19000 किलो आलू बेचने पर किसान को मिले 490 रुपये, नाराज़ होकर पूरा पैसा मोदी को भेजा

उत्तर प्रदेश में आगरा के किसान प्रदीप शर्मा ने फसल बीमा के संबंध में कृषि विभाग में भ्रष्टाचार का भी आरोप लगाया है. इससे पहले शर्मा ने राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री से इच्छामृत्यु की अनुमति मांगी थी.

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फोटो: रॉयटर्स

उत्तर प्रदेश में आगरा के किसान प्रदीप शर्मा ने फसल बीमा के संबंध में कृषि विभाग में भ्रष्टाचार का भी आरोप लगाया है. इससे पहले शर्मा ने राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री से इच्छामृत्यु की अनुमति  मांगी थी.

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(प्रतीकात्मक फोटो: रॉयटर्स)

लखनऊ: उत्तर प्रदेश में आगरा के एक किसान को 19,000 किलो (19 टन) आलू बेचने पर महज 490 रुपये मिले. इस बात से नाराज़ होकर किसान ने पूरी राशि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मनी ऑर्डर के जरिए भेज दिया है.

हिंदुस्तान टाइम्स की खबर के मुताबिक आगरा के बरौली अहीर क्षेत्र के नगला नाथू गांव के पीड़ित किसान प्रदीप शर्मा ने फसल बीमा के संबंध में कृषि विभाग में भ्रष्टाचार का भी आरोप लगाया है.

शर्मा ने मंगलवार को मनी ऑर्डर भेजने के बाद कहा, ‘आलू उगाने के दौरान मुझे साल-दर-साल नुकसान होता रहा है. मुझे जुलाई में राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री से इच्छामृत्यु की अनुमति लेने के लिए पत्र लिखा था, लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला.’

उन्होंने प्रधानमंत्री को मनी ऑर्डर के माध्यम से 490 रुपये भेजने के बाद डाक विभाग से प्राप्त रसीद भी दिखाई.

उन्होंने आरोप लगाया, ‘केंद्र सरकार ने किसानों की आय में 1.5 गुना वृद्धि करने का वादा किया है, लेकिन कृषि विभाग में भ्रष्टाचार ने किसानों के कल्याण की सभी योजनाओं को विफल कर दिया है. ऐसे लोग बीमा दावों से वंचित हैं.’

शर्मा ने कहा कि पूर्व में कृषि बीमा राशि के भुगतान के समय एक बड़ी राशि काट ली गई थी.

शर्मा ने कहा, ‘मैंने सभी संभावित स्तरों पर लिखा और उपमुख्यमंत्री से चार बार मुलाकात की, लेकिन कृषि विभाग के अधिकारी अपनी भ्रष्ट कार्यप्रणाली को सुधारने के लिए तैयार नहीं हैं. इसके बावजूद जिला मजिस्ट्रेट ने उन्हें (कार्यशैली) बदलने के लिए कहा है.’

ये पहला मौका नहीं है जब कम दाम मिलने पर किसान ने परेशान होकर मोदी को पैसा भेजा हो. महाराष्ट्र के नासिक जिले के संजय साठे नाम के किसान को अपने 750 किलो प्याज़ को महज 1.40 रुपये प्रति किलो के हिसाब से बेचनी पड़ी.  इस बात को लेकर नाराज किसान ने अनूठे तरीके से अपना विरोध दर्ज कराया. उसने प्याज़ बेचने के बाद मिले 1064 रुपये को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भेज दिया.

हाल ही में येओला तहसील में अंडरसुल के निवासी चंद्रकांत भीकन देशमुख ने प्याज का कम दाम मिलने पर मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को 216 रुपये का मनी ऑर्डर भेजा था. इसके अलावा महाराष्ट्र के अहमदनगर जिले के एक किसान ने प्याज की कीमतों में आई जबरदस्त गिरावट और प्याज बेचने के एवज में मिलने वाली मामूली रकम को लेकर विरोध दर्ज कराया है.

केवल महाराष्ट्र ही नहीं बल्कि मध्य प्रदेश में भी थोक मंडी में प्याज की कम कीमत मिलने से किसान परेशान हैं. मध्य प्रदेश की सबसे बड़ी नीमच मंडी में प्याज पचास पैसे प्रति किलोग्राम और लहसुन दो रुपये प्रति किलोग्राम थोक के भाव बिकने के के चलते किसान या तो अपनी फसल वापस ले जा रहे हैं या फिर मंडी में ही छोड़ जा रहे है.