राफेल का ठेका अकुशल व्यक्ति को देना प्रधानमंत्री का ‘स्किल इंडिया’ है: राहुल गांधी

कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट किया, ‘प्रधानमंत्री का स्किल इंडिया कार्यक्रम. एचएएल से 30,000 करोड़ रुपये चुराना और एक ऐसे व्यक्ति को देना जिसके पास कोई कौशल नहीं है. इस बीच, करोड़ों कुशल नौजवान 20 वर्षों में सबसे उच्च स्तर की बेरोजगारी का सामना कर रहे हैं.’

New Delhi: Congress President Rahul Gandhi addresses the extended Congress Working Committee meeting, at Parliament House Annexe in New Delhi on Sunday, 22 July 2018. (PTI Photo) (PTI7_22_2018_000062B)

कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट किया, ‘प्रधानमंत्री का स्किल इंडिया कार्यक्रम. एचएएल से 30,000 करोड़ रुपये चुराना और एक ऐसे व्यक्ति को देना जिसके पास कोई कौशल नहीं है. इस बीच, करोड़ों कुशल नौजवान 20 वर्षों में सबसे उच्च स्तर की बेरोजगारी का सामना कर रहे हैं.’

New Delhi: Congress President Rahul Gandhi addresses the extended Congress Working Committee meeting, at Parliament House Annexe in New Delhi on Sunday, 22 July 2018. (PTI Photo) (PTI7_22_2018_000062B)
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी (फोटो: पीटीआई)

नई दिल्ली: कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने राफेल मामले को लेकर बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर फिर निशाना साधा और आरोप लगाया कि हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) से 30 हजार करोड़ रुपये का ठेका लेकर एक ‘अकुशल’ व्यक्ति को देना ही प्रधानमंत्री का ‘स्किल इंडिया’ कार्यक्रम है.

गांधी ने भारत में बेरोजगारी की स्थिति से जुड़ी एक खबर शेयर करते हुए ट्वीट किया, ‘प्रधानमंत्री का स्किल इंडिया कार्यक्रम. एचएएल से 30,000 करोड़ रुपये चुराना और एक ऐसे व्यक्ति को देना जिसके पास कोई कौशल नहीं है. इस बीच, करोड़ों कुशल नौजवान 20 वर्षों में सबसे उच्च स्तर की बेरोजगारी का सामना कर रहे हैं.’

कांग्रेस अध्यक्ष ने एक अमेरिकी समाचार पोर्टल की जो खबर शेयर की है उसमें कहा गया है कि भारत में बेरोजगारी की दर पिछले 20 वर्षों की अवधि में सबसे उच्च स्तर पर है.

दरअसल, गांधी और कांग्रेस पिछले कई महीनों से यह आरोप लगाते आ रहे हैं कि मोदी सरकार ने फ्रांस की कंपनी डास्सो से 36 राफेल लड़ाकू विमान की खरीद का जो सौदा किया है, उसका मूल्य पूर्ववर्ती यूपीए सरकार में विमानों की दर को लेकर जो सहमति बनी थी उसकी तुलना में बहुत अधिक है. इससे सरकारी खजाने को हजारों करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है.

पार्टी ने यह भी दावा किया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सौदे को बदलवाया जिससे एचएएल से ठेका लेकर रिलायंस डिफेंस को दिया गया.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)