लखनऊ में एप्पल के कर्मचारी को पुलिस कॉन्स्टेबल ने बिना उकसावे के मारी थी गोली: एसआईटी

लखनऊ में एप्पल कंपनी में कार्यरत विवेक तिवारी को पुलिस कॉन्स्टेबल प्रशांत चौधरी ने गोली मार दी थी. अपने बचाव में कॉन्स्टेबल ने कहा था कि उसने आत्मरक्षा में गोली चलाई थी.

विवेक तिवारी. (फोटो साभार: फेसबुक)

लखनऊ में एप्पल कंपनी में कार्यरत विवेक तिवारी को पुलिस कॉन्स्टेबल प्रशांत चौधरी ने गोली मार दी थी. अपने बचाव में कॉन्स्टेबल ने कहा था कि उसने आत्मरक्षा में गोली चलाई थी.

विवेक तिवारी. (फोटो साभार: फेसबुक)
विवेक तिवारी. (फोटो साभार: फेसबुक)

लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में एप्पल कंपनी के कर्मचारी 38 वर्षीय विवेक तिवारी पर कॉन्स्टेबल ने जान-बूझकर गोली मारी थी. उत्तर प्रदेश पुलिस की विशेष जांच टीम (एसआईटी) ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि कॉन्स्टेबल प्रशांत चौधरी ने बिना किसी उकसावे के एप्पल कंपनी में कार्यरत विवेक तिवारी पर गोली चलायी थी जिसकी वजह से उसकी मौत हो गई थी.

कॉन्स्टेबल प्रशांत चौधरी ने एप्पल के 38 वर्षीय स्टोर प्रबंधक विवेक तिवारी पर गोली उस वक्त चलाई थी जब वह अपनी एसयूवी में सवार थे. घटना 29 सितंबर रात तकरीबन डेढ़ से दो बजे के बीच लखनऊ के गोमती नगर इलाके की है. विवेक तिवारी अपनी एक महिला साथी सना ख़ान के साथ एसयूवी चला रहे थे.

एसआईटी रिपोर्ट पुलिस महानिरीक्षक सुजीत पांडेय के नेतृत्व में जांच के आधार पर तैयार की गई है. रिपोर्ट बुधवार रात डीजीपी कार्यालय को सौंपी गई.

कॉन्स्टेबल प्रशांत चौधरी ने दावा किया था कि चेकिंग के दौरान तिवारी ने कार रोकने का इशारा करने के बावजूद कार नहीं रोकी और गाड़ी उसके पर चढ़ाने की कोशिश की इसकी वजह से उसने आत्मरक्षा में गोली चलाई.

एसआईटी की रिपोर्ट में कहा गया है कि पुलिस ने जब तिवारी को रोका तो वह वहां से जाने की कोशिश करने लगा और पुलिस की बाइक से उसका वाहन टकरा गया.

इस बीच प्रशांत चौधरी के साथ मौजूद रहे सिपाही संदीप कुमार को हत्या में क्लीनचिट मिल गई है लेकिन उस पर तिवारी की महिला मित्र सना ख़ान को जख़्मी करने की धारा लगाई गई है. हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, तिवारी की सहयोगी सना ख़ान को ‘स्वेच्छा से चोट पहुंचाने’ के लिए संदीप पर आईपीसी की धारा 323 के तहत मामला दर्ज़ किया गया था. चौधरी को आईपीसी की धारा 302 (हत्या) के तहत आरोपी बनाया गया है.

दोनों कॉन्स्टेबल गिरफ्तार किए गए थे और वे इस समय जेल में हैं.

16 पृष्ठ की एसआईटी रिपोर्ट में गोमती नगर के तत्कालीन थाना प्रभारी और क्षेत्राधिकारी पर भी चूक बरतने के लिए कार्रवाई की सिफारिश की गई है.

पांडेय ने संवाददाताओं को बताया कि हत्या बिना किसी उकसावे के की गई. यह पूर्व नियोजित नहीं थी बल्कि अचानक ही हो गई थी. पांडेय ने बताया कि चौधरी पर हत्या की धारा लगायी गई है. उसने आत्मरक्षा में गोली चलाने का दावा किया था, जो ग़लत पाया गया.

उन्होंने बताया कि लखनऊ पुलिस मामले में जल्द ही आरोप पत्र दाख़िल करेगी.

विवेक तिवारी की पत्नी कल्पना तिवारी ने एसआईटी रिपोर्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, ‘प्रशांत चौधरी के ख़िलाफ़ हुई कार्रवाई सही है बाकी संदीप कुमार के मामले में मैं अपने वकील से बात करूंगी.’

टाइम्स ऑफ इंडिया की ख़बर के अनुसार, जांच रिपोर्ट को शुक्रवार को अदालत में पेश किया जाएगा. प्रोटोकॉल का पालन न करने के लिए घटना के समय गोमतीनगर स्टेशन हाउस ऑफिसर और सहायक पुलिस अधीक्षक के खिलाफ प्रशासनिक कार्रवाई की भी सिफारिश भी की गई है.

(समाचार एजेंसी भाषा के इनपुट के साथ) 

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