‘भारत बंद’ सुबह 9 बजे से दोपहर 3 बजे तक रहेगा, ताकि आम जनता को दिक्कत नहीं हो.

सोमवार को हुए विरोध प्रदर्शन में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) की प्रमुख सोनिया गांधी भी शामिल हुए.

इस विरोध प्रदर्शन में करीब 20 विपक्षी दलों के नेता शामिल हैं. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और दूसरे नेताओं ने राजघाट से रामलीला मैदान तक मार्च किया.

विरोध प्रदर्शन में कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के अलावा समाजवादी पार्टी (सपा), बहुजन समाज पार्टी (बसपा), राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा), द्रमुक, राष्ट्रीय जनता दल (राजद), मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा), भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा), जद(एस), आम आदमी पार्टी (आप), तेलुगू देसम पार्टी (तेदेपा), राष्ट्रीय लोक दल (रालोद), झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो), नेशनल कांफ्रेंस, झारखंड विकास मोर्चा-प्रजातांत्रिक (झाविमो-प्र), एआईयूडीएफ, केरल कांग्रेस (एम), रिवोल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी (आरएसपी), आईयूएमएल और लोकतांत्रिक जनता दल के नेता इस प्रदर्शन में शामिल हैं.

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने इस मौके पर संवाददाताओं से कहा, ‘देश के सभी विपक्षी दलों ने भारत बंद में शामिल होने का फैसला किया. इसके साथ ही यह भी सहमति बनी कि दिल्ली में भी हमें एकजुटता दिखानी होगी. सभी आज के प्रदर्शन में शामिल हो रहे हैं.’

सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस के कोषाध्यक्ष अहमद पटेल ने इन सभी विपक्षी दलों के प्रमुख नेताओं से बात की थी जिसके बाद सभी ने ‘भारत बंद’ का समर्थन किया.

राजधानी नई दिल्ली में ‘भारत बंद’ के बावजूद राष्ट्रीय राजधानी में कार्यालय, स्कूल और कॉलेज अपने निर्धारित समय पर खुले.

वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि रिज़र्व पुलिस बलों के साथ राष्ट्रीय राजधानी में भारी संख्या में पुलिस बलों को तैनात किया गया है. मोटरसाइकिलों पर गश्त करने वालों को हाई अलर्ट पर रखा गया है.

अधिकारी ने बताया कि पूरी दिल्ली में पेट्रोल पम्पों पुलिस बलों को तैनात किया गया है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि कोई अप्रिय घटना नहीं हो.

प्रदर्शन के कारण दरियागंज और रामलीला मैदान के आसपास यातायात प्रभावित हुआ है और कैब कंपनियों के किराये में बढ़ोतरी करने के कारण यात्रियों को अपने गंतव्य तक जाने में समस्याओं का सामना करना पड़ा.

कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की अगुवाई में विपक्षी दलों ने पेट्रोल और डीजल के दामों में बढ़ोतरी के ख़िलाफ़ राजघाट से यहां रामलीला मैदान तक एक मार्च निकाला.

आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद संजय सिंह तथा राजद के राज्यसभा सांसद मनोज झा भी प्रदर्शन में मौजूद थे.

इस बीच आप नेता पेट्रोल, डीजल के दामों में बढ़ोतरी के ख़िलाफ़ जंतर मंतर पर एक प्रदर्शन किया.

पार्टी के वरिष्ठ नेता दिलीप पांडे ने कहा कि नरेंद्र मोदी की अगुआई वाली सरकार के ख़िलाफ़ असंतोष बढ़ रहा है और पेट्रोल, डीजल के दामों में बढ़ोतरी, भ्रष्टाचार और बेरोज़गारी जैसे मुद्दों से प्रभावित आम आदमी की दुर्दशा पर विपक्ष चुप नहीं रह सकता है.

एक अधिकारी ने बताया कि कार्यालय समय पर खुले और भारत बंद के कारण दिल्ली सचिवालय में कार्य प्रभावित नहीं हुआ.

स्कूल और कॉलेज में कक्षाएं निर्धारित सयम पर हुई. हालांकि छात्रों को स्कूल पहुंचने में यातायात के कारण परेशानी का सामना करना पड़ा. यातायात विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि डीटीसी बस और क्लस्टर बस सामान्य रूप से चल रही हैं और अब तक व्यवधान की कोई खबर नहीं मिली है.

