स्वास्थ्य का हवाला देकर अरुण जेटली ने नरेंद्र मोदी से सरकार में शामिल न करने को कहा

नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर भाजपा के वरिष्ठ नेता अरुण जेटली ने कहा, ‘इलाज के दौरान मेरे पास निश्चित तौर पर काफी समय होगा, जिसमें मैं सरकार और पार्टी की अनौपचारिक तौर पर मदद कर सकूंगा.’

The Prime Minister, Shri Narendra Modi and the Union Minister for Finance, Corporate Affairs and Information & Broadcasting, Shri Arun Jaitley at the inauguration of the 10th Annual Convention of Central Information Commission, in New Delhi on October 16, 2015.

नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर भाजपा के वरिष्ठ नेता अरुण जेटली ने कहा, ‘इलाज के दौरान मेरे पास निश्चित तौर पर काफी समय होगा, जिसमें मैं सरकार और पार्टी की अनौपचारिक तौर पर मदद कर सकूंगा.’

The Prime Minister, Shri Narendra Modi and the Union Minister for Finance, Corporate Affairs and Information & Broadcasting, Shri Arun Jaitley at the inauguration of the 10th Annual Convention of Central Information Commission, in New Delhi on October 16, 2015.
अरुण जेटली और नरेंद्र मोदी. (फोटो साभार: पीआईबी)

नई दिल्ली: सभी अटकलों पर विराम लगाते हुए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय वित्त एवं कॉरपोरेट कार्य मंत्री अरुण जेटली ने बुधवार को नरेंद्र मोदी को एक पत्र लिखकर नई सरकार में कोई भी जिम्मेदारी लेने में असमर्थता जाहिर की.

जेटली ने चार पैराग्राफ के पत्र में कहा कि वह अपने इलाज और स्वास्थ्य पर ध्यान देना चाहते हैं, इसलिए उन्होंने नई सरकार में कोई जिम्मेदारी न लेने की अपनी इच्छा के बारे में मोदी को मौखिक रूप से सूचित कर दिया था.

उन्होंने प्रधानमंत्री को भेजे गए अपने पत्र में लिखा, ‘मैं आपसे औपचारिक आग्रह करने के लिए पत्र लिख रहा हूं कि मुझे स्वयं के लिए, मेरे इलाज और स्वास्थ्य के लिए पर्याप्त समय दिया जाना चाहिए और इसलिए मुझे नई सरकार में फिलहाल कोई दायित्व न दिया जाए.’

जेटली द्वारा आधिकारिक लेटरहेड पर 29 मई को अंग्रेजी में लिखे पत्र का मूल पाठ इस प्रकार है:

आपके नेतृत्व वाली सरकार में पिछले पांच साल रहकर काम करना मेरे लिए बड़े गर्व की बात है और यह एक शिक्षाप्रद अनुभव रहा है. इससे पहले भी पार्टी ने मुझे पहली राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार में, पार्टी संगठन में और जब हम विपक्ष में थे तब भी विभिन्न दायित्व सौंपा था. मैं अब इससे अधिक की अपेक्षा कर भी नहीं सकता था.

पिछले 18 महीनों के दौरान मुझे स्वास्थ्य संबंधी गंभीर चुनौतियों का सामना करना पड़ा. मेरे डॉक्टरों ने उनमें से अधिकांश चुनौतियों से मुझे सफलतापूर्वक बाहर निकाल दिया है.

जब चुनाव प्रचार खत्म हो चुका था और आप केदारनाथ जा रहे थे, तब मैंने आप से जुबानी कहा था कि चुनाव प्रचार के दौरान मुझे जो जिम्मेदारियां दी गई थीं, मैं उन्हें पूरा करने में यद्यपि समर्थ रहा, मैं भविष्य में कुछ समय के लिए जिम्मेदारी से दूर रहना चाहूंगा.

इससे मैं अपने स्वास्थ्य एवं चिकित्सा पर ध्यान दे सकूंगा. भाजपा और राजग ने आपके नेतृत्व में शानदार जीत दर्ज की है.

मैं आपसे औपचारिक रूप से यह निवेदन करने के लिए लिख रहा हूं कि मुझे अपने लिए, अपने इलाज के लिए और अपने स्वास्थ्य के लिए कुछ समय चाहिए और इस कारण मुझे अभी नई सरकार में कोई जिम्मेदारी न दी जाए.

मेरे पास इस दौरान निश्चित तौर पर काफी समय होगा जिसमें मैं सरकार और पार्टी की अनौपचारिक तौर पर मदद कर सकूंगा.

मालूम हो कि राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद प्रधानमंत्री और केंद्रीय मंत्रिमंडल के अन्य मंत्रियों को बृहस्पतिवार शाम सात बजे राष्ट्रपति भवन में पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाएंगे.

हाल ही में संपन्न हुए लोकसभा चुनाव में भाजपा 303 सीटें जीतकर देश में सबसे बड़ी पार्टी के तौर पर उभरी है. कांग्रेस ने 52, डीएमके ने 23, तृणमूल कांग्रेस ने 22, वाईएसआर कांग्रेस ने 22, शिवसेना ने 18, जदयू ने 16, बीजू जनता दल ने 12, बसपा ने 10, समाजवादी पार्टी ने पांच और आम आदमी पार्टी ने एक सीट पर जीत दर्ज की है.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)

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