पाकिस्तान के विदेश मंत्री का दावा, इस महीने एक और हमले की योजना बना रहा भारत

पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद क़ुरैशी ने कहा कि हम चाहते हैं कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय इस ग़ैर ज़िम्मेदाराना व्यवहार पर ग़ौर करे और भारत को फटकार लगाए.

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पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद क़ुरैशी. (फोटो: रॉयटर्स)

पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद क़ुरैशी ने कहा कि हम चाहते हैं कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय इस ग़ैर ज़िम्मेदाराना व्यवहार पर ग़ौर करे और भारत को फटकार लगाए.

पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद क़ुरैशी. (फोटो: रॉयटर्स)
पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद क़ुरैशी. (फोटो: रॉयटर्स)

इस्लामाबाद: पुलवामा आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़े तनाव के बीच पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद क़ुरैशी ने बीते रविवार को कहा कि देश के पास विश्वसनीय खुफिया जानकारी है कि भारत 16 से 20 अप्रैल के बीच एक और हमले की योजना बना रहा है.

जम्मू कश्मीर के पुलवामा ज़िले में 14 फरवरी को आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के आत्मघाती हमले के बाद दोनों देशों के बीच तनाव काफी बढ़ गया है. उस हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे.

बढ़ते आक्रोश के बीच भारत की ओर से आतंकवाद-रोधी अभियान के तहत 26 फरवरी को पाकिस्तान के अंदर बालाकोट में जैश-ए-मोहम्मद के सबसे बड़े प्रशिक्षण शिविर को निशाना बनाने का दावा किया गया था.

पाकिस्तान के अख़बान डॉन की रिपोर्ट के अनुसार अपने गृह नगर मुल्तान में एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान पाकिस्तान के विदेश मंत्री क़ुरैशी ने कहा कि सरकार के पास विश्वसनीय खुफिया जानकारी है कि भारत एक नई योजना बना रहा है.

उन्होंने आरोप लगाया कि एक नए हादसे का ताना-बाना रचा जा सकता है और इसका मक़सद पाकिस्तान के ख़िलाफ़ अपनी (भारत की) कार्रवाई को सही ठहराना तथा इस्लामाबाद के ख़िलाफ़ राजनयिक दबाव बढ़ाना होगा.

उन्होंने कहा कि तैयारियां की जा रही हैं, और पाकिस्तान के ख़िलाफ़ एक और हमले के आसार हैं.

क़ुरैशी ने कहा, ‘अगर ऐसा होता है तो आप क्षेत्र की शांति और स्थिरता पर होने वाले प्रभाव के बारे में कल्पना कर सकते हैं. हमारी जानकारी के अनुसार, 16 से 20 अप्रैल के बीच कार्रवाई हो सकती है.’

विदेश मंत्री ने कहा कि पाकिस्तान ने इस मुद्दे पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के स्थायी सदस्यों को पहले ही जानकारी दे दी है और इस्लामाबाद की आशंकाओं से उन्हें अवगत करा दिया गया है.

उन्होंने कहा, ‘हम चाहते हैं कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय इस ग़ैर ज़िम्मेदाराना व्यवहार पर ग़ौर करे और यह रास्ता अपनाने के लिए उन्हें (भारत) फटकार लगाए.