मध्य प्रदेश: भाजपा का दावा कांग्रेस सरकार अल्पमत में, विशेष सत्र ​बुलाने की मांग

भाजपा नेता गोपाल भार्गव ने राज्यपाल आनंदीबेन पटेल को पत्र लिखकर मध्य प्रदेश की कांग्रेस सरकार का शक्ति परीक्षण कराने की मांग की है. वहीं मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि वह उनकी सरकार शक्ति परीक्षण के लिए तैयार है.

Bhopal: Congress Madhya Pradesh President Kamal Nath and AICC General Secretary Digvijay Singh arrive to chair Madhya Pradesh Congress Coordination Committee meeting at PCC Headquarters, in Bhopal, on Thursday. (PTI Photo) (PTI5_24_2018_000029B)
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भाजपा नेता गोपाल भार्गव ने राज्यपाल आनंदीबेन पटेल को पत्र लिखकर मध्य प्रदेश की कांग्रेस सरकार का शक्ति परीक्षण कराने की मांग की है. वहीं मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि वह उनकी सरकार शक्ति परीक्षण के लिए तैयार है.

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मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ. (फोटो: पीटीआई)

भोपाल: मध्य प्रदेश में मुख्य विपक्षी दल भाजपा ने सोमवार को दावा किया कि कमलनाथ के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार अल्पमत में हैं.

सोमवार को भाजपा नेता गोपाल भार्गव ने मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ से विधानसभा में बहुमत साबित करने की मांग की. इसके लिए उन्होंने राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से विधानसभा का विशेष सत्र बुलाने की मांग की ताकि महत्वपूर्ण बिंदुओं पर चर्चा के अलावा और सरकार की मजबूती का परीक्षण हो सके.

भार्गव विधानसभा में विपक्ष के नेता भी हैं.

भाजपा ने यह दावा एक्जिट पोल आने के एक दिन बाद किया. एक्जिट पोल में मध्य प्रदेश में कांग्रेस की स्थिति अच्छी नहीं बताई गई है. एक्जिट पोल में प्रदेश की 29 लोकसभा सीटों में से तकरीबन पांच सीटों पर ही कांग्रेस की जीत की संभावना जताई गई है.

हालांकि मुख्यमंत्री कमलनाथ ने अपनी सरकार के मजबूत होने की बात कही है.

समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत में मुख्यमंत्री ने कहा, ‘वे (भाजपा) पहले दिन से कोशिश कर रहे हैं, हमने पिछले पांच महीनों में चार बार बहुमत साबित किया है. वे फिर से बहुमत साबित कराना चाहते हैं. वे खुद को बेनकाब होने से बचाने के लिए वर्तमान सरकार को अस्थिर करने की हरसंभव कोशिश कर रहे हैं. सरकार शक्ति परीक्षण के लिए तैयार है.’

समाचार एजेंसी पीटीआई से बातचीत में भार्गव ने कहा, ‘जल्द से जल्द विधानसभा का विशेष सत्र बुलाने के लिए मैं राज्यपाल को पत्र लिख रहा हूं. हम कृषि कर्ज माफी जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा के अलावा सरकार की मजबूती का परीक्षण कराना चाहते हैं.’

भार्गव ने कहा कि कांग्रेस सरकार विधानसभा में चर्चा के बजाय पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के घर पर कर्ज माफी के दस्तावेज भेज रही है और दावा कर रही है कि उसने 21 लाख किसानों का कर्ज माफ कर दिया है.

मध्य प्रदेश भाजपा अध्यक्ष राकेश सिंह ने कहा, ‘उनकी (कांग्रेस) सरकार चल नहीं पाएगी. यह बैसाखी पर चलने वाली अल्पमत सरकार है. यह सरकार पार्टी में चल रहे टकराव की वजह से गिर जाएगी. लेकिन अभी हम लोकसभा चुनाव परिणाम और केंद्र में सरकार बनाने पर अपना ध्यान केंद्रित कर रहे हैं. आज हम यह चर्चा नहीं कर रहे हैं कि मध्य प्रदेश में किसकी सरकार रहेगी और किसकी नहीं रहेगी.’

मालूम हो कि साल 2018 में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने 114 सीटों पर जीत दर्ज की थी. यह आंकड़ा 230 सीटों वाले विधानसभा को तकरीबन आधा है. 109 सीटों पर जीत दर्ज कर भाजपा दूसरे स्थान पर थी. बहुजन समाज पार्टी को दो सीटों पर जीत मिली थी, जबकि सपा ने एक और चार सीटों पर निर्दलीय उम्मीदवारों ने जीत दर्ज की थी.

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