भारत बंद को देखते हुए ईस्ट कोस्ट रेलवे ज़ोन ने 12 ट्रेनें रद्द कर दी हैं. इसमें भुवनेश्वर-हावड़ा जन शताब्दी एक्सप्रेस और भुवनेश्वर-विशाखापट्नम इंटरसिटी एक्सप्रेस शामिल हैं.

कांग्रेस शासित मिज़ोरम में पार्टी भारत बंद में शामिल नहीं हुई

आइजोल: कांग्रेस शासित मिज़ोरम में सोमवार को कहीं भी ‘भारत बंद’ का असर नज़र नहीं आया और दुकानें, कार्यालय तथा शैक्षणिक संस्थान खुले रहे.

पेट्रोलियम उत्पादों की कीमतों में अभूतपूर्व वृद्धि के ख़िलाफ़ कांग्रेस ने राष्ट्रव्यापी बंद बुलाया था. इसका 21 राजनीतिक दलों ने समर्थन किया था. लेकिन मिजोरम प्रदेश कांग्रेस समिति (एमपीसीसी) और विपक्षी दल, कोई भी इसमें शामिल नहीं हुआ.

एमपीसीसी के उपाध्यक्ष तथा राज्य के गृह मंत्री आर लालजिरलांगा ने बताया कि राज्य में ‘भारत बंद’ में शामिल होने के बारे में चर्चा नहीं हुई, न ही इस मुद्दे पर किसी बैठक का आयोजन किया गया. हालांकि राज्य की राजधानी में दोपहर के वक्त वनापा हॉल के सामने सांकेतिक धरना दिया जाएगा.

पूरा विपक्ष मिलकर भाजपा को हराएगा : राहुल

कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने पेट्रोल-डीज़ल की बढ़ती कीमतों और राफेल मामले को लेकर सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तीखा हमला बोला और कहा कि 2019 में विपक्षी दल मिलकर भाजपा को हराएंगे.

New Delhi: Congress President Rahul Gandhi addresses during 'Bharat Bandh' protest called by Congress and other parties against fuel price hike and depreciation of the rupee, in New Delhi, Monday, Sept 10, 2018. (PTI Photo/Manvender Vashist)(PTI9_10_2018_000119B)
नई दिल्ली में भारत बंद के दौरान रामलीला मैदान के पास हुई सभा को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने संबोधित किया. (फोटो: पीटीआई)

उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री ने पिछले साढ़े चार वर्षों में भारत के लोगों को आपस में लड़ाने का काम किया है.

‘भारत बंद’ के तहत रामलीला मैदान के निकट आयोजित विरोध प्रदर्शन में गांधी ने कहा, ‘2014 में नरेंद्र मोदी ने प्रधानमंत्री बनने से पहले महिलाओं की सुरक्षा, किसानों की आय दोगुनी करने का वादा किया था. जनता ने भरोसा कर उनकी सरकार बनवायी. अब लोगों को साफ़ एहसास हो गया उन्होंने साढ़े चार साल में क्या किया.’

कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, ‘मोदी जी सही कहते हैं कि जो उन्होंने साढ़े चार साल में वो किया जो 70 साल में नहीं हुआ. अब लोगों को पता चल गया है कि उन्होंने साढ़े चार साल में हिंदुस्तानियों को आपस में लड़वाया. एक राज्य को दूसरे राज्य से लड़वाया. जातियों को लड़वाया.’

राहुल ने दावा किया, ‘महिलाओं पर अत्याचार होते रहे पर प्रधानमंत्री ख़ामोश रहे. पूरे देश में मोदी जी पेट्रोल डीज़ल और गैस पर विपक्ष में रहते हुए खूब बोलते थे, लेकिन अब एक शब्द नहीं बोलते हैं.’

कांग्रेस नेता ने कहा कि राफेल विमान सौदे के सवाल पर प्रधानमंत्री ख़ामोश हैं. एक मित्र उद्योगपति को 45 हज़ार करोड़ दे दिए. ये देश की आम जनता का पैसा है. नोटबंदी के नाम पर अपने मित्रों का काला धन सफेद करवाया. फिर गब्बर सिंह टैक्स लगा दिया. मंझोले और छोटे उद्योगों को बर्बाद कर दिया.’

