भाजपा नेता मौसमी चटर्जी ने पैंट पहनने पर एंकर को टोका, कहा- आपको साड़ी पहननी चाहिए

भाजपा से हाल ही में जुड़ीं अभिनेत्री मौसमी चटर्जी ने कहा कि भारतीय महिला होने के नाते युवाओं को क्या और कैसे कपड़े पहनने चाहिए, ये सिखाने का उन्हें अधिकार है.

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मौसमी चटर्जी (फोटो: पीटीआई)

भाजपा से हाल ही में जुड़ीं अभिनेत्री मौसमी चटर्जी ने कहा कि भारतीय महिला होने के नाते युवाओं को क्या और कैसे कपड़े पहनने चाहिए, ये सिखाने का उन्हें अधिकार है.

मौसमी चटर्जी (फोटो: पीटीआई)
मौसमी चटर्जी. (फोटो: पीटीआई)

सूरत: नए साल की शुरुआत में भाजपा का दामन थामने वाली अभिनेत्री मौसमी चटर्जी ने सूरत में हो रहे कार्यक्रम में कथित तौर पर महिला एंकर को उसके कपड़ों को लेकर सलाह दे दी. दरअसल महिला एंकर ने पैंट पहना हुआ था, जिसे लेकर चटर्जी ने उन्हें भारतीय कपड़े पहनने की सलाह दे दी.

इंडियन एक्सप्रेस की ख़बर के अनुसार, महिला एंकर ने कार्यक्रम में मौजूद मीडिया की मौसमी चटर्जी से मुलाकात कराई और जैसे ही 70 वर्षीय अभिनेत्री ने माइक अपने हाथ में लिया, उन्होंने कहा, ‘आप ये कपड़े पहनकर आए हो, ये कपड़े ठीक नहीं हैं. आपको साड़ी या ड्रेस पहनकर आना चाहिए था.’

मौसमी की सलाह के बाद महिला एंकर ने कार्यक्रम के बाद मीडिया से बात नहीं की.

दो जनवरी को नई दिल्ली में एक कार्यक्रम में मौसमी चटर्जी भाजपा में शामिल हुईं. वो एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करने के लिए सूरत में थी. उनके साथ सूरत भाजपा प्रमुख नितिन भजियावाला, शहर भाजपा उपाध्यक्ष पीवीएस सरमा और अन्य लोग थे.

मौसमी ने कहा, ‘एक मां के रूप में मैंने उन्हें सलाह दी थी. मैंने उनसे जो कहा उन्हें ये गलत तरीके से नहीं लेना चाहिए और मैंने उन्हें एक भाजपा नेता के रूप में नहीं बल्कि एक मां के रूप में सलाह दी है. एक भारतीय महिला होने के नाते मुझे युवाओं को यह सिखाने का अधिकार है कि उन्हें क्या, कहां और कब पहनना चाहिए.’

कार्यक्रम के आयोजक उमेश मेहता ने इंडियन एक्सप्रेस से कहा कि उन्होंने भाजपा के सूरत अध्यक्ष और अन्य को बुलाया था और इस कार्यक्रम से भाजपा का कोई लेना-देना नहीं है. उन्होंने महिला एंकर के बारे में बताया कि स्थानीय संपर्क के जरिए उन्हें इस कार्यक्रम के लिए नियुक्त किया गया था.

मेहता कांग्रेस के टिकट पर निकाय का चुनाव भी लड़ चुके हैं, जिसमें उन्हें हार का सामना करना पड़ा था.

मालूम हो कि मौसमी चटर्जी ने हिंदी और बंगाली फिल्मों में लंबे समय तक काम किया है. उन्होंने 100 से भी ज्यादा फिल्मों में काम किया है. उनकी पहली फिल्म 1967 में बालिका वधू थी और आखिर फिल्म पीकू थी, जिसमें वो नजर आईं थीं.

मौसमी कांग्रेस की टिकट पर 2004 में कोलकाता की उत्तर पूर्वी सीट से चुनाव लड़ चुकी हैं, हालांकि उन्हें सफलता नहीं मिली थी.

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