New Delhi: Former Congress president Sonia Gandhi arrives to participate in 'Bharat Bandh' protest against fuel price hike and depreciation of the rupee, in New Delhi, Monday, Sept 10, 2018. (PTI Photo/Manvender Vashist) (PTI9_10_2018_000017B)
भारत बंद को लेकर नई दिल्ली में हुई सभा में सोनिया गांधी. (फोटो: पीटीआई)

मोदी सरकार ने कई ऐसे काम किए हैं जो राष्ट्रहित में नहीं थे: मनमोहन  सिंह

पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा है, ‘इस सरकार ने कई ऐसे काम किए हैं जो राष्ट्रहित में नहीं थे, इस सरकार को बदलने का वक़्त जल्द ही आएगा.’

पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने सोमवार को नरेंद्र मोदी सरकार पर वादों को पूरा करने में विफल रहने का आरोप लगाते हुए सभी विपक्षी दलों का देश की एकता, अखंडता और लोकतंत्र को बचाने के लिए एकजुट होने का आह्वान किया.

रामलीला मैदान में आयोजित विरोध प्रदर्शन में सिंह ने कहा, ‘इतनी बड़ी संख्या में विपक्षी दलों के नेताओं का शामिल होना बहुत महत्वपूर्ण क़दम है. मोदी सरकार ऐसा बहुत कुछ कर चुकी है जो हद को पर कर चुका है. इस सरकार को बदलने का समय आने वाला है. आज किसान, नौजवान सहित हर तबका परेशान है.’

सिंह ने आरोप लगाया कि मोदी सरकार अपने वादों को पूरा करने में विफल रही है.

उन्होंने कहा, ‘अब इस बात की जरूरत है कि सभी राजनीतिक दल अपने पुराने सिलसिलों को पीछे छोड़कर एकजुट हों. भारत की जनता की पुकार सुनें. यह तभी संभव है जब हम छोटे-छोटे मुद्दों को छोड़कर आगे बढ़ेंगे. देश की एकता, अखंडता और लोकतंत्र को बचाने के लिए हमें मिलकर काम करना होगा . इसके लिए हमें तैयार होना चाहिए.’

Jammu: Congress Party workers raise slogans during 'Bharat Bandh' protest called by Congress and other parties against fuel price hike and depreciation of the rupee, in Jammu, Monday, Sept 10, 2018. (PTI Photo)(PTI9_10_2018_000065B)
जम्मू में भारत बंद के दौरान प्रदर्शन करते कांग्रेस कार्यकर्ता. (फोटो: पीटीआई)

यह कहना देश का अपमान है कि पहले कुछ नहीं हुआ: पवार

राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के प्रमुख शरद पवार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा और कहा कि यह कहना देश का अपमान है कि पिछले 70 साल में कुछ नहीं हुआ.

उन्होंने यह भी कहा कि आगामी लोकसभा चुनाव में इस ‘जनविरोधी सरकार’ को सभी विपक्षी दल मिलकर हटाएंगे.

‘भारत बंद’ के तहत रामलीला मैदान के निकट आयोजित विरोध प्रदर्शन में पवार ने कहा, ‘यह कहना इस देश की बेइज्जती है कि देश में इस सरकार से पहले कुछ नहीं हुआ. यह मज़दूरों और पूरे देश का अपमान है.’

उन्होंने कहा, ‘आज जिनके हाथ में सत्ता में हैं, अगर वो अटल जी के रास्ते पर जाने की कोशिश करेंगे तो यह उनकी सच्ची श्रद्धांजलि होगी.’

महाराष्ट्र कांग्रेस प्रमुख अशोक चह्वाण ने संवाददाताओं से कहा, ‘मोदी और फड़णवीस सरकार (पेट्रोलियम उत्पादों) पर उत्पाद शुल्क लगाकर लूट रही है. यह अनुचित है. यह लोगों की ज़िंदगियों को तबाह कर रहा है. इसलिए हम यह प्रदर्शन कर रहे हैं. हम पेट्रोलियम पदार्थ की कीमतों में इज़ाफे को वापस लेने की मांग करते हैं.’

‘भारत बंद’ विपक्ष की हताशा की निशानी: योगी आदित्यनाथ

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कांग्रेस की ओर से बुलाये गए ‘भारत बंद’ को विपक्ष की हताशा का नतीजा क़रार देते हुए कहा कि उससे इससे ज़्यादा की उम्मीद भी नहीं की जा सकती.

योगी ने लखनऊ संवाददाताओं से बातचीत में भारत बंद के सवाल पर कहा कि यह विपक्ष की नकारात्मक सोच है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में जब भारत दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के रूप में आगे बढ़ रहा है.

उन्होंने कहा कि जनकल्याणकारी योजनाएं चल रही हैं, जिनका लाभ समाज के हर तबको को मिल रहा है, ऐसे में हताश-निराश विपक्ष, जिसमें कोई नेतृत्व नहीं है, कोई नीति नहीं, आगामी कार्यों के लिए कोई रणनीति नहीं. उस विपक्ष से इससे ज़्यादा की उम्मीद नहीं की जा सकती.

उन्होंने कहा, ‘भगवान उन्हें (विपक्ष को) सद्बुद्धि दे कि वे सही मायने में विकास के मुद्दे पर सरकार का सहयोग करें. विपक्ष अगर नकारात्मक के बजाय सकारात्मक भूमिका में रहेगा तो उसकी प्रासंगिकता भी बनी रहेगी, वरना नकारात्मकता उन्हें विपक्ष में बैठने लायक भी नहीं छोड़ेगी.

Mumbai: Congress workers stop a train at Andheri during 'Bharat Bandh' protest called by Congress and other Left Front parties against fuel price hike and depreciation of the rupee, in Chikmagalur, Monday, Sept 10, 2018. (PTI Photo/Shirish Shete) (PTI9_10_2018_000056B)
मुंबई में भारत बंद के दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने ट्रेन रोकी. (फोटो: पीटीआई)

महाराष्ट्र में कांग्रेस के नेताओं का प्रदर्शन

महाराष्ट्र कांग्रेस ने सोमवार को केंद्रीय नेतृत्व की ओर से पेट्रोलियम पदार्थों की आसमान छूती कीमतों के खिलाफ बुलाए गए भारत बंद के दौरान राज्य के विभिन्न इलाकों में प्रदर्शन किया.

भारत बंद को प्रदेश में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा), राज ठाकरे की अगुवाई वाली महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे), समाजवादी पार्टी, पीजेंट एंड वर्कर्स पार्टी और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने भी समर्थन दिया है.

मुंबई में महाराष्ट्र कांग्रेस प्रमुख अशोक चह्वाण के नेतृत्व में प्रदर्शन किया गया. अंधेरी रेलवे स्टेशन पर रेल रोको प्रदर्शन के लिए चह्वाण और अन्य एक लोकल ट्रेन में सवार होकर स्टेशन तक पहुंचे.

कांग्रेस नेता माणिकराव ठाकरे, नसीम ख़ान और अन्य नेताओं ने चह्वाण के साथ प्रदर्शन किया. पार्टी कार्यकर्ताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी सरकार के ख़िलाफ़ नारेबाज़ी की.

विपक्षी पार्टी ने महाराष्ट्र की देवेंद्र फड़णवीस नीत सरकार पर हमला बोला. कांग्रेस नेताओं ने करीब 15 मिनट तक प्रदर्शन किया, जिसके बाद सुरक्षाकर्मी उन्हें उपनगर अंधेरी के डीएन नगर थाने ले गए.

पुणे में, मनसे के संदिग्ध कार्यकर्ताओं ने पेट्रोलियम पदार्थों के मूल्य में वृद्धि के खिलाफ बसों में कथित रूप से तोड़फोड़ की. इसके अलावा, महाराष्ट्र के अन्य हिस्सों में भी प्रदर्शन किए गए.

अरुणाचल प्रदेश में जनजीवन प्रभावित

ईटानगर: भारत बंद की वजह से अरुणाचल प्रदेश में जनजीवन प्रभावित हुआ. राज्य में सभी दुकानें, बैंक समेत कारोबारी प्रतिष्ठान और शिक्षण संस्थान बंद रहे तथा निजी गाड़ियां सड़कों से नदारद रहीं.

पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि राज्य की राजधानी में युवा कांग्रेस के अध्यक्ष गेली इटे और अरुणाचल प्रदेश कांग्रेस समिति के सचिव जॉन टकसिंग समेत कांग्रेस के 100 कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया है.

ईटानगर के पुलिस अधीक्षक एम. हर्षवर्धन ने बताया कि प्रदर्शनकारियों ने राज्य की राजधानी में कई स्थानों पर टायर जलाए और विभिन्न स्थानों पर सड़कों को अवरुद्ध किया.

अखिल भारतीय कांग्रेस समिति के सचिव जरजुम इटे ने आरोप लगाया कि पुलिस अधीक्षक ने महिला कांग्रेस की कई कार्यकर्ताओं के लिए आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल किया. उन्होंने कहा कि उनके खिलाफ डीजीपी को शिकायत दी जाएगी.

उत्तर प्रदेश में मिला-जुला असर

Moradabad: Congress Party supporters stop a train during 'Bharat Bandh' protest called by Congress and other parties against fuel price hike and depreciation of the rupee, in Moradabad, Monday, Sept 10, 2018. (PTI Photo)(PTI9_10_2018_000107B)
उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में भारत बंद के दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने ट्रेन रोकी. (फोटो: पीटीआई)

भारत बंद का उत्तर प्रदेश में मिला-जुला असर रहा. राज्य के विभिन्न ज़िलों से मिली ख़बरों के मुताबिक भारत बंद का मिला-जुला असर नज़र आ रहा है.

ज़्यादातर बाज़ार और अन्य दुकानें सामान्य दिनों की तरह ही खुली हैं. इसके अलावा कार्यालय, स्कूल और कॉलेज भी खुले हैं. सड़कों पर यातायात भी सामान्य है.

राज्य सरकार ने बंद के मद्देनज़र सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए हैं. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जबरन दुकानें बंद कराने वालों पर सख़्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं. विशेषकर पेट्रोल पम्पों पर किसी तरह की अप्रिय घटना रोकने के लिये सुरक्षा के प्रबंध किए गए हैं.

झारखंड में 58 कांग्रेस कार्यकर्ता को हिरासत में लिया गया

भारत बंद’ को जबर्दस्ती लागू कराने के लिए झारखंड में सोमवार को पार्टी के 58 कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया गया. पुलिस के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी.

‘भारत बंद’ को झारखंड में में झारखंड मुक्ति मोर्चा, राष्ट्रीय जनता दल और वामपंथी पार्टियों ने समर्थन किया.

पुलिस अधीक्षक इंद्रजीत महता ने बताया कि जबरन बंद कराने का प्रयास करने पर पलामू जिला कांग्रेस अध्यक्ष जयेश रंजन पाठक सहित 58 कांग्रेस कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया.

रिपोर्ट के मुताबिक, गढ़वा ज़िले को छोड़कर पाकुड़, जमशेदपुर, रांची, हजारीबाग, लोहरदगा, गुमला, रामगढ़, गिरिडीह, लतेहार, पलामू, धनबाद और अन्य जिलों में सामान्य जीवन प्रभावित नहीं हुआ है.

पुलिस अधिकारी ने बताया कि पुलिस की सुरक्षा में मालगाड़ी और यात्री ट्रेनें चलाई जा रही हैं. रिपोर्ट में बताया गया है कि रांची सहित राज्य के अधिकांश हिस्सों में यातायात सामान्य है.

बिहार में यातायात को बाधित किया गया

पेट्रोलियम पदार्थों की बढ़ती कीमत के विरोध में सोमवार को कांग्रेस की ओर से बुलाए गए भारत बंद की शुरुआत बिहार में भी हुई. सुबह साढ़े 10 बजे तक प्रदेश के किसी भी हिस्से से अप्रिय घटना की सूचना नहीं है.

Patna: Jan Adhikar Party supporters vandalise vehicles during 'Bharat Bandh' protest against fuel price hike and depreciation of the rupee, in Patna, Monday, Sept 10, 2018. (PTI Photo)(PTI9_10_2018_000025B)
जन अधिकार पार्टी के कार्यकर्ताओं ने भारत बंद के दौरान बिहार की राजधानी पटना में वाहनों को क्षतिग्रस्त किया. (फोटो: पीटीआई)

बिहार में भारत बंद आंदोलन के दौरान अब तक किसी अप्रिय घटना होने की सूचना नहीं है. पुलिस ने बताया कि पटना ज़िले के ग्रामीण इलाकों के अलावा मुज़फ़्फ़रपुर, लखीसराय और नालंदा ज़िलों से यातायात बाधित किये जाने की खबरें मिली हैं. राजधानी में निजी स्कूल बंद रहे.

कांग्रेस के इस बंद को प्रदेश में राजद, राकांपा, समाजवादी पार्टी, वाम मोर्चा और हम (एस) का समर्थन है.

बिहार कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं विधान पार्षद प्रेम चंद मिश्र ने रविवार को कहा था कि बंद का आयोजन सुबह नौ बजे से दोपहर तीन बजे तक होगा जिस दौरान विपक्षी दलों के नेता एवं कार्यकर्ता सड़क पर उतरकर लोगों से बंद में सहयोग करने और समर्थन करने का अनुरोध करेंगे.

तमिलनाडु में बंद के कारण जनजीवन आंशिक रूप से प्रभावित

भारत बंद के कारण तमिलनाडु में सोमवार को सामान्य जनजीवन आंशिक रूप से प्रभावित हुआ. सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था सामान्य रही हालांकि अधिकतर व्यवसायिक प्रतिष्ठान खुले रहे.

पुलिस सूत्रों ने बताया कि सरकारी बसें सामान्य रूप से चल रही हैं. साथ ही शैक्षणिक संस्थान और दुकानें एवं व्यापारिक प्रतिष्ठानें खुली हुई हैं.

हालांकि, उन्होंने बताया कि ट्रेड यूनियनों से जुड़े ऑटोरिक्शा सोमवार के बंद में सड़कों से दूर रहे जबकि उनमें से अधिकांश ने अपनी सेवा जारी रखी. पुलिस ने बताया कि सिटी बसें चल रही हैं लेकिन केरल जाने वाली बसें नहीं जा रही हैं. उन्होंने बताया कि यहां से कर्नाटक जाने वाली बसें होसुर में रोक दी गई हैं.

पश्चिम बंगाल: राज्य सरकार बंद के ख़िलाफ़, कोलकाता और उपनगरों में प्रदर्शन 

Kolkata: A view of a deserted flyover during 'Bharat Bandh' strike called by Congress and other parties against fuel price hike and depreciation of the rupee, in Kolkata , Monday, Sept 10, 2018. (PTI Photo)(PTI9_10_2018_000096B)
कोलकाता में भारत बंद के दौरान सूनी सड़कें. (फोटो: पीटीआई)

कांग्रेस और विभिन्न विपक्षी पार्टियों की ओर से बुलाया गया ‘भारत बंद’ पश्चिम बंगाल सरकार के तमाम उपायों के बीच कोलकाता और उपनगरों में जारी है. तृणमूल कांग्रेस ने रुपये के मूल्य में गिरावट समेत मुद्दे को तो समर्थन दिया है लेकिन वह बंद के ख़िलाफ़ है.

कांग्रेस ने सुबह नौ बजे से छह घंटे का बंद बुलाया है जबकि माकपा नीत वाम मोर्चे ने 12 घंटे का बंद बुलाया है जो सुबह छह बजे से शुरू हुआ है. तकरीबन सभी स्कूल और कॉलेज खुले हुए हैं और परीक्षाएं भी चल रही हैं जबकि सुबह में दफ्तर जाने वाले लोग भी कार्यालय जाते दिखे.

कोलकाता यातायात पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि बंद का असर जनजीवन पर नहीं पड़े, इसके लिए सभी उपाय किए गए हैं. बंद के समर्थकों ने जादवपुर स्टेशन पर रेल की पटरियों पर प्रदर्शन किया लेकिन यात्रियों के विरोध के बाद वह वहां से हट गए.

कर्नाटक में सामान्य जनजीवन प्रभावित

बेंगलुरु: भारत बंद आंदोलन से कर्नाटक में जनजीवन प्रभावित हुआ. प्रदेश में इस बंद को सत्तारूढ़ जद एस का भी समर्थन है.

सरकारी बसें, निजी टैक्सी और अधिकांश ऑटोरिक्शा नहीं चलने के कारण सुबह में शहर की सड़कें सुनसान रहीं. व्यापारिक प्रतिष्ठान, दुकान, मॉल, कुछ निजी व्यवसायिक स्थल बंद रहे.

सूत्रों ने बताया कि आमतौर पर चहल पहल वाली बेंगलुरु में व्यस्त सेंट्रल बस स्टैंड सुनसान नज़र आयी. सूत्रों ने बताया कि कर्नाटक राज्य सड़क परिवहन निगम (केएसआरटीएस) की बसें नहीं चलीं जबकि शहरी बस सेवा भी बंद रही .

कांग्रेस, जद (एस), वाम दल और अन्य कई संगठनों के सैकड़ों कार्यकर्ता बंद को सफल बनाने के लिए सड़कों पर उतरे. वे पेट्रोल और डीजल कीमतों में बढ़ोतरी के ख़िलाफ़ नारेबाज़ी कर रहे थे.

राज्य के कई अन्य हिस्सों में बंद सफल रहा. इसमें तुमाकुरु, रामनगर, मंड्या, चन्नपटना, हासन, मंगलुरु, कामराजनगर, मैसूर, हुबली, बीदर और कोलार शामिल है.